हैलो दोस्तों, मैं आपका चहेता राज हूँ, ये तब की बात है जब में बहुत छोटा था, स्कूल में पढ़ाई कर रहा था. आजकल मैं MCA की तैयारी में लगा हूँ.
मेरे स्कूल की परीक्षा के पहले, मेरे टीचर का फोन मेरी माँ के पास आया था. शायद वे मेरी माँ से मेरी पढ़ाई के बारे में कुछ बात करना चाहते थे.
मेरी माँ तब होंगी करीब 38 साल की, वो बहुत सेक्सी हैं. मेरी माँ को मेरे टीचर ने फोन करके कहा कि आज रात तुम 6.30 पीएम पर अपने बेटे के साथ आ जाना.
माँ ने टीचर से कारण पूछा तो उन्होंने मेरी कमजोर पढ़ाई को लेकर कहा. मेरी माँ ने टीचर को पटा लिया कि इस बार मेरे लड़के को किसी भी तरह पास करा दीजिएगा. आपका बड़ा अहसान होगा.
टीचर ने कहा- आप आईये, फिर देखते हैं कि क्या किया जा सकता है.
माँ ने कहा- हाँ आप सब कुछ देख सकते हो मैं तैयार हूँ.
टीचर ने कहा- मतलब?
माँ ने कहा- आप मतलब नहीं समझते हैं.. मैं आपके पास सब कुछ दिखाने आने को राजी हूँ.
टीचर समझ गए और बोले- ठीक है आपका सही व्यवहार आपके लिए बड़ा फायदेमंद रहेगा.
टीचर की इस बात से मेरी माँ थोड़ी गरम हो गई थीं. उनको शायद सेक्स का खेल चाहिए था.
इसके बाद मेरी माँ ने टीचर से काफी देर तक बात की और बातों ही बातों में टीचर के साथ सेक्स चैट शुरू कर दी. उन दोनों ने अपने आपको बहुत गरम किया. इसके बाद मैं और मेरी माँ ठीक 6.30 पीम पर मेरे टीचर के यहाँ पहुँच गए. मैं अपनी माँ के बदन की गरमी को महसूस कर रहा था.
जब हम टीचर के यहाँ पहुँचे, टीचर ने हम दोनों को अन्दर बुलाया.
मेरी माँ ने करीब 4-5 मिनट टीचर से आँखों ही आँखों में बातें कीं.. इससे मेरे टीचर भी बहुत गरम हो गए थे.
उस दिन माँ भी बहुत सेक्सी लग रही थीं. मेरे टीचर ने सभी अन्य बच्चों को जाने के लिए कह दिया. फिर मुझे भी टीचर ने बोला कि तुम दूसरे कमरे में बैठ जाओ.
मैं दूसरे कमरे में जा कर बैठ गया.
कुछ पलों बाद मुझे चुल्ल हुई कि जाकर देखूं कि टीचर और माँ क्या कर रहे हैं, तो मैं उस कमरे की खिड़की के पास खड़ा हो गया. मैंने झिरी में से देखा कि टीचर मेरी माँ को धीरे धीरे किस कर रहे थे. मेरी माँ ने अपना ब्लाउज उतार दिया था. वो बड़ी कटीली माल लग रही थीं.
फिर टीचर ने माँ के मम्मों को अपने हाथों में लिया और उनके एक निप्पल को चूसने लगे. मेरी माँ भी टीचर को बड़ी मस्ती से दूध पिला रही थीं. फिर टीचर और माँ ऊपर के कमरे में सेक्स करने के लिए चले गए. मैं भी कुछ देर बाद ऊपर के कमरे के बाहर जाकर खिड़की से देखने लगा.
अब माँ पूरी तरह नंगी हो चुकी थीं. माँ नंगी ही बिस्तर पर लेट गई थीं.
इसके बाद टीचर ने माँ को थोड़ा और गरम करने के लिए माँ के पाँव से लेकर टीचर तक धीरे धीरे ऊपर की ओर सहलाना चालू किया.
माँ थोड़ी और गरम होने लगी थीं. माँ के मुँह से ‘स्सस्सस्स.. आह.. स्सस..’ की कामुकता भरी आवाजें आने लगी थीं.
