Ex girlfriend chudai sex story – साली सेक्स स्टोरी: मेरा नाम कुणाल है, और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। उम्र मेरी 29 साल है, और मैं 5 फीट 11 इंच लंबा हूँ। मेरा रंग सांवला है, लेकिन जिम की वजह से बॉडी टोन्ड और कंधे चौड़े हैं। मेरा लंड 7.5 इंच का है, मोटा और सख्त, जो किसी भी लड़की को बिस्तर पर चरमसुख देने के लिए काफी है। ये कहानी मेरी और मेरी एक्स-गर्लफ्रेंड सोनल की है, जो अब मेरी साली बन चुकी है। सोनल के साथ मेरी पुरानी चुदाई की यादें आज भी मेरे दिलो-दिमाग में ताजा हैं, और अब जो हुआ, वो उस आग को और भड़का गया।
मेरी शादी पिछले साल प्रिया से हुई थी। प्रिया 26 साल की है, 5 फीट 4 इंच लंबी, गोरी, और उसका फिगर 34-28-36 है। उसकी बड़ी-बड़ी आँखें और प्यारी सी मुस्कान किसी का भी दिल जीत ले। उसकी चूचियां गोल और सख्त हैं, और उसकी गांड भरी हुई, जो साड़ी में और भी सेक्सी लगती है। हमारी शादी अरेंज्ड थी। मेरे मम्मी-पापा ने मुझे प्रिया की फोटो दिखाई थी, और उसकी प्रोफाइल बताई थी। मुझे वो तुरंत पसंद आ गई। फिर मेरे परिवार ने प्रिया के परिवार से मिलने का प्लान बनाया। उस वक्त मुझे बिल्कुल नहीं पता था कि प्रिया की बड़ी बहन सोनल होगी, जो मेरी कॉलेज की गर्लफ्रेंड थी।
सोनल, 30 साल की, 5 फीट 6 इंच की, गोरी, और उसका फिगर 36-30-38 है। उसकी चूचियां बड़ी और गोल हैं, गुलाबी निप्पल्स के साथ, जो सख्त होकर किसी का भी ध्यान खींच लेते हैं। उसकी गांड इतनी भारी और उभरी हुई है कि जब वो टाइट जींस पहनती थी, तो हर लड़के का लंड खड़ा हो जाता था। उसकी चूत हमेशा साफ और गीली रहती थी, और उसका दाना थोड़ा सा बाहर निकला हुआ था, जो उसे और संवेदनशील बनाता था। कॉलेज में हमने तीन साल तक रिलेशनशिप में खूब चुदाई की थी—कभी हॉस्टल के बाथरूम में, कभी मेरे फ्लैट की बालकनी पर, तो कभी कार के पीछे। सोनल बिस्तर पर जंगली थी, और उसे चुदवाने में जो मजा आता था, वो मैं कभी नहीं भूल सकता।
जब मैं प्रिया से मिलने उनके घर गया, तो गेट पर ही सोनल अपने पति संदीप के साथ खड़ी थी। संदीप, 32 साल का, 5 फीट 8 इंच, औसत कद-काठी का, चश्मा पहनने वाला साधारण सा आदमी था। उसकी पर्सनैलिटी में वो आग नहीं थी, जो सोनल जैसी लड़की को चाहिए थी। सोनल को देखते ही मेरे दिमाग में हमारी पुरानी चुदाई की फिल्म चलने लगी। उसने हल्की नीली साड़ी पहनी थी, जिसमें उसकी क्लीवेज और भारी गांड साफ दिख रही थी। उसने मुझे देखा, और उसकी आँखों में वही पुरानी वासना थी। हम दोनों ने एक-दूसरे को हल्का सा स्माइल दिया, लेकिन किसी को कुछ भनक नहीं पड़ी।
अंदर जाकर सबने बातचीत शुरू की। प्रिया के मम्मी-पापा बहुत मिलनसार थे। प्रिया ने हल्की गुलाबी सलवार-कमीज पहनी थी, जिसमें वो बेहद खूबसूरत लग रही थी। उसकी क्लीवेज हल्की-हल्की दिख रही थी, और उसका दुपट्टा बार-बार सरक रहा था। फिर मुझे प्रिया के साथ अकेले में बात करने का मौका मिला। वो थोड़ी शर्मीली थी, लेकिन उसकी बातों में मासूमियत थी। हमने खूब बात की, और मुझे वो बहुत पसंद आई। उसने भी मुझे पसंद किया, और उसी दिन हमारा रोका हो गया। एक महीने बाद शादी पक्की हो गई। सबने अपने नंबर एक्सचेंज किए, और अगले दिन से मैं और प्रिया व्हाट्सएप पर बात करने लगे।
दो दिन बाद मुझे एक अनजान नंबर से मैसेज आया। ट्रूकॉलर पर संदीप वालिया का नाम दिखा। मैंने पूछा, “हांजी, कौन?” जवाब आया, “मैं सोनल।” मेरा दिल धक-धक करने लगा। उसने बताया कि ये उसके पति का नंबर है। फिर हमारी बात शुरू हुई।
मैं: अरे, सोनल, अचानक कैसे याद किया?
