अपने बॉयफ्रेंड से तुषार की गर्लफ्रेंड को चुदवाया

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मेरे दोस्तों, मेरी नई कहानी में आपका स्वागत है! मेरी पिछली कहानी, निकिता का वैलेंटाइन्स वीक और उसके दूसरे भाग “निकिता और रिया का नंगापन” को आपने जो प्यार दिया, उसके लिए धन्यवाद.

पिछली कहानी में मैंने बताया था कि कैसे केशव ने गुस्से में तुषार को चोटिल कर दिया था और उसकी गर्लफ्रेंड रिया को नंगी कर दिया था। डॉक्टर तुषार के इलाज के लिए दरवाजे पर खड़ा था, लेकिन रिया दरवाजा नहीं खोल सकती थी क्योंकि वह पूरी नंगी थी। आप यह इंडियन सेक्स स्टोरी इंडिया की नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

रिया नंगी खड़ी थी। मैंने केशव से कहा, “रिया को माफ कर दे, यह गलती हुई।” केशव क्योंकि दिल का बहुत अच्छा है उसने तूरंत रिया को माफ़ कर दिया, केशव ने अपनी शर्ट उतारकर रिया को दे दी। रिया ने शर्ट पहन ली और अपने आंसू पोंछे।

केशव शर्टलेस खड़ा था, जबकि रिया ने उसकी शर्ट पहन ली थी। लेकिन रिया रिया ने अंदर ब्रा तो पहनी नहीं थी.. क्योंकि केशव फाड़ चूका था, जिससे उसके बूब्स ऊपर से दिख रहे थे।

रिया ने दबी आवाज में कहा, “केशव जी, नीचे से तो मैं अभी भी नंगी हूँ।” मुझे पता था कि केशव रिया को अपनी पैंट नहीं दे सकता था, क्योंकि मैंने मजाक में कल उसकी सारी अंडरवियर चुपा दी थी।

केशव का लिंग बड़ा होने के कारण बिना अंडरवियर के उभरा हुआ दिख रहा था, और मुझे यह देखकर अच्छा लग रहा था। मैं नहीं चाहती थी कि केशव अंडरवियर पहने।

केशव हमेशा से एक अच्छा इंसान था, और उसने अपनी जींस भी रिया को दे दी। हालांकि उसकी जींस रिया को थोड़ी टाइट थी, जिसके कारण उसका बटन बंद नहीं हुआ और उसके चूतड़ ज्यादा उभरे हुए दिख रहे थे।

केशव ने एक तौलिया पहन लिया और डॉक्टर के लिए दरवाजा खोला। डॉक्टर ने तुषार को देखा और उसका इलाज शुरू कर दिया। रिया केशव की जींस में खड़ी थी, जो उसके लिए थोड़ी टाइट थी, लेकिन वह केशव की दयालुता से खुश थी।

डॉक्टर ने कहा, “इसका काफी थोड़ा खून बह गया है, पर चोट ज्यादा नहीं है। हालांकि उसका चेहरा साफ करने की जरूरत है।” डॉक्टर ने केशव से तौलिया मांगा।

केशव ने सोचा कि उसके पास दूसरा तौलिया नहीं है, इसलिए उसने वही तौलिया उतारकर डॉक्टर को दे दिया जो उसने पहना था। अब केशव पूरा नंगा खड़ा था, और रिया को यह देखकर थोड़ा अजीब लग रहा था, लेकिन वह खुश थी।

डॉक्टर ने कहा, “रुई से साफ कर देता हूँ।” केशव तौलिया पहनने लगा था, लेकिन तभी रिया ने उसका लंड पकड़ लिया और कहा, “प्लीज़, तौलिया मत पहनो। मुझे देखने दो। इतना बड़ा लंड बार-बार देखने को नहीं मिलता। निकिता बहुत लकी है।”

केशव हैरान हो गया और उसने रिया को देखा। रिया की आँखों में एक अलग सी चमक थी। केशव ने मेरी तरफ देखा, और मैं मुस्करा रही थी।

मैंने कहा, “क्यों शर्मा रहे हो केशव? मत पहनो न? रिया तुम्हारे लंड की तारीफ ही तो कर रही है, तुम्हारी दयालुता की प्रशंसा कर रही है।” रिया ने कहा, “हाँ, केशव, तुम्हारी दयालुता और तुम्हारे बड़े लंड ने मेरा दिल जीत लिया है।”

मैंने कहा, “रिया, शर्माओ मत। मुझे जालन नहीं होती। तुम चाहो तो उसका लंड चाट या चूम भी सकती हो। मैं जानती हूँ कि केशव की दयालुता और बड़ा लंड सभी को आकर्षित करता है।” आप यह इंडियन सेक्स स्टोरी इंडिया की नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

