मेरा नाम अंजलि शर्मा है, 25 साल की हूँ, पंजाब से। अब मैं शादीशुदा हूँ, लेकिन ये कहानी उस वक्त की है जब मैं 18 साल की थी, कुंवारी, और अपनी जवानी की दहलीज़ पर कदम रख रही थी। मैं +1 में पढ़ती थी, 5 फीट 4 इंच लंबी, गोरा रंग, काले घने बाल, और फिगर 34-28-36, जो मुझे हर किसी की नज़रों का केंद्र बनाता था। मेरी सबसे पक्की दोस्त थी संजना, 18 साल की, 5 फीट 2 इंच, मध्यम रंग, फिगर 32-26-34, चुलबुली और थोड़ी बिंदास। हम दोनों हर राज़ शेयर करते थे, और उस दिन भी वो मेरे साथ थी।
बात उस दिन की है जब मेरा जन्मदिन था। मैं स्कूल में टीचर्स को मिठाई बांट रही थी। मेरी स्कर्ट और टॉप में मैं खूबसूरत लग रही थी, और संजना ने भी नई ड्रेस पहनी थी। मैंने सभी टीचर्स को मिठाई दे दी थी, बस मेरी केमिस्ट्री टीचर, सपना मैम, बाकी थीं। सपना मैम 28 साल की थीं, अनमैरिड, स्लिम फिगर 34-30-36, हमेशा सलवार-कमीज़ में सजी-संवरी, उनके गुलाबी होंठ और कातिलाना आंखें उन्हें और आकर्षक बनाती थीं। मैं उन्हें ढूंढते हुए केमिस्ट्री लैब पहुंची। लैब के बाहर कुछ अजीब सी आवाज़ें सुनाई दीं, जैसे कोई हलचल हो। मैंने संजना को इशारा किया, और हम दोनों चुपके से दरवाज़े की छोटी खिड़की से झांकने लगे।
अंदर का नज़ारा देखकर मेरी सांसें रुक गईं। सपना मैम सिर्फ सलवार में थीं, उनकी कमीज़ और ब्रा एक तरफ पड़ी थी, उनके 34C साइज़ के मम्मे हवा में झूल रहे थे, गुलाबी निप्पल सख्त। सामने थे हमारे इंग्लिश टीचर, अरुण सर, 35 साल के, शादीशुदा, दो बच्चों के बाप, मगर फिट बॉडी और आकर्षक चेहरा। उनका 6 इंच का लंड बाहर था, मोटा और तना हुआ, जिसे वो धीरे-धीरे सहला रहे थे। मैं और संजना एक-दूसरे को देखकर सन्न रह गए। तभी मैम ने सर का लंड अपने मुंह में लिया और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगीं। “उम्म… ग्लप… ग्लप…” उनकी सिसकारियां और चूसने की आवाज़ कमरे में गूंज रही थी। सर ने मैम के बाल पकड़े और बोले, “सपना, और गहरा ले… हाँ, ऐसे ही!” मैम ने उनके लंड को और ज़ोर से चूसा, जैसे कोई प्यासी औरत।
कुछ मिनट बाद सर ने मैम के मुंह में ही झड़ दिया। “आह… सपना, ले सारा!” सर ने सिसकारी ली। मैम ने सारा माल निगल लिया और अपनी ब्रा और कमीज़ पहनने लगीं। हम दोनों जल्दी से खिड़की से हटे और दरवाज़े के पास खड़े हो गए, जैसे कुछ देखा ही न हो। जब मैम और सर बाहर आए, मैम ने हमें देखा तो एक पल को घबरा गईं। मैंने मुस्कुराकर कहा, “मैम, मेरे बर्थडे की मिठाई!” मैम ने हल्की मुस्कान दी और मिठाई ले ली। हम वहां से चले गए, लेकिन मेरे और संजना के दिमाग में वो सीन बार-बार घूम रहा था।
“यार, तूने देखा सर का लंड कितना मोटा था?” संजना ने रास्ते में कहा, उसकी आंखों में उत्तेजना थी। मैंने जवाब दिया, “हाँ, और मैम तो रंडी की तरह चूस रही थीं!” हम दोनों इतनी गर्म हो चुकी थीं कि गर्ल्स टॉयलेट में घुस गए। मैंने अपनी स्कर्ट ऊपर की, पैंटी नीचे सरकाई, और अपनी चूत पर उंगलियां फिराने लगी। “आह… संजना, ये सीन सोचकर तो गर्मी चढ़ रही है!” मैं सिसकारी ले रही थी। संजना ने भी अपनी पैंटी उतारी और अपनी चूत में उंगली डालकर बोली, “हाँ, यार, मैम की चूत भी कितनी टाइट होगी!” हम दोनों ने जल्दी-जल्दी फिंगरिंग की और खुद को शांत किया।
दो पीरियड बाद केमिस्ट्री लैब थी। जैसे ही हम लैब में घुसे, वो सारा नज़ारा फिर आंखों के सामने आ गया। मैंने संजना से कहा, “यार, ये लैब तो अब हर बार वो सीन याद दिलाएगी!” संजना ने हंसकर कहा, “चल, फिर से केमिकल रूम में चलते हैं, मज़ा लें!” हम दोनों हंसते-हंसते केमिकल रूम में चले गए। मैंने अपनी स्कर्ट फिर से ऊपर की, और संजना ने अपनी जीन्स नीचे सरकाई। हम दोनों अपनी चूत में उंगलियां डालकर मज़े लेने लगे। “आह… ऊह… संजना, सोच, अगर हम भी ऐसा करें!” मैंने सिसकारी लेते हुए कहा। संजना बोली, “हाँ, यार, सर का लंड तो सपने में भी आएगा!”