सोनल: तुझे देखते ही पुराने दिन ताजा हो गए। क्या मस्त वक्त था वो।
मैं: हाँ, बिल्कुल। खूब मजे किए थे हमने।
सोनल: हाँ, बहुत।
मैं: अब कैसी चल रही है लाइफ?
सोनल: ठीक-ठाक। लेकिन सच्ची बात बताऊँ, शादी के बाद सेक्स लाइफ बेकार हो गई। संदीप पहले तो बड़े शौक से चोदता था, लेकिन अब तो 3-4 महीने में भी कुछ नहीं होता।
मैं: अरे, तुम जैसी हॉट लड़की के साथ सेक्स नहीं करता? कैसा मर्द है ये?
सोनल: कुणाल, क्या हम फिर से पहले जैसे नहीं हो सकते?
मैं चौंक गया। “क्या बोल रही हो, सोनल? तुम अब मेरी साली हो। प्रिया से मेरी शादी होने वाली है,” मैंने कहा।
वो बोली, “मैं कहाँ कह रही हूँ कि शादी मत कर। बस थोड़ा मजा करना चाहती हूँ। कोई नहीं जानेगा। तू और मैं, बस।”
उसकी बात सुनकर मेरा लंड टाइट हो गया। सोनल की चुदाई की यादें मेरे दिमाग में नाचने लगीं। वो इतनी सेक्सी थी कि कोई भी उसका ऑफर ठुकरा नहीं सकता था। मैंने थोड़ा सोचा। एक तरफ प्रिया थी, जो मुझे बहुत पसंद थी। दूसरी तरफ सोनल, जिसके साथ मेरी पुरानी केमिस्ट्री अभी भी जिंदा थी। मैंने सोचा, अगर कोई नहीं जानता, तो क्या हर्ज है? आखिर, ये तो घर की बात थी। मैंने हाँ कर दी।
हमने मिलने का प्लान बनाया। उसने अपनी एक फ्रेंड के फ्लैट का पता दिया, जो दिल्ली के पॉश इलाके में था। उसने मुझे शाम 5 बजे का टाइम दिया। मैं ठीक समय पर पहुँच गया। फ्लैट एक लग्जरी अपार्टमेंट में था, जिसके लिविंग रूम में बड़ी-बड़ी खिड़कियाँ थीं। मैंने बेल बजाई।
सोनल ने दरवाजा खोला, और उसे देखकर मेरे होश उड़ गए। उसने टाइट डेनिम शॉर्ट्स पहनी थी, जो उसकी जाँघों से काफी ऊपर थी। उसकी गोरी जाँघें चमक रही थीं। ऊपर उसने काले रंग का स्लीवलेस टॉप पहना था, जो इतना टाइट था कि उसकी चूचियां बाहर निकलने को बेताब थीं। उसकी गहरी क्लीवेज में वही तिल था, जो मुझे हमेशा पागल कर देता था। उसने हल्का मेकअप किया था—गुलाबी लिपस्टिक और काजल, जो उसे और सेक्सी बना रहा था।
“क्या देख रहा है, कुणाल?” उसने मुस्कुराते हुए कहा और मुझे अंदर खींच लिया। दरवाजा बंद करते ही हम एक-दूसरे पर टूट पड़े। उसने मेरे होंठों पर अपने होंठ रखे, और हमने वासना से भरी चुम्मी शुरू की। उसकी जीभ मेरे मुँह में थी, और वो मेरे होंठों को चूस रही थी जैसे बरसों की प्यासी हो। मैंने भी उसका साथ दिया। मेरी जीभ उसकी जीभ से लड़ रही थी। उसका स्वाद मुझे पुरानी यादें दिला रहा था।