टीचर ने माँ की नाभि में धीरे धीरे उंगली करना चालू किया. माँ तड़फ रही थीं. अब टीचर आपने हाथ को प्यार से और ऊपर की तरफ़ माँ के मम्मों पर ले जाकर हाथ में भरते हुए मसलना शुरू कर दिया था.
माँ चुदास से एकदम से मचल उठी थीं. माँ को मजा आ रहा था.
टीचर ने माँ की नाभि के अन्दर अपनी जीभ डाल कर घुमाई.. तो माँ एकदम से गरम हो उठी थीं.
अब माँ से रहा नहीं जा रहा था. माँ डॉगी स्टाइल में होकर टीचर के लंड को किस करने लगी थीं.. और टीचर के हाथ माँ की गांड को सहला रहे थे
फिर माँ सीधी हुईं तो टीचर ने बैठ कर माँ की नाभि को बड़े प्यार से किस पर किस किए जा रहे थे. माँ भी टीचर को गरम किस पर किस किए जा रही थीं.
अब माँ भी टीचर की इस हरकत से बहुत ज्यादा पागल होने लगी थीं.. मेरी माँ को भी बड़ा मजा आ रहा था.
इस वासना के खेल में माँ टीचर को मेरे लिए बोलना ही भूल गई थीं. फिर टीचर ने माँ को डॉगी स्टाइल में कर दिया और उनके पीछे से आकर माँ की चुत में अपना लंड डालना शुरू किया.
माँ बुरी तरह तड़फ उठी थीं.. क्योंकि टीचर का लंड बहुत बड़ा था और मेरी माँ की चुत छोटी सी थी, शायद पापा का लंड छोटा सा रहा होगा जिस वजह से माँ की चुत जयादा नहीं खुल पाई थी. और हो सकता है कि मेरी माँ की चुत पापा के लंड से संतुष्ट न हो पाती हों, जिस कारण उन्होंने टीचर से चुदाना ठीक समझा.
तो टीचर के बड़े लंड ने माँ की चुत को एक तरफ से फाड़ना शुरू कर दिया था.
मेरी माँ एक कमसिन लौंडिया की तरह चीख रही थीं जैसे उनकी सील खुल रही हो. टीचर ने भी बर्बरता से माँ की छोटी सी चुत के साथ घोड़े के लंड जैसे चुदाई करना चालू रखा. कुछ देर की तकलीफ के बाद मेरी माँ ने टीचर के लंड को पूरा खा लिया था और चुत के रस ने माँ की पीड़ा को खत्म कर दिया था.
अब माँ को भी लंड अच्छा लगने लगा था. मेरी माँ बहुत छरहरी और चंचल बदना हैं. माँ को भी अब जोर जोर से चुदवाना अच्छा लग रहा था.
टीचर ने माँ को हचक कर चोदा और करीब बीस मिनट बाद माँ की चुत में ही टीचर के लंड ने अपना वीर्य छोड़ दिया था.
इसके बाद कुछ देर के लिए दोनों निढाल हो गए. मेरी माँ टीचर का लंड चूसते हुए टीचर को फिर से गरम करने लगीं, शायद उनकी चुत को लंड की खुराक अभी और चाहिए थी.
एक घंटे में माँ ने टीचर के लंड से तीन बार चुत की आग बुझवाई और वे दोनों एक दूसरे से लिपट कर लेट गए.
इस दौरान चुदाई का मधुर कामुक और मादक संगीत कमरे के बाहर से ही मैं सुनता रहा था.
इसके बाद माँ साड़ी और बाकी कपड़े पहन कर बाहर आ गईं. तब टीचर ने मुझसे बोला कि चलो अब आज की पढ़ाई खत्म हुई, कल आना.
मैं सोच रहा था कि टीचर को कहना था कि आज की चुदाई खत्म हुई अब अपनी माँ को लेकर आना.
Related Posts💋
Wife, Saas aur Sali, 3 Aurton ki chut |
Suhaagraat ki ajeeb pratha |
Bua ki Beti ko khet me pel diya |
हॉस्टल की होली - 3- फॉर्महाउस पर गैंगबैंग |
College girl ke kuwari chut ki tadap |