नामर्द पति ने पत्नी को मर्द का लण्ड दिलाया

5
(109)

अभय, जो एक छोटा सा लिंग रखने वाले इंसान था, अपनी पत्नी सान्वी के सामने अक्सर शर्मिंदा महसूस करता था। उसने बहुत कोशिश की कि वह अपनी पत्नी को संतुष्ट कर सके, परंतु उसकी कमजोर मर्दानगी उसे हर बार नीचा दिखाती थी। अभय के मन में हमेशा एक ख्याल रहता था कि उसकी पत्नी को असली मर्द का मजा मिलना चाहिए, और वह उसकी खुशियों के लिए कुछ भी कर सकता था।

सान्वी, जो जवान, सुंदर, और बेहद आकर्षक थी, अपने पति से प्यार तो करती थी लेकिन कहीं न कहीं उसके मन में असंतोष भी था। अभय यह बात समझता था, और यही कारण था कि उसने एक अनोखा निर्णय लिया। अभय ने अपने मन की बात को एक रात सान्वी के सामने रखा, लेकिन किसी और तरीके से। सान्वी का जन्मदिन आने वाला था, और अभय ने सोचा कि यह एक अनोखा उपहार होगा। 

आप यह कक हस्बैंड ने अपनी बीवी की चुदाई करवाई की कहानी हमारी इंडियन सेक्स सेक्स स्टोरीज की ऑफिशल वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरीज डॉट की ओरिजनल सीरीज है, अन्य ओरिजनल सीरीज पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें : ओरिगनलस बाई दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम

उसने सान्वी से कहा, “इस बार तुम्हारा जन्मदिन यादगार होगा, मैंने तुम्हारे लिए एक खास तोहफा सोचा है।”

सान्वी ने उत्सुकता से पूछा, “क्या खास है?” अभय ने थोड़ा झिझकते हुए कहा, “मैंने तुम्हारे लिए एक मर्द बुलवाया है, जो तुम्हें पूरा आनंद देगा, जो मैं नहीं दे पाया।”

सान्वी पहले तो चौंक गई, लेकिन अभय की गंभीरता देखकर उसे लगा कि शायद यह उसकी असली इच्छा थी। धीरे-धीरे वह इस विचार से सहज हो गई और उसने अपने पति की इच्छा का सम्मान किया। अभय ने एक कॉलबॉय की खोज शुरू की, और कुछ समय बाद, उसने जय नाम के एक आकर्षक और मर्दाना कॉलबॉय को ढूंढा, जो इस काम में माहिर था।

उसने जय को सान्वी के जन्मदिन पर आने का न्योता दिया, और दोनों ने तय किया कि यह सब कुछ अभय के सामने ही होगा। बड़े ही धैर्य के साथ, सान्वी और अभय ने उस खास रात की तैयारी की। सान्वी ने अपनी सबसे पसंदीदा ड्रेस पहनी, जिससे उसकी कातिल अदाएं और निखर रही थीं। उसके बाल खुले हुए थे और होठों पर हल्की गुलाबी लिपस्टिक थी। अभय, अपने छोटे से लिंग को देखते हुए, इस विचार से और भी ज्यादा उत्तेजित हो रहा था कि कोई और मर्द उसकी पत्नी को खुश करेगा। रात को जब दरवाजे की घंटी बजी, तो सान्वी के दिल की धड़कनें तेज हो गईं।

अभय ने दरवाजा खोला, और सामने खड़ा था जय, एक लम्बा, मजबूत और आकर्षक युवक। उसके चेहरे पर हल्की मुस्कान थी, और उसकी आँखों में एक खास तरह की चमक थी। जय ने अंदर आकर सान्वी को देखा और कहा, “तुम वाकई बेहद खूबसूरत हो। आज की रात बहुत खास होने वाली है।” सान्वी ने थोड़ी शर्माते हुए मुस्कराया, लेकिन अंदर से वह भी इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रही थी। अब दोनों पति-पत्नी ने जय के साथ वह खेल खेलना शुरू किया, जिसकी अभय ने कल्पना की थी। जय ने सान्वी के पास जाकर उसके बालों को सहलाया, और फिर धीरे से उसके होठों को चूमा। सान्वी के चेहरे पर एक हल्की सिहरन दौड़ गई, और अभय, जो यह सब देख रहा था, उत्तेजना में भर गया।

जय ने सान्वी के होठों को धीरे-धीरे चूमना जारी रखा, और उसकी साँसों की गर्मी से सान्वी की उत्तेजना और बढ़ने लगी। अभय, जो कोने में खड़ा था, इस दृश्य को देख कर अपने छोटे लिंग को हल्के से सहला रहा था।

उसे यह देखकर और भी ज्यादा उत्तेजना हो रही थी कि उसकी पत्नी, जिसे वह खुद कभी संतुष्ट नहीं कर पाया, अब किसी और मर्द के स्पर्श से तड़प रही थी। जय ने सान्वी को बिस्तर की ओर धकेला और उसे धीरे-धीरे बिस्तर पर लिटा दिया। सान्वी ने अपनी आँखें बंद कर लीं, और उसकी साँसें तेज हो गईं।

जय ने उसके शरीर को अपने मजबूत हाथों से सहलाना शुरू किया, और वह धीरे-धीरे सान्वी के कपड़े उतारने लगा। उसकी ड्रेस अब उसके शरीर से हट चुकी थी, और वह केवल अपनी ब्रा और पैंटी में रह गई थी।

आप यह कक हस्बैंड ने अपनी बीवी की चुदाई करवाई की कहानी हमारी इंडियन सेक्स सेक्स स्टोरीज की ऑफिशल वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

“तुम बहुत खूबसूरत हो, सान्वी,” जय ने धीरे से कहा, और उसके स्तनों को सहलाने लगा। सान्वी का शरीर जय के स्पर्श से कांप रहा था। उसकी ब्रा अब उसके शरीर से हट चुकी थी, और जय ने उसके स्तनों को अपने होठों से चूमना शुरू किया। सान्वी ने धीरे से आह भरी, और अभय ने यह सुनकर अपने लिंग को और तेजी से मसलना शुरू कर दिया।

वह इस नज़ारे से पूरी तरह सम्मोहित हो चुका था। जय ने अब सान्वी की पैंटी भी उतार दी, और उसकी नंगी योनि के पास आकर उसे चूमना शुरू कर दिया। सान्वी अब पूरी तरह से जय की मर्दानगी में डूबी हुई थी। जय ने उसकी योनि को अपने मुँह से चाटना शुरू किया, और सान्वी के मुँह से तेज सिसकारियां निकलने लगीं। “आह… जय, और तेज़,” सान्वी की आवाज़ में वासना साफ झलक रही थी।

अभय यह सब देखकर और भी ज्यादा उत्तेजित हो गया, और उसके अंदर की जलन अब और बढ़ गई थी। उसने सोचा, “यह सब मैं अपनी पत्नी के लिए कर रहा हूँ, ताकि वह पूरी तरह से संतुष्ट हो सके।” जय अब अपने कपड़े उतार चुका था, और उसका लिंग पूरी तरह खड़ा हुआ था। उसने सान्वी की टांगें फैलाई और धीरे-धीरे अपना लिंग उसकी योनि में घुसाने लगा। सान्वी का पूरा शरीर सिहर उठा, और उसने जय के कंधों को कस कर पकड़ लिया।

जय ने धीरे-धीरे धक्के मारना शुरू किया, और सान्वी हर बार आह भरती रही। “आह… हां… और तेज़, जय… और तेज़…” उसकी आवाज़ अब पूरी तरह वासना से भरी हुई थी। अभय यह सब देखकर पूरी तरह से पागल हो चुका था। जय के धक्कों की रफ़्तार अब तेज़ हो गई थी, और सान्वी का पूरा शरीर बिस्तर पर हिलने लगा था। “आह… जय… आह…” सान्वी की सिसकारियां अब और भी तेज़ हो रही थीं, और जय ने भी अपनी रफ़्तार और बढ़ा दी।

जैसे ही जय की रफ़्तार बढ़ी, सान्वी की आँखें अभय की तरफ मुड़ गईं। उसके चेहरे पर एक अजीब सी खुशी थी, जो अभय ने पहले कभी नहीं देखी थी।
“अभय… देख रहे हो?” सान्वी ने हांफते हुए कहा, “तुम मुझे ये कभी नहीं दे पाए… जय जो कर रहा है… वो असली मर्द का काम है।”