मैंने उसकी कमर पर हाथ रखा और उसे जोर से दबाया। उसका टॉप इतना पतला था कि मुझे उसकी नरम त्वचा का अहसास हो रहा था। मेरा हाथ धीरे-धीरे उसकी गांड पर चला गया। उसकी शॉर्ट्स इतनी टाइट थी कि उसकी भारी गांड बाहर निकल रही थी। मैंने उसके चूतड़ों को जोर से मसला। “आह्ह… कुणाल, तू अभी भी वैसा ही जंगली है,” उसने सिसकारी भरी और मेरे होंठ को दाँतों से काट लिया। मैंने जवाब में उसकी गांड पर एक जोरदार थप्पड़ मारा। “स्स्स… बदमाश,” वो हँसी और और गर्म हो गई।
मैंने उसका टॉप ऊपर उठाया और उसे धीरे-धीरे उतारा। उसने ब्रा नहीं पहनी थी। उसकी बड़ी-बड़ी चूचियां मेरे सामने थीं। गुलाबी निप्पल्स सख्त होकर मुझे बुला रहे थे। मैंने उसकी एक चूची को मुँह में लिया और जोर-जोर से चूसने लगा। “उह्ह… आह्ह… हाँ, ऐसे ही… चूस मेरी चूचियां,” वो सिसकारियाँ ले रही थी। मेरा दूसरा हाथ उसकी दूसरी चूची को मसल रहा था। उसका निप्पल मेरी उंगलियों के बीच था, और मैं उसे हल्का-हल्का खींच रहा था।
उसने मेरी शर्ट के बटन खोले और उसे उतार फेंका। मेरी छाती पर उसने अपने नाखून चलाए। “कुणाल, तेरी बॉडी अभी भी इतनी हॉट है,” उसने कहा और मेरे सीने पर चुम्मी लेने लगी। उसकी जीभ मेरे निप्पल्स पर फिर रही थी, और मैं सिहर उठा। मैंने उसकी शॉर्ट्स का बटन खोला और उसे नीचे सरकाया। उसने काली लेस वाली पैंटी पहनी थी, जो उसकी गीली चूत को मुश्किल से ढक रही थी। मैंने उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को सहलाया। वो इतनी गीली थी कि मेरी उंगलियाँ भीग गईं।
“साले, कितना तड़पाता है,” उसने कहा और मेरी पैंट का बटन खोल दिया। उसने मेरी पैंट और अंडरवियर को एक साथ नीचे खींचा। मेरा 7.5 इंच का लंड बाहर आ गया, जिसका सुपारा गुलाबी और चमक रहा था। “वाह, ये तो अभी भी वैसा ही है,” उसने कहा और मेरे लंड को अपने हाथ में लिया। उसने मेरे सुपारे को अपनी उंगलियों से सहलाया, और मैं सिहर उठा। फिर उसने मेरे लंड को अपने मुँह में लिया और चूसने लगी। उसकी जीभ मेरे सुपारे पर गोल-गोल घूम रही थी। “उम्म… ग्लक… ग्लक,” उसकी आवाजें कमरे में गूँज रही थीं।
मैंने उसके बाल पकड़े और उसके मुँह में धीरे-धीरे धक्के देने शुरू किए। उसने मेरे लंड को गले तक लिया। “हाँ, सोनल, चूस इसे… तू तो रंडी की तरह चूसती है,” मैंने कहा। वो हँसी और बोली, “तेरे लिए तो मैं रंडी ही हूँ।” उसने मेरे लंड को और जोर से चूसा। उसकी लार मेरे लंड से टपक रही थी।