तभी दरवाज़ा खुला, और सपना मैम अंदर आ गईं। “ये क्या कर रही हो तुम दोनों, हरामज़ादियों!” मैम ने गुस्से में चिल्लाया। मैं चुप रही, लेकिन संजना का गुस्सा फट पड़ा। वो बोली, “और जब तू साली यहाँ अरुण सर के साथ चुदाई कर रही थी, तब क्या!” मैम का चेहरा शर्म से लाल हो गया, उनकी आंखें नीचे झुक गईं। मैंने संजना को चुप रहने का इशारा किया, और वो चुप हो गई। हम तीनों केमिकल रूम से बाहर आए। लैब खत्म होने के बाद मैम ने हमें रोक लिया। जब सारे स्टूडेंट्स चले गए, मैम हमारे सामने गिड़गिड़ाने लगीं। “प्लीज़, अंजलि, संजना, ये बात किसी को मत बताना!” मैम ने हमारे पैर पकड़ लिए।
मेरा मूड खराब हो चुका था। मैंने कहा, “ठीक है, मैम, लेकिन एक शर्त है।” मैम ने घबराते हुए पूछा, “क्या?” मैंने ठंडी सांस लेते हुए कहा, “आपको हमारे सामने अरुण सर के साथ चुदाई करनी होगी, तभी हम चुप रहेंगे।” मैम ने मना किया, “नहीं, ये गलत है! मैं कुछ भी करूंगी, लेकिन ये नहीं!” लेकिन मैं और संजना ज़िद पर अड़ गए। आखिरकार मैम ने हार मान ली और बोलीं, “ठीक है, मौका देखकर करेंगे।”
हम दोनों मौके की तलाश में लग गए। इस चक्कर में हमने मैम के घर ट्यूशन शुरू कर दी। सपना मैम का घर छोटा लेकिन सुंदर था, सजा हुआ, दीवारों पर फूलों की पेंटिंग्स और लकड़ी का फर्नीचर। मैम का छोटा भाई, अमित, 19 साल का था, कॉलेज स्टूडेंट, 5 फीट 10 इंच, गोरा, शर्मीला लेकिन आकर्षक। उसकी मासूमियत में एक अजीब सी चमक थी।
एक दिन मैम के मम्मी-पापा किसी शादी में गए थे। घर पर सिर्फ मैम और अमित थे। संजना ने मौका देखकर कहा, “मैम, आज तो पक्का चांस है!” मैम ने फिर से मिन्नतें कीं, “प्लीज़, ऐसा मत करो!” लेकिन हम नहीं माने। मैम ने अरुण सर को फोन किया और बुला लिया। जैसे ही सर आए, मैम ने अमित को बाज़ार से खाना लाने भेज दिया, ये कहकर कि उनका खाना बनाने का मूड नहीं है। सर ने कमरे में आते ही पूछा, “सपना, क्या बात है?” मैम ने गुस्से में हमें देखते हुए कहा, “ये हैं वो दो चुड़ैलें, जिन्होंने उस दिन हमें देख लिया था!” सर का चेहरा सफेद पड़ गया।
संजना ने तपाक से कहा, “चलो, टाइम वेस्ट मत करो, शुरू हो जाओ!” मैम ने सर को पकड़ा और उनके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। दोनों एक-दूसरे को बेतहाशा चूमने लगे। “उम्म… आह…” मैम की सिसकारियां कमरे में गूंज रही थीं। सर ने मैम की कमीज़ उतारी, फिर उनकी ब्रा खींचकर फेंक दी। मैम के मम्मे उछल पड़े, गुलाबी निप्पल सख्त और चमक रहे थे। सर ने उनके मम्मों को चूसना शुरू किया। “चट्ट… चट्ट…” की आवाज़ें आने लगीं। मैम ने सर की शर्ट उतारी और उनकी छाती पर हाथ फेरते हुए बोलीं, “अरुण, और ज़ोर से चूस… आह… मेरी चूत गीली हो रही है!”
