कविता और अमित का नया खेल – दीदी और छोटा भाई (रोल-प्ले)
अगली सुबह जब अरुण नींद से उठा, तो उसने पाया कि बगल में कविता नहीं सो रही थी। इसका मतलब साफ था कि वह किचन में नाश्ता बना रही होगी। यह सोचते ही उसके होंठों पर हल्की मुस्कान आई। तभी उसे याद आया कि अब वह अरुण नहीं है, बल्कि …