रिया ने केशव का हाथ पकड़ लिया और कहा, “धन्यवाद, निकिता। तुम बहुत बड़े दिल वाली हो।” केशव ने रिया को देखा और कहा, “रिया, तुम मेरी दोस्त हो। मैं तुम्हारी हमेशा मदद करूँगा।”

रिया केशव का लंड चूमते चूमते चुसने लगी थी। उसकी आँखें बंद हो गईं और वह केशव के लंड की गर्माहट को महसूस करने लगी।

अचानक, उसने कहा, “पता है, केशव, निकिता ने बिल्कुल सही फैसला किया जो तुम्हें चुना। तुषार कभी मेरी आग शांत नहीं कर पाता।”

केशव ने रिया को देखा और कहा, “रिया, तुम मेरी दोस्त हो। मैं तुम्हारी हमेशा मदद करूँगा। लेकिन तुम्हें तुषार के साथ भी अच्छे संबंध बनाने चाहिए।”

रिया ने केशव का हाथ लंड छोड़ दिया और कहा, “तुषार मुझे कभी समझ नहीं पाया। लेकिन तुम… तुम मुझे समझते हो। तुम मेरी आग को शांत कर सकते हो।”

मैंने रिया को देखा और मैं समझ गया कि उसको क्या चाहिए। और मैं मुस्कराई।

मैं डॉक्टर और रिया के बीच में खड़ी हो गई ताकि डॉक्टर को न दिखे कि यहाँ क्या हो रहा है। तभी केशव ने रिया को कमर से पकड़ लिया। शर्ट खिंच जाने के कारण और टाइट हो गई और उसके मोटे बूब्स अब साफ देखे जा सकते थे। बटन न लगने के कारण उसकी जींस भी थोड़ी नीचे उतर गई थी। पैंटी तो उसने पहनी नहीं थी और मैं उसकी गांड की दरार को साफ देख सकती थी

रिया की सांसें तेज हो गईं और उसने केशव को देखा। केशव की आँखें रिया के बूब्स पर टिकी हुई थीं। रिया ने अपने हाथ से केशव का हाथ पकड़ लिया और कहा, “केशव, ये ठीक नहीं है।”

लेकिन केशव ने रिया को छोड़ा नहीं। उसने रिया को और भी जकड़ लिया। मैंने देखा कि रिया की आँखें बंद हो गईं और वह केशव के करीब आ गई।

तभी डॉक्टर ने कहा, “क्या हो रहा है यहाँ?” मैं जल्दी से बीच में आई और कहा, “कुछ नहीं, डॉक्टर। बस रिया को थोड़ा आराम चाहिए।

केशव और रिया एक दूसरे में खो गए। रिया के हाथ केशव के चेहरे पर थे, उसकी आँखें केशव की आँखों में डूब गईं। केशव ने रिया को जकड़ लिया, उसके हाथ रिया के बूब्स पर थे।

रिया ने धीरे से कहा, “ये शर्ट तुम्हारी है, तुम इसे चाहो तो उतार सकते हो।” केशव की आँखें रिया की आँखों में डूब गईं। उसने रिया को चूम लिया, उनके होंठ एक दूसरे से जुड़ गए। समय उनके लिए रुक गया था।

केशव के हाथ रिया के बालों में उलझ गए, रिया की सांसें केशव के कान में गूंथ गईं। फिर, केशव ने रिया की शर्ट के बटन खोलना शुरू कर दिया, एक-एक करके, धीरे-धीरे।

रिया की सांसें तेज हो गईं जब केशव ने उसकी शर्ट के बटन खोलने शुरू किए। वह अपनी आँखें बंद कर ली और केशव के हाथों की गर्माहट को महसूस करने लगी।

केशव ने रिया की शर्ट को धीरे-धीरे उतारना शुरू किया, उसके कंधों से नीचे तक। रिया का दिल तेजी से धड़कने लगा, वह केशव की आँखों में देख रही थी। आप यह इंडियन सेक्स स्टोरी इंडिया की नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

जैसे ही शर्ट उतरी, रिया की छाती केशव की छाती से चिपक गई। उनकी सांसें एक दूसरे के साथ मिल गईं, उनके दिल एक दूसरे के साथ धड़कने लगे। एक पराई लड़की के स्तनों को केशव की छाती से चिपका देख मेरी भी चूत में हलचल होने लगी थी

मैं अब डॉक्टर और रिया के बीच से हटकर सोफे पर बैठ गई। मुझे लगा कि अब मुझे उन दोनों के बीच से अलग होना चाहिए।

क्योंकि डॉक्टर भी जानता था कि यहाँ क्या हो रहा था। वह तुषार की चोट पर पट्टी करने में व्यस्त था, लेकिन उसकी आँखें कभी-कभी रिया और केशव पर पड़तीं।