अभय ने अपने लिंग को और तेजी से मसलना शुरू कर दिया। उसके मन में अजीब सी जलन थी, लेकिन साथ ही वह यह भी महसूस कर रहा था कि
वह इस पल का गवाह बन कर अपनी पत्नी की खुशी को देख रहा था।

जय अब और तेजी से धक्के मार रहा था। “आह… जय, और जोर से!” सान्वी ने अभय की तरफ देखते हुए कहा,
“अभय, देखो कैसे मेरी चूत जल रही है… तुम कभी ऐसा नहीं कर पाओगे।”

अभय ने अपनी आँखें सान्वी की तरफ उठाईं और वह देख सकता था कि सान्वी का पूरा शरीर कैसे कामुकता में डूबा हुआ था।
उसके चेहरे पर एक अलग सी चमक थी, और उसकी आवाज़ में वासना की गहराई थी।

“कभी सोचा था…?” सान्वी ने एक और आह भरते हुए कहा, “कि मैं किसी और के लिंग के लिए इस तरह तड़पूंगी?
तुम्हारी मौजूदगी में… तुम जो नहीं कर सकते थे, वो आज जय कर रहा है।”

जय के धक्के और तेज हो गए, और सान्वी के मुँह से सिसकारियाँ निकलने लगीं। “आह… हां… अभय, यही देखना चाहते थे न?
यही तुम्हारी सच्चाई है… अब देखो कैसे जय मेरे अंदर गहराई तक जा रहा है…”

अभय की आँखों से आंसू निकलने लगे, लेकिन उसने अपना हाथ रोका नहीं। वह जानता था कि यही उसकी हकीकत थी।
“मैंने तुम्हें कभी संतुष्ट नहीं किया, सान्वी,” उसने कांपते हुए कहा, “लेकिन आज… आज मैं देख रहा हूँ कि तुम्हारी
सभी इच्छाएं पूरी हो रही हैं।”

जय ने अचानक और जोरदार धक्के मारे, और सान्वी का पूरा शरीर बिस्तर पर हिलने लगा। वह अपनी आवाज़ को रोक नहीं पा रही थी।
“आह… जय… और जोर से… मुझे पूरा करो!”

इस बार सान्वी ने अभय की ओर देखकर एक आखिरी बात कही, “तुम्हारे सामने ही मैं आज पूरी तरह जय की हो गई हूँ…
तुम्हें ये देखकर कैसा लग रहा है?”

अभय ने कांपते हुए कहा, “तुम्हें खुश देखकर… यही मुझे सुकून देता है।”

“फिर देखो,” सान्वी ने कहा, “कैसे एक असली मर्द मुझे फाड़कर रख दे रहा है।”

अभय अब पूरी तरह टूट चुका था, लेकिन उसकी आँखों के सामने जो हो रहा था, उसने उसे वहीं जड़वत कर दिया।

आप यह कक हस्बैंड ने अपनी बीवी की चुदाई करवाई की कहानी हमारी इंडियन सेक्स सेक्स स्टोरीज की ऑफिशल वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

कुछ ही देर बाद, जय ने आखिरी जोर लगाया और दोनों एक साथ चरम सुख की अवस्था में पहुंच गए। सान्वी ने एक आखिरी आह
भरते हुए अभय की ओर देखा, और उसकी आँखों में एक जीत की चमक थी। जय ने सान्वी के ऊपर से उतरकर उसकी तरफ
मुस्कुराया, और सान्वी ने उसे कसकर पकड़ लिया।

अभय ने धीरे से अपनी जगह पर सिर झुका लिया, और उसने महसूस किया कि वह अब एक नया अभय बन चुका था –
वह जिसने अपनी पत्नी को असली मर्द से संतुष्ट होते हुए देखा था।

Related Posts💋

आपको यह कहानी कैसी लगी?

स्टार्स को क्लिक करके आप वोट कर सकते है।

Average rating 5 / 5. Vote count: 109

अभी तक कोई वोट नहीं मिला, आप पहला वोट करें

We are sorry that this post was not useful for you!

Let us improve this post!

Tell us how we can improve this post?

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

    प्रातिक्रिया दे

    आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *