स्कूल गर्ल की कुंवारी चूत की चुदाई- 1

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Xxx वर्जिन गर्ल हॉट स्टोरी में पढ़ें कि एक दिन अनायास ही स्कूल से निकल रही लड़की मुझसे टकरा गयी. मुझे वह अच्छी लगी तो मैं अगले दिन भी उससे मिलने गया.

दोस्तो, मेरा नाम अभय है.
मैं 22 साल का सुंदर दिखने वाला लड़का हूँ. मेरी कद काठी अच्छी है तो कुल मिला कर सुंदर लड़कियों के पसंद करने लायक तो हूँ.

यह Xxx वर्जिन गर्ल हॉट स्टोरी आज से करीब 6 महीने पहले की है.

मैं सड़क पर अपने एक दोस्त का इंतजार कर रहा था.
बगल में ही एक स्कूल था, स्कूल की छुट्टी होने वाली थी.

जैसे ही छुट्टी हुई सभी स्टूडेंट स्कूल से बाहर निकलने लगे.

मैं थोड़ा आगे बढ़ा कि एक लड़की जल्दी से निकलने के चक्कर में मुझसे टकरा गई.
जैसे ही मेरी नजर उस लड़की पर गई, मैं उसे देखता ही रह गया.

एकदम गोरी चिट्टी, देखने में क़यामत लग रही थी, स्कूल ड्रेस में मस्त सेक्सी माल लग रही थी.
सफ़ेद शर्ट के ऊपर से उसकी चूचियाँ मस्त उभरी हुई थी. ऐसा लग रहा था शर्ट फाड़ कर बाहर आ जायेंगी.

नीचे उसकी स्कर्ट जो उसके घुटनों तक आ रही थी, उसकी गोरी गोरी टाँगें बहुत क़यामत लग रही थी.

सच कंहू तो उसकी सुंदरता को शब्दों में बयां नहीं कर सकता.

जैसे ही वह मुझसे टकराई, उसका बैग नीचे गिर गया.
उसने मुझे प्यार भरी आवाज में सॉरी बोला और बैग उठाने के लिए झुक गई.

जैसे ही वह झुकी, मैं भी उसका बैग उठाने के लिए झुक गया.
मेरा सर उसके सर से टकरा गया.

उसने फिर से सॉरी बोला.
फिर बैग लेकर बोली- थोड़ी जल्दी में थी इसलिए टकरा गई!
मैं बोला- कोई बात नहीं!

फिर वह एक छोटी स्माइल के साथ जाने लगी.
मैं उसको जाते हुए पीछे से देखने लगा.

थोड़ी आगे जाकर उसने भी एक बार घूम कर देखा और एक स्माइल देकर जाने लगी.

आप लोगों को थोड़ा उस लड़की के बारे में बता देता हूँ.

उसका नाम अमिश्का है उसकी उम्र 18 या 19 की होंगी.

उसकी चूचियों की साइज 34B, कमर 30″ और गांड की साइज 34″ थी जो उसकी चुदाई के टाइम मुझे पता चