Biwi ko Boss se chudwaya: मेरा नाम विकास है, मैं 32 साल का हूँ, एक मध्यमवर्गीय कर्मचारी, जो दिन-रात ऑफिस में मेहनत करता है। मेरी पत्नी प्रिया, 28 साल की, एक ऐसी औरत है, जिसका हुस्न और जिस्म किसी भी मर्द के होश उड़ा दे। उसका गोरा, भरा हुआ बदन, 36D की भारी चूचियाँ, गोल, रसीली गांड, और पतली कमर हर मर्द के लंड में आग लगा देती है। प्रिया के गुलाबी होंठ, सख्त निप्पल, और हमेशा गीली चूत चुदाई का खुला न्योता हैं। उसकी मादक आँखें और मटकती चाल किसी को भी दीवाना बना दे। हमारी शादी को चार साल हो चुके हैं, लेकिन मेरी कम सैलरी की वजह से हमारा गुजारा मुश्किल से होता था। मेरा बॉस, राजेश, 45 साल का एक गठीला, रसूखदार मर्द है, जिसके 9 इंच के मोटे, काले लंड की चर्चा ऑफिस में हर कोई करता था। मैंने कई बार उसकी आँखों में प्रिया के लिए ललक देखी थी, वो चुदास भरी नजर, जो प्रिया के जिस्म को नंगा करके देखती थी। ये कहानी उस रात की है, जब मैंने अपनी बीवी को राजेश के हवाले किया, ताकि मेरी सैलरी बढ़े और हमारी जिंदगी आसान हो।
हमारी आर्थिक तंगी दिन-ब-दिन बढ़ रही थी। किराया, बिल, और रोज़मर्रा के खर्चे हमें चैन से जीने नहीं दे रहे थे। मैंने कई बार राजेश से सैलरी बढ़ाने की बात की, लेकिन हर बार वो कोई न कोई बहाना बना देता। एक दिन, ऑफिस में देर रात तक काम करते हुए, राजेश ने मुझसे कहा, “विकास, तुम्हारी बीवी प्रिया बहुत माल है। अगर वो मुझे खुश कर दे, तो मैं तुम्हारी सैलरी दोगुनी कर दूँगा।” उसकी बात सुनकर मेरा खून खौल उठा, लेकिन हमारी हालत ने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया। मैं घर गया और प्रिया से ये बात साझा की। पहले तो प्रिया ने गुस्सा दिखाया, बोली, “ये क्या बकवास है, विकास? मैं कोई रंडी थोड़े हूँ!” लेकिन फिर उसकी आँखों में एक शरारत भरी चमक आई। उसने धीमे से कहा, “विकास, अगर तुम्हें कोई दिक्कत नहीं, तो मैं राजेश को खुश कर सकती हूँ। लेकिन मेरी चूत को उसका मोटा लंड चाहिए।” उसकी बात सुनकर मेरी चुदास जाग उठी। प्रिया की चूत को राजेश के लंड से चुदते देखने का ख्याल मेरे लंड को तना रहा था। मैंने हामी भर दी।
अगले दिन, मैंने राजेश को घर बुलाया। प्रिया ने एक टाइट, काली ड्रेस पहनी थी, जो उसके जिस्म के हर उभार को नंगा कर रही थी। ड्रेस का गहरा गला उसकी चूचियों की गहरी रेखा को दिखा रहा था, और उसकी नंगी, गोरी जाँघें चमक रही थीं। उसने जानबूझकर ब्रा और पैंटी नहीं पहनी थी, ताकि उसके सख्त निप्पल और गीली चूत का आकार ड्रेस के ऊपर से साफ दिखे। प्रिया की चूत में पहले से ही चुदास सुलग रही थी, और उसकी मादक मुस्कान राजेश को ललकार रही थी। मैंने राजेश का स्वागत किया और उसे सोफे पर बिठाया। प्रिया ने शराब के गिलास सर्व किए, और जानबूझकर झुककर अपनी चूचियाँ दिखाईं। उसकी ड्रेस इतनी टाइट थी कि उसके निप्पल साफ उभर रहे थे। राजेश की नजरें प्रिया की चूचियों और जाँघों पर टिक गईं। उसकी पैंट में 9 इंच के लंड का उभार साफ दिख रहा था, जो तनकर प्रिया को सलामी दे रहा था। मेरी चूत में भी सिहरन दौड़ रही थी, क्योंकि मैं जानता था कि आज मेरी बीवी की चूत और गांड राजेश के लंड की गुलाम बनने वाली है।