रिया और केशव एक दूसरे में खो गए थे, उनकी सांसें एक दूसरे के साथ मिल गईं थीं। रिया ने अब अपनी जींस भी उतार दी थी, वह नंगी दिखाई दे रही थी। लेकिन उसे कोई शर्म नहीं थी, वह अपने प्यार के सामने खुलकर खड़ी थी।

केशव ने रिया को अपनी ओर खींच लिया और उसे चूम लिया। रिया ने भी केशव को चूमना शुरू कर दिया, उनके होंठ एक दूसरे से जुड़ गए थे।

तुषार को पट्टी हो रही थी, लेकिन वह अभी भी बेहोश था। डॉक्टर ने अपना काम पूरा किया और जाने लगा, लेकिन रिया को देखकर रुक गया। रिया की चिकनी चूत देख कर कोई भी पागल हो जाता

तभी नकुल और सविता बोले, “डॉक्टर साहब, आपको यहाँ पर नहीं रुकना है। आप अपना काम पूरा कर चुके हैं।”

डॉक्टर ने नकुल और सविता की ओर देखा और समझ गया। वह तुषार की चोट की फाइल लेकर वहाँ से चला गया। नकुल और सविता ने डॉक्टर को बाहर ले गए, जबकि रिया और केशव अपने प्यार में खो गए थे।

मैं सोच में पड़ गई कि तुषार में क्या कमी है। मैंने धीरे से उसकी पैंट का बटन और ज़िप खोल दिया। रिया और केशव अभी भी एक दूसरे में खो गए थे, वे एक दूसरे को चूम रहे थे। कमरे में एक अजीब सी शांति थी, लेकिन मेरे मन में एक उत्सुकता थी।

मैंने तुषार की ओर देखा, वह अभी भी बेहोश था। मैंने उसकी पैंट को नीचे किया और उसकी अंडरवियर को भी नीचे किया। मुझे देखकर रिया और केशव हंसने लगे। उनकी हंसी में एक अजीब सी खुशी थी।

लेकिन जब मैंने तुषार का लंड देखा, तो मुझे पता चला कि वह काफी छोटा है। मुझे थोड़ा आश्चर्य हुआ, लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा। मैं बस उसे देख रही थी, मेरे मन में एक अजीब सी उत्सुकता थी।

रिया और केशव ने मुझे देखा और हंसने लगे। वे जानते थे कि मैं तुषार को देख रही थी, लेकिन उन्हें यह भी पता था कि तुषार छोटा का लंड छोटा है। उनकी हंसी में एक अजीब सी खुशी थी।

रिया और केशव ने एक दूसरे को चूमना जारी रखा, जबकि मैं तुषार को देख रही थी। नकुल और सविता ने हमें अकेला छोड़ दिया और बाहर चले गए। कमरे में एक अजीब सी शांति थी, लेकिन मेरे मन में एक उत्सुकता थी।

लेकिन तभी रिया ने मुझसे कहा, “तुषार का लंड छोटा होना कोई मामला नहीं है। मुझे तो केशव पसंद है।” उसकी आवाज में एक अजीब सी खुशी थी।

मैंने मस्ती से पूछा- जानू आज किसकी पहले लोगे? आप यह इंडियन सेक्स स्टोरी इंडिया की नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।
केशव- जो पहले चाहे.
रिया- साथ में करेंगे.
मैं- ओके ठीक है.

मुझसे रहा नहीं गया, मैं भी झट नंगी हो गई।

मैंने जल्दी से केशव का खड़ा लंड हाथ में ले लिया. उधर रिया भी लंड को पकड़ने लगी. दो हाथ एक लंड को पकड़ रहे थे, केशव को पहली बार अलग सा अहसास हुआ था.

केशव रिया को किस कर रहे थे. कुछ देर बाद वो रिया को लिटा कर उसके दूध पीने लगे.

मैं भी पागल सी हो गई थी. मैं रिया की चुत में उंगली डालने लगी.

मेरी उंगली अपनी चुत में पाते ही वो एकदम से उछल उठी.

फिर केशव ने काफ़ी टाइम बाद मजे लेने के बाद अपना लम्बा लंड
रिया की चुत में डाल दिया. रिया एकदम से लंड घुसवाते हुए सहम गई.

वो- निकिता आअह … प्लीज़ … जरा धीरे करो.. बहुत बड़ा है केशव.

रिया की चीख सुन कर तुषार जाग चुका था.. पर उसने कुछ नहीं बोला।

मैं हंस दी और बोली- ले ले मेरी जान … आज तुझे पूरा मजा आ जाएगा.

रिया – आह तू हंस मत … मेरा साथ दे ज़रा.
मैं- साली आज चुद ले न मज़े से.
रिया – साली तेरे को भी चुदवाऊंगी … रुक अभी..

