भाई के साथ सेक्स की इच्छा-3

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Bahen ki geeli choot – Bhai ka mota lund sex story: हेलो दोस्तों, मेरा नाम मनीषा है। पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि मुझे अपने छोटे भाई नील का 6 इंच का मोटा लंड इतना पसंद आ गया था कि मैं उसे सेड्यूस करने लगी। फिर उसने मसाज के बहाने मुझे नंगा कर दिया, और मैं पूरी गर्म हो चुकी थी। मेरी चूत इतनी गीली थी कि मैं कंट्रोल नहीं कर पा रही थी। अब आगे की कहानी सुनिए।

कहानी का पिछला भाग: भाई के साथ सेक्स की इच्छा-2

मैंने हांफते हुए कहा, “नील, मेरी मसाज तो मस्त हो गई। अब मैं तेरी मसाज कर दूँ?” वो हल्का-सा शरमाया, पर उसकी आँखों में उत्साह था। मैंने उसे बेड पर लेटने को कहा। वो सिर्फ अपनी काली अंडरवियर में था, और उसका लंड उसमें टेंट बना रहा था। मैंने उसकी अंडरवियर को खींचकर उतार दिया। उसका 6 इंच का लंड मेरे सामने था—मोटा, सख्त, सुपारा गुलाबी और चमकता हुआ, नसें उभरी हुई। वो हैरान होकर मुझे देखने लगा।

मैंने हँसते हुए कहा, “मसाज के लिए उतारा है, ऐसे क्यों घूर रहा है?” वो हल्का-सा हँसा और बोला, “ठीक है, दीदी।” मैंने बोतल से ऑलिव ऑयल लिया, अपने हाथों पर मला, और उसका लंड पकड़ लिया। उसका लंड गर्म और सख्त था, और जैसे ही मेरी उंगलियाँ उसके सुपारे पर फिसलीं, उसने “उह्ह…” की हल्की सिसकारी ली। मैंने धीरे-धीरे उसके लंड को मसाज करना शुरू किया, ऊपर-नीचे रगड़ते हुए। उसकी साँसें तेज हो रही थीं।

मैंने पूछा, “कैसा लग रहा है?” वो बोला, “बड़ा मस्त लग रहा है, दीदी।” मैंने उसकी नसों पर उंगलियाँ फिराईं, और उसके सुपारे को हल्के-हल्के दबाया। उसका लंड और सख्त हो गया। मैंने कहा, “सुन, ये सब हमारे बीच ही रहना चाहिए। किसी को कुछ पता नहीं चलना, समझा?” वो बोला, “हाँ, दीदी, मैं क्यों बताऊँगा?” मैंने हँसकर कहा, “अच्छा, अब क्या करना है?” वो बोला, “जो तुम चाहो।”

मैंने मजाक में कहा, “ठीक है, फिर कपड़े पहन और सो जा।” वो हड़बड़ाकर बोला, “क्या दीदी, ऐसा क्यों बोल रही हो?” मैंने कहा, “तुझे कुछ करना ही नहीं, तो और क्या करें?” वो बोला, “करना है ना!” मैंने पूछा, “क्या करना है?” वो शरमाते हुए बोला, “तेरे साथ मस्ती करनी है।” मैंने हँसकर कहा, “आजा फिर।”

वो उठा और मुझे टाइट गले लगाया। वो पूरी तरह नंगा था, और मैं सिर्फ अपनी लाल पैंटी में। उसका सख्त लंड मेरी पैंटी के ऊपर से मेरी चूत पर रगड़ रहा था। मेरी चूत पहले से ही गीली थी, और उसकी गर्मी मेरे जिस्म में करंट दौड़ा रही थी। उसने मुझे देखा और मेरे होंठों पर किस करने लगा। मैंने भी उसका साथ दिया। हमारी जीभें एक-दूसरे को टटोल रही थीं, और उसका स्वाद नमकीन और गर्म था। उसका एक हाथ मेरी चूचियों पर चला गया। वो मेरी 32B की चूचियों को जोर-जोर से दबाने लगा, और मेरे भूरे निप्पल्स को उंगलियों से पिंच करने लगा। मैं “आह्ह… उह्ह…” की सिसकारियाँ ले रही थी। हमारी किस 5 मिनट तक चली, और मेरी पैंटी अब पूरी तरह भीग चुकी थी।

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वो मेरी गर्दन पर किस करने लगा, धीरे-धीरे नीचे आया। उसने मेरे एक निप्पल को मुँह में लिया और चूसने लगा। उसकी जीभ मेरे निप्पल पर गोल-गोल घूम रही थी, और दूसरी चूची को वो जोर से दबा रहा था। फिर वो दूसरी चूची पर गया, और पहले वाली को दबाने लगा। मैं “आह्ह… नील… और चूस… उह्ह…” की सिसकारियाँ ले रही थी। मेरे बॉयफ्रेंड राहुल के साथ कभी इतना मजा नहीं आया था। उसकी जीभ मेरे निप्पल्स पर जादू कर रही थी, और मेरी चूत से पानी टपक रहा था।

वो मेरी नाभि पर आया, और उसे चूमने लगा। उसकी जीभ मेरी नाभि में घुसी, और मैं “उह्ह…” की आवाज के साथ सिहर उठी। फिर वो धीरे-धीरे नीचे गया। मेरी लाल पैंटी पूरी गीली थी, और उसने उसे ऊपर से ही चूमा। उसका गर्म मुँह मेरी चूत पर पैंटी के ऊपर से लगा, और मेरी साँसें रुक गईं। उसने मेरी पैंटी को धीरे-से खींचकर उतार दिया। अब मेरी चूत उसके सामने थी—गुलाबी, गीली, और पूरी तरह खुली। वो उसे करीब से देखने लगा, और फिर उसे सूंघने लगा। उसने मेरी चूत को चूमा, और अपनी जीभ मेरी क्लिट पर फिराने लगा। मैं “आह्ह… नील… हाँ… ऐसे ही…” की सिसकारियाँ ले रही थी। उसकी जीभ मेरी चूत के दाने को चाट रही थी, और फिर उसने अपनी जीभ मेरी चूत के अंदर घुसा दी। वो जीभ को अंदर-बाहर करने लगा, और मैं कंट्रोल नहीं कर पाई। “आह्ह… उह्ह… नील… मैं… आह्ह…” मेरी चूत का पानी निकल गया, और उसने सारा रस चाटकर साफ कर दिया। उसका स्वाद उसे इतना पसंद आया कि वो और चाटने लगा।

मैंने उसे नीचे लिटाया और उसके ऊपर आ गई। मैंने उसे फिर से लिप किस किया, उसकी जीभ को चूसा। फिर मैं उसकी छाती पर किस करने लगी, धीरे-धीरे नीचे आई। उसकी निप्पल्स को हल्के से चाटा, और वो “उह्ह…” की आवाज निकालने लगा। मैंने उसका लंड पकड़ लिया—वो फिर से सख्त था, सुपारा चमक रहा था। मैंने उसे मसला, और फिर उसके सुपारे को चूमा। मेरी जीभ उसके गुलाबी सुपारे पर गोल-गोल घूमने लगी। मैंने उसका आधा लंड मुँह में लिया और चूसने लगी। उसकी आँखें बंद थीं, और वो “आह्ह… दीदी… और चूसो…” बोल रहा था। मैंने उसका पूरा लंड मुँह में लिया, गले तक। मेरा मुँह उसके लंड से अंदर-बाहर हो रहा था। थोड़ी देर बाद उसने कंट्रोल खो दिया, और उसके लंड ने मेरे मुँह में पिचकारी मार दी। 2-3 गर्म धारें मेरे गले में गईं। मैंने सारा रस पी लिया—नमकीन, गाढ़ा, मलाई जैसा। फिर मैंने उसके लंड को चाटकर साफ कर दिया।

हम थोड़ी देर बेड पर लेटे रहे, हांफते हुए। मैंने कहा, “मैं शॉवर लेने जा रही हूँ।” वो बोला, “मैं भी आता हूँ, साथ में शॉवर लेते हैं।” मैंने हँसकर कहा, “आजा।” हम बाथरूम में गए, और शॉवर चालू कर दिया। ठंडा पानी मेरे नंगे जिस्म पर पड़ा, और मेरी गर्मी फिर से जाग गई। मैंने नील का लंड पकड़ लिया और उस पर साबुन लगाने लगी। वो मेरी पीठ और गाँड पर साबुन रगड़ने लगा। उसका लंड फिर से खड़ा होने लगा। मैंने उसे फिर से चूसा, साबुन की झाग के साथ। उसका लंड अब पूरी तरह सख्त था। मैंने कहा, “नील, अब बर्दाश्त नहीं होता। डाल दे अपना लंड मेरी चूत में।”

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उसने मुझे दीवार के सहारे झुकाया। मेरी गाँड बाहर थी, और मेरी चूत पूरी गीली। उसने अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ा, सुपारा मेरी क्लिट से टकरा रहा था। मैंने कहा, “अब डाल दे, और मत तड़पा।” उसने लंड को मेरी चूत पर सेट किया और एक धक्का मारा। उसका सुपारा मेरी चूत में घुस गया। “आह्ह…” मेरी सिसकारी निकली। उसने धीरे-धीरे आधा लंड अंदर किया और अंदर-बाहर करने लगा। “पच-पच” की आवाज बाथरूम में गूंज रही थी। मैं “आह्ह… नील… चोद… हाँ…” चिल्ला रही थी। उसने अचानक लंड बाहर निकाला और फिर फुल स्पीड में पूरा लंड मेरी चूत में डाल दिया। “आह्ह… नील… निकाल… बहुत बड़ा है…” मेरी चीख निकली। उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और रुक गया। मेरी चूत उसके लंड को एडजस्ट कर रही थी।