रात के 10 बजे, शराब के नशे में माहौल गर्म हो गया। राजेश ने प्रिया की कमर पकड़कर उसे अपनी गोद में खींच लिया। उसने गुर्राते हुए कहा, “प्रिया, तेरी चूत और गांड मेरे लंड के लिए बनी हैं।” प्रिया ने मादक हँसी हँसकर जवाब दिया, “राजेश जी, मेरी चूत आपके लंड की भूखी है। इसे चोदकर फाड़ दीजिए।” मैं कोने में बैठा उनकी बातें सुन रहा था, और मेरा लंड मेरी पैंट में तन गया। राजेश ने प्रिया की ड्रेस को एक झटके में फाड़ दिया। प्रिया की भारी, नंगी चूचियाँ हवा में उछल पड़ीं, उनके गुलाबी निप्पल सख्त और चमकदार थे। उसकी गोरी त्वचा और गीली चूत राजेश के सामने नंगी थी। प्रिया की चूत का रस उसकी जाँघों पर टपक रहा था, और उसकी गोल गांड चुदाई के लिए बेताब थी। मैंने अपनी पैंट के ऊपर से अपने लंड को सहलाना शुरू कर दिया। मेरी बीवी की चुदाई का नजारा मेरे लिए चुदास का तूफान ला रहा था।
राजेश ने प्रिया को सोफे पर धकेल दिया और उसकी चूचियों पर टूट पड़ा। उसने एक चूची को अपने मुँह में लिया और जोर-जोर से चूसने लगा, जैसे कोई भूखा भेड़िया अपनी शिकार को चबा रहा हो। उसकी जीभ प्रिया के निप्पल को चाट रही थी, और प्रिया की सिसकारियाँ कमरे में गूँज रही थीं, “आह्ह… राजेश जी… और चूसो… मेरी चूचियों को खा जाओ…” उसने दूसरी चूची को अपनी उंगलियों से मसला, और प्रिया के निप्पल को खींचकर उसकी चीख निकाल दी। प्रिया की सिसकारियाँ और तेज हो गईं, “उउउ… राजेश जी… मेरे निप्पल को मत छोड़ो…” राजेश ने प्रिया की जाँघें चौड़ी कीं और उसकी चूत पर अपनी जीभ फेरनी शुरू की। उसकी जीभ प्रिया की चूत के दाने को चूस रही थी, और प्रिया अपनी गांड को हिलाकर राजेश का मुँह अपनी चूत में और गहरा दबा रही थी, “आआह्ह… राजेश जी… मेरी चूत को चाटो… इसे चूस लो…” प्रिया की चूत से रस टपक रहा था, और उसकी सिसकारियाँ कमरे में तूफान मचा रही थीं।
प्रिया ने राजेश की पैंट उतार दी, और उसका 9 इंच का मोटा, काला लंड बाहर उछल पड़ा। उसकी नसें फूली हुई थीं, और उसका सुपारा चमक रहा था। प्रिया ने लंड को देखकर अपनी चूत को सहलाया और मादहोश होकर बोली, “राजेश जी, आपका लंड मेरी चूत को फाड़ देगा।” उसने राजेश के लंड को अपने रसीले होंठों में लिया और गहराई तक चूसने लगी। उसकी जीभ राजेश के सुपारे को चाट रही थी, और वह सिसकार रही थी, “म्म्म… कितना मोटा लंड है… आह्ह…” राजेश ने प्रिया के बाल पकड़कर उसका मुँह अपने लंड पर और जोर से दबाया, “चूस, प्रिया… मेरे लंड को अपनी रंडी बनाकर चूस…” प्रिया ने उसके लंड को गले तक लिया, और उसकी सिसकारियाँ गूँज रही थीं, “उम्म… आह्ह…” मैं कोने में बैठा ये सब देख रहा था, और मेरा लंड मेरी पैंट में दर्द कर रहा था।
राजेश ने प्रिया को सोफे पर लिटाया और उसकी जाँघें और चौड़ी कीं। उसने अपनी जीभ से प्रिया की चूत को फिर से चाटा, और उसकी उंगली प्रिया की गांड के छेद को सहला रही थी। प्रिया चीख रही थी, “आह्ह… राजेश जी… मेरी चूत को चोदो… मुझे फाड़ दो…” राजेश ने अपना मोटा लंड प्रिया की गीली चूत में धीरे-धीरे डालना शुरू किया। प्रिया की चूत तंग थी, और उसका लंड उसकी चूत को चीर रहा था। प्रिया चीख पड़ी, “आआह्ह… धीरे… ये बहुत मोटा है…” लेकिन जल्दी ही उसका दर्द सुख में बदल गया। राजेश ने धीमे-धीमे धक्के मारने शुरू किए, और प्रिया की चूचियाँ हर धक्के के साथ उछल रही थीं, “आह्ह… और जोर से… मेरी चूत को चोदो…” उसकी चूत से रस टपक रहा था, और हर धक्के के साथ “पच… पच…” की आवाज़ कमरे में गूँज रही थी।