उधर बेचारा तुषार अपना लंड पकड़ कर बैठा हुआ था, जिसने तुषार का ये हाल किया रिया उसी से चुद रही है

कुछ देर बाद केशव के लंड ने रिया की चूत में जगह बना ली, रिया को तुषार की कोई फ़िकर नहीं थी वो भी मस्ती से चुदवा रही थी

केशव- आह मेरी जान … इसकी चुत में अलग ही नशा है. मुझे तो ऐसा लग रहा है कि इसको यहीं अपने घर में रख लूं.
मैं- अच्छा … और मैं किधर जाऊंगी!
केशव- तुम्हें भी कहीं नहीं जाने दूँगा डार्लिंग … तुम्हारे बिना तो मैं अधूरा हूँ.

तभी रिया ने तुषार को देखा.. पर उसकी आँखों में बिल्कुल भी शर्म नहीं थी.. रिया बोली बेबी शर्माओ मत हम सब नंगे हैं तुम भी हो जाओ और अपनी गर्लफ्रेंड को किसी और से चुदवाते हुए देखो.. मजा आएगा आप यह इंडियन सेक्स स्टोरी इंडिया की नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

तुषार बोला है अब तो आदत हो गई ये दूसरी बार है, केशव पहले भी ऐसा कर चूका है…और नंगा हो गया

केशव ने इशारा किया और में किचन से तेल लेकर आई, और हम तीनों के शरीर पर हमने तेल लगा लिया, केशव ने थोड़ा और तेल लेकर रिया के बूब्स पर डाला.. उसके बूब्ज़ एकदम चमकने लगे थे.. चमक तो मेरे भी रहे हैं

केशव तुषार के सामने वाले सोफे पर जाकर बैठ गया और रिया भी उसके गोद में तुषार की तरफ मुंह करके बैठ गई.. केशव ने अपना लंड उसकी चूत में घुसाया और रिया ने उछलना चालू किया.. उछलने की वजह से रिया के स्तन हवा मुझे झटका खा रहे थे..

काफी देर तक इसी तरह की चुदाई चलती रही और केशव रिया के चिकने बूबों को कभी दबाया जा रहा था, कभी जानबुझ कर उछाल रहा था और तुषार को चिढ़ाया जा रहा था।

फिर केशव ने रिया की चूत से लंड निकाला तभी रिया बोली.. तुषार चूसना चाहोगे? तुषार से अब बर्दास्त नहीं हुआ और उसने अपना लंड हिला कर वीर्य भी अपने कपड़ो पर ही गिरा दिया अब बारी थी हम दोनो की एक साथ एक ही लंड से चुदने की .

हम दोनो ही कुतिया बन गई और अपनी अपनी बारी का इंतजार करने लगे.. केशव ने मेरे बाल पकड़े और मुझे चोदने लगे.. रिया अभी भी कुतिया ही बनी हुई थी

इस तरह हम दोनो को चोदने के बाद हम अलग पोजीशन में आये.. मैं केशव का चूस रही थी.. और रिया मेरी..

मैं अब झड़ने वाली थी और शायद केशव भी.. तभी केशव रिया के पीछे चले गए अब रिया मेरी चाट रही थी, मैं उसके मुँह के ऊपर बेटी थी.. और केशव रिया को चोदे जा रहे थे..तभी रिया झड़ गई.. केशव बोला अपना वीर्य कहा डालू.. रिया बोली मेरी चूत में.. केशव बोला पागल है क्या प्रेग्नेंट हो जाएगी.. फिर केशव ने अपना वीर्य रिया के सर और चेहरे पर गिरा दिया,  और हम लोग बिना कुछ पहने ही वही सो गए और तुषार वापस चला गया था, आप यह इंडियन सेक्स स्टोरी इंडिया की नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

रात को मेरी नींद खुली तो देखा कमरे में कोई नहीं है.. मैं तुरंट कपड़े पहन कर बाहर गई.. तो मुझे वो लोग कहीं नहीं दिखें..

अँधेरे में मैंने देखा एक आदमी कुत्ता घुमा रहा है.. पर वो आदमी मेटी तरफ आ रहा था.. मैंने फोन की टॉर्च जलाई तो देखा वो कोई और नहीं ब्लकी केशव था…..

अरे ये क्या.. ये कोई कुत्ता नहीं बाल्की रिया थी जो अभी भी नंगी थी.. और गले में कुत्ते वाला पत्ता डाल कर बेशरम होकर मेरे बॉयफ्रेंड की कुतिया बन कर घूम रही है

 

कहानी का अगला भाग:- निकिता का स्वयंवर – एक अनोखी सुहागकथा

कहानी जारी रहेगी.  नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर

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17 Comments

  1. Manmohit

    Majedar chudai ki kahaniya likhti ho Nikita rani, agla bhag esi website par aayega na? aur kab ayega

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