कुछ देर बाद उसने अपनी पैंटी उतारी। उसकी चूत पूरी गीली थी, और उसका दाना बाहर निकला हुआ था। मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसकी चूत पर अपनी जीभ फिराई। उसकी चूत का स्वाद नमकीन और नशीला था। मैंने उसके दाने को चूसा, और वो सिसकारियाँ लेने लगी। “आह्ह… कुणाल… चूस मेरी चूत… ओह्ह,” वो चिल्ला रही थी। मैंने अपनी जीभ उसकी चूत के अंदर डाली और उसे चाटने लगा। उसका रस मेरे मुँह में आ रहा था।
“बस… अब डाल दे… मुझे तेरा लंड चाहिए,” उसने कहा। मैंने उसे अपनी गोद में बिठाया और मेरा लंड उसकी चूत में धीरे-धीरे घुसने लगा। “आह्ह… धीरे… कितना मोटा है तेरा लंड,” वो सिसकारी। मैंने धीरे-धीरे धक्के शुरू किए। उसकी चूत इतनी टाइट थी कि मेरा लंड पूरा अंदर जाने में वक्त लगा। “हाँ… चोद मुझे… और जोर से,” वो चिल्ला रही थी। मैंने स्पीड बढ़ाई। थप-थप-थप की आवाजें कमरे में गूँज रही थीं।
उसकी चूचियां मेरे सामने उछल रही थीं। मैंने एक चूची को मुँह में लिया और दूसरी को मसलने लगा। “आह्ह… कुणाल… तू कितना अच्छा चोदता है,” वो सिसकारियाँ ले रही थी। मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसकी टाँगें अपने कंधों पर रखीं। अब मैं उसे मिशनरी स्टाइल में चोद रहा था। मेरा लंड उसकी चूत की गहराई तक जा रहा था। “हाँ… और गहरा… फाड़ दे मेरी चूत,” वो चिल्ला रही थी।
कुछ देर बाद मैंने उसे घोड़ी बनाया। उसकी मोटी गांड मेरे सामने थी। मैंने उसकी गांड पर एक जोरदार थप्पड़ मारा और अपना लंड उसकी चूत में पेल दिया। “आह्ह… माँ… कितना जोर से चोदता है तू,” वो चीख रही थी। मैंने उसके बाल पकड़े और उसे और जोर से चोदने लगा। थप-थप-थप की आवाजें तेज हो गई थीं। “सोनल, तेरी चूत अभी भी वैसी ही टाइट है,” मैंने कहा। “हाँ, साले, बस चोदता रह… मुझे चरमसुख दे,” वो बोली।
मैंने उसकी चूत को उंगलियों से सहलाया और उसके दाने को मसला। “ओह्ह… मैं झड़ने वाली हूँ… आह्ह,” वो चिल्लाई और झड़ गई। उसका रस मेरे लंड पर टपक रहा था। मैंने उसे फिर से अपनी गोद में बिठाया। अब वो मेरे लंड पर उछल रही थी। उसकी चूचियां मेरे मुँह के सामने थीं। मैंने उन्हें चूसते हुए उसे चोदना जारी रखा। “आह्ह… कुणाल… तेरा लंड मेरी चूत को फाड़ रहा है,” वो बोली।
कुछ देर बाद मैं भी झड़ने वाला था। “सोनल, मैं झड़ने वाला हूँ,” मैंने कहा। “अंदर ही डाल दे… मुझे तेरा माल चाहिए,” वो बोली। मैंने अपना सारा माल उसकी चूत में डाल दिया। हम दोनों हाँफते हुए बेड पर लेट गए। उसने मेरे सीने पर सिर रखा और बोली, “कुणाल, तूने मुझे फिर से जिंदा कर दिया।” मैंने उसकी गांड पर हल्का सा थप्पड़ मारा और कहा, “अभी तो बहुत कुछ बाकी है।”
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