राजेश ने प्रिया को घोड़ी बनाया और उसकी गोल गांड को थप्पड़ मारे, “तेरी गांड मेरे लंड की दीवानी है, प्रिया।” उसने अपना लंड प्रिया की चूत में फिर से डाला और जोर-जोर से धक्के मारने लगा। प्रिया चीख रही थी, “आह्ह… राजेश जी… मेरी चूत को फाड़ दो… और जोर से…” उसकी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं, और उसकी चूत से रस टपककर सोफे को गीला कर रहा था। राजेश ने प्रिया की गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाया, और फिर धीरे-धीरे अपना लंड उसकी गांड में डाल दिया। प्रिया दर्द और सुख में चीख पड़ी, “आआह्ह… मेरी गांड… धीरे… उउउ…” लेकिन जल्दी ही उसकी गांड ने राजेश के लंड को गले लगा लिया। राजेश ने प्रिया की गांड को जमकर चोदा, और हर धक्के के साथ “थप… थप…” की आवाज़ कमरे में गूँज रही थी। प्रिया की सिसकारियाँ और तेज हो गईं, “आह्ह… मेरी गांड को चोदो… इसे सुजा दो…”
चुदाई का दौर घंटों चला। राजेश ने प्रिया को अलग-अलग पोजीशन में चोदा। उसने प्रिया को अपनी गोद में बिठाया और उसकी चूत में अपना लंड डालकर जोर-जोर से उछाला। प्रिया की चूचियाँ उसके चेहरे पर उछल रही थीं, और वह उसके निप्पलों को चूस रहा था, “म्म्म… तेरे चूचे कितने रसीले हैं…” प्रिया चीख रही थी, “आह्ह… और जोर से… मेरी चूत को भर दो…” फिर उसने प्रिया को दीवार के सहारे खड़ा किया और उसकी चूत में अपना लंड डालकर जोर-जोर से धक्के मारे। प्रिया की चीखें पूरे घर में गूँज रही थीं, “आह्ह… राजेश जी… मेरी चूत को फाड़ दो…” राजेश ने अपने धक्के और तेज किए और बोला, “प्रिया, तेरी चूत मेरे लंड की गुलाम है।” उसने प्रिया की चूत में अपने गर्म, गाढ़े वीर्य की पिचकारी मारी, और प्रिया सुख से चीख पड़ी, “आआह्ह… भर दो मेरी चूत को…” उसकी चूत राजेश के वीर्य से लबालब भर गई।
राजेश ने प्रिया के चूचियों, रसीले होंठों, और पूरे बदन पर अपना वीर्य छोड़ा। प्रिया ने उसे अपनी जीभ से चाट लिया, और उसका बदन राजेश के वीर्य से गीला और चिपचिपा हो गया। मैं कोने में बैठा अपनी पैंट उतारकर अपने लंड को रगड़ रहा था, और प्रिया की चुदाई देखकर मैं भी झड़ चुका था। राजेश ने प्रिया की चूचियों को एक आखिरी बार दबाया और कहा, “प्रिया, तेरी चूत और गांड ने मेरे लंड को पागल कर दिया। विकास, तुम्हारी सैलरी दोगुनी कर दी जाएगी।” प्रिया ने मादक मुस्कान दी और बोली, “राजेश जी, मेरी चूत आपके लंड की गुलाम है। जब चाहें, इसे चोद लीजिए।” मैंने प्रिया की ओर देखा, और मेरी चुदास फिर से जाग उठी।
उस रात के बाद, प्रिया और राजेश की चुदाई एक नियमित लत बन गई। जब भी मुझे प्रमोशन या बोनस चाहिए होता, मैं प्रिया को राजेश के हवाले कर देता। एक बार राजेश ने प्रिया को ऑफिस के कांफ्रेंस रूम में चोदा। उसने प्रिया को टेबल पर लिटाया और उसकी चूत में अपना मोटा लंड डालकर जोर-जोर से चोदा। प्रिया की चीखें ऑफिस में गूँज रही थीं, “आह्ह… राजेश जी… मेरी चूत को फाड़ दो…” उसकी चूत राजेश के वीर्य से भर गई। दूसरी बार, राजेश ने प्रिया को अपने फार्महाउस पर ले जाकर चोदा। उसने प्रिया की गांड और चूत को पूल के किनारे चोदा, और प्रिया की सिसकारियाँ रात भर गूँजती रहीं, “आह्ह… और जोर से… मेरी चूत को सुजा दो…” मैं कभी-कभी उनकी चुदाई को चुपके से देखता, और मेरा लंड तन जाता।
एक रात, जब राजेश हमारे घर आया, उसने प्रिया को मेरे सामने फिर से चोदा। उसने प्रिया को बेडरूम में ले जाकर उसकी चूत और गांड को अपने मोटे लंड से चोदा। प्रिया की चीखें और सिसकारियाँ मुझे पागल कर रही थीं, “आह्ह… राजेश जी… मेरी चूत को फाड़ दो… इसे अपने वीर्य से भर दो…” राजेश ने प्रिया की चूत में अपना वीर्य छोड़ा, और उसकी चूत और गांड उसके वीर्य से चमक रही थी। मैंने प्रिया की चुदाई देखकर अपने लंड को रगड़ा, और मेरी चुदास चरम पर थी।