दोनों ने जल्दी-जल्दी कपड़े उतार दिए। सर का 6 इंच का लंड तनकर खड़ा था, और मैम की चूत चमक रही थी, पूरी तरह गीली। मैम ने सर को बेड पर धकेला और उनके लंड को मुंह में ले लिया। “ग्लप… ग्लप…” वो ज़ोर-ज़ोर से चूस रही थीं। सर ने उनके बाल पकड़े और बोले, “सपना, तू तो रंडी की तरह चूस रही है!” मैम ने जवाब दिया, “हाँ, और तू साला हरामी है, जो मेरे मुंह में झड़ गया!” मैं और संजना ये सब देखकर गर्म हो चुके थे। तभी सर ने मेरी तरफ देखा और बोला, “जब सेब लाल हो जाता है, वो तोड़ने के लिए तैयार होता है, और जब लड़की 18 की हो जाती है, वो चुदने के लिए तैयार होती है!” मैं सन्न रह गई, मेरी चूत गीली हो चुकी थी, लेकिन मैंने खुद को संभाला।
मैम ने मेरी बांह पकड़ी और मुझे खींचने की कोशिश की। मैंने गुस्से में मैम को ज़ोर का थप्पड़ मार दिया और चिल्लाई, “हमें बस देखना है, चुदना नहीं!” लेकिन संजना ने अपना टॉप उतार दिया और बोली, “सेक्स तो मैं भी नहीं करूंगी, लेकिन मज़ा तो लूंगी!” उसने अपनी ब्रा भी उतार दी, और उसके 32B साइज़ के मम्मे उछल पड़े। तभी दरवाज़ा खटखटाने की आवाज़ आई। मैम घबरा गईं। मैंने गुस्से में दरवाज़ा खोला तो देखा अमित खड़ा था, हाथ में खाने का पैकेट। मैंने उसे अंदर खींचा और कहा, “देख, तेरी बहन क्या कर रही है!”
अमित ने कमरे का नज़ारा देखा और सन्न रह गया। सर ने मौका संभाला और बोले, “हम मज़े कर रहे हैं, तू भी करना चाहता है तो आ जा!” संजना ने अपनी जीन्स उतार दी, अब वो सिर्फ पैंटी में थी। वो अमित से लिपट गई और बोली, “अमित, मैं तुझसे बहुत प्यार करती हूँ!” अमित ने जवाब दिया, “मैं भी तुझे पसंद करता हूँ, लेकिन मुझे तो अंजलि पसंद है!” ये सुनकर मैं सन्न रह गई और वहीं खड़ी रह गई।
मैम की शर्म अब टूट चुकी थी। वो सर का लंड फिर से चूसने लगीं, “चप… चप…” की आवाज़ें गूंज रही थीं। अमित ने भी अपने कपड़े उतार दिए। उसका 7 इंच का लंड तनकर खड़ा था, मोटा और सख्त। उसने संजना की ब्रा मेरे मुंह पर फेंक दी और संजना के मम्मों को चूसना शुरू किया। “आह… अमित, और ज़ोर से… ऊह…” संजना सिसकारी ले रही थी। संजना ने अमित से पूछा, “अगर तू मुझसे प्यार नहीं करता, तो मेरे साथ ये क्यों कर रहा है?” अमित ने हंसते हुए कहा, “तेरे साथ प्रैक्टिस कर रहा हूँ, असली मज़ा तो अंजलि के साथ लूंगा!”
उधर, सर ने मैम के बाल पकड़े और उन्हें टेबल पर बिठा दिया। मैम की चूत पूरी तरह गीली थी, रस टपक रहा था। सर ने अपना लंड उनकी चूत पर रगड़ा और बोले, “सपना, अब तेरी चूत फाड़ दूंगा!” मैम ने सिसकारी लेते हुए कहा, “हाँ, अरुण, डाल दे… और मत तड़पा… आह!” जैसे ही सर ने धक्का मारने की कोशिश की, अमित ने सर को धक्का दे दिया और बोला, “रुको, मेरे सामने मेरी बहन की चूत नहीं मार सकते!” सर ने गुस्से में कहा, “तो फिर कैसे करूं, बहनचोद!” अमित ने मुस्कुराते हुए कहा, “देखो, फिर!”