जब मैं नॉर्मल हुई, उसने फिर से चोदना शुरू किया। उसका लंड मेरी चूत में अंदर-बाहर हो रहा था, और शॉवर का ठंडा पानी मेरी चूचियों पर गिर रहा था। मैं “आह्ह… उह्ह… और जोर से…” चिल्ला रही थी। थोड़ी देर बाद उसने शॉवर बंद किया और बाथरूम के फर्श पर टाँगें सीधी करके बैठ गया। उसने कहा, “आ, मेरी गोद में बैठ।” मैंने उसका लंड अपनी चूत पर सेट किया और धीरे-से बैठ गई। उसका पूरा लंड मेरी चूत में घुस गया। मैं उसकी गोद में उछल-उछलकर चुद रही थी, और वो नीचे से झटके दे रहा था। “पच-पच… आह्ह… उह्ह…” की आवाजें बाथरूम में गूंज रही थीं। 5 मिनट बाद वो मेरी चूत में झड़ गया। उसका गर्म रस मेरी चूत से टपक रहा था। मेरा भी दो बार पानी निकल चुका था। हमने फिर शॉवर लिया, एक-दूसरे को साफ किया, और बेड पर लेट गए।

वो मुझे देखकर बोला, “दीदी, तू कमाल है। प्रिया के साथ इतना मजा कभी नहीं आया।” मैंने हँसकर कहा, “तू भी कुछ कम नहीं। अब मुझे राहुल की जरूरत ही नहीं।” हमने थोड़ा रेस्ट किया। उस रात हमने फिर से चुदाई की। मैंने उसका लंड चूसा, और वो मेरी चूत चाटता रहा।

अगली सुबह मैं उठी, तो उसका लंड फिर खड़ा था। मैंने उसे चूसना शुरू किया। वो जाग गया और बोला, “दीदी, तू तो सुबह-सुबह शुरू हो गई।” हम 69 की पोजीशन में आ गए। मैं उसका लंड चूस रही थी, और वो मेरी चूत चाट रहा था। उसकी जीभ मेरी क्लिट पर जादू कर रही थी, और मैं “आह्ह… नील… और चाट…” बोल रही थी। फिर मैं उसके ऊपर बैठ गई, उसका लंड मेरी चूत में लिया, और उछलने लगी। वो नीचे से ज Hatke दे रहा था, और मेरी चूचियाँ पकड़कर दबा रहा था।

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थोड़ी देर बाद उसने मुझे नीचे लिटाया, मेरी टाँगें अपने कंधों पर रखीं, और अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया। वो फुल स्पीड में चोदने लगा। मैं चिल्ला रही थी, “नील… चोद… मेरी चूत फाड़ दे… आह्ह…” वो और जोश में आ गया। “पच-पच” की आवाज के साथ उसका लंड मेरी चूत में अंदर-बाहर हो रहा था। थोड़ी देर बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए। उसका रस मेरी चूत से बह रहा था, और मेरा पानी उसके लंड पर लिपट गया।

उस दिन से लेकर मम्मी-पापा के आने तक हमने कई बार चुदाई की। घर में हम या तो नंगे रहते, या मैं सिर्फ ब्रा-पैंटी में, और वो अंडरवियर में। हमने बेडरूम, लिविंग रूम, रसोई, बाथरूम—हर जगह चुदाई की। एक बार रात 2 बजे हमने कुछ नया करने के चक्कर में फ्लैट के बाहर गलियारे में चुदाई की। मैंने अपनी स्कर्ट ऊपर की, और वो पीछे से मेरी चूत में लंड डालकर चोदने लगा। वो एडवेंचर इतना थ्रिलिंग था कि मैं आज भी सिहर जाती हूँ।

मम्मी-पापा के आने के बाद दिन में चुदाई मुश्किल थी, लेकिन रात को उनके सोने के बाद हम अपने रूम में चुदाई करते। दिन में भी मौका मिलते ही नील मेरी गाँड में चुटकी काटता, मेरी चूचियाँ दबाता, और मैं उसका लंड पकड़कर हिलाती। ये सिलसिला तब तक चला जब तक मेरी शादी नहीं हुई। शादी वाले दिन भी हमने मौका देखकर चुदाई की—मेरे मेकअप रूम में, जहाँ मैंने अपनी लहंगे की स्कर्ट ऊपर की, और वो पीछे से मेरी चूत में लंड डालकर चोदने लगा।

आज मेरी शादी को 6 साल हो गए हैं। लेकिन जब भी हम अकेले होते हैं, हम चुदाई कर लेते हैं। शादी के बाद हमने 6-7 बार चुदाई की। हाल ही में मैंने और मेरे हसबैंड ने कुछ मस्ती की, लेकिन वो कहानी अगली बार।

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