उसने सर को कुर्सी पर बिठाया और रस्सी से बांध दिया। मैम ने राहत की सांस ली और कहा, “थैंक्यू, अमित, तूने मुझे बचा लिया!” लेकिन अमित ने हंसते हुए कहा, “उन्होंने मुझे बहनचोद कहा, तो अब मैं सचमुच बहनचोद बनूंगा! संजना, मेरी मदद कर!” संजना ने मैम को पकड़ लिया, और अमित ने मैम की टांगें खोल दीं। मैम चिल्लाईं, “साले, तू कब से मेरे पीछे पड़ा था!” अमित ने बिना रुके अपना 7 इंच का लंड मैम की चूत में घुसा दिया। “आह… ऊह… साले… हरामी!” मैम चीख रही थीं।
अमित ने ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने शुरू किए। “पच… पच… पच…” की आवाज़ें कमरे में गूंज रही थीं। मैम की चूत से रस टपक रहा था, और अमित ने उनकी कमर पकड़कर और तेज़ धक्के मारे। “आह… अमित… रुक जा… ऊह… तू तो मेरी चूत फाड़ देगा!” मैम सिसकारी ले रही थीं, लेकिन उनके चेहरे पर मज़ा भी साफ दिख रहा था। अमित ने मैम की टांगें और चौड़ी कीं, और अब वो उन्हें कुत्तिया की तरह चोद रहा था। “सपना, तेरी चूत कितनी टाइट है… आह… ले मेरा लंड!” अमित ने गंदी बातें शुरू कर दीं। मैम ने जवाब दिया, “साले, तू तो मेरी जान ले लेगा!”
करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद अमित ने सारा माल मैम की चूत में छोड़ दिया। मैम की चूत से सफेद रस टपक रहा था। अमित ने हांफते हुए कहा, “अब इसे चूस!” मैम ने रोते हुए अमित का लंड फिर से मुंह में लिया और चूसने लगीं। “उम्म… ग्लप…” उनकी आवाज़ें कमरे में गूंज रही थीं। अमित का लंड फिर से तन गया। उसने संजना की पैंटी उतारी और बोला, “अब तू आ!” संजना बेड पर लेट गई। अमित ने पहले संजना की चूत को चाटा, “चट्ट… चट्ट…” की आवाज़ें आ रही थीं। संजना सिसकारी ले रही थी, “आह… अमित, और चाट… मेरी चूत गीली हो गई!”
अमित ने अपना लंड संजना की चूत में घुसा दिया और धक्के मारने लगा। “पच… पच… आह… ऊह…” संजना की सिसकारियां कमरे में गूंज रही थीं। अमित ने संजना को घोड़ी बनाया और पीछे से चोदना शुरू किया। “संजना, तेरी चूत तो और टाइट है!” अमित ने कहा। संजना ने जवाब दिया, “हाँ, और तेरा लंड तो मेरी जान ले रहा है… आह!” उधर, मैम ने सर को खोल दिया, और सर ने मैम को फिर से चोदना शुरू कर दिया। सर ने मैम को टेबल पर लिटाया, उनकी टांगें कंधों पर रखीं, और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारे। “पच… पच… सपना, तेरी चूत तो जन्नत है!” सर चिल्लाए। मैम ने सिसकारी ली, “अरुण, और ज़ोर से… मेरी चूत फाड़ दे!”
सर ने कहा, “मुझे भी कोई टाइट चूत चाहिए!” मैम ने हंसते हुए कहा, “अंजलि किस लिए है?” ये सुनते ही मैं डर के मारे वहां से भाग गई। अगले दिन स्कूल पहुंची तो पता चला कि मैम और संजना ने छुट्टी ले रखी थी। तभी अरुण सर से मेरी टक्कर हो गई। सर ने मुस्कुराते हुए कहा, “थैंक्यू, अंजलि! मैं कब से सपना के साथ सेक्स प्लान कर रहा था, लेकिन वो मान ही नहीं रही थी। तेरे जाने के बाद मैंने अमित की गांड मारी और सपना और संजना के साथ दो-दो बार चुदाई की। हाँ, और सपना कह रही थी कि वो तेरा बहुत बुरा हाल करेगी।” मैं सुनकर सन्न रह गई।
क्या सपना मैम सचमुच मुझसे बदला लेंगी? आप क्या सोचते हैं, अपनी राय कमेंट में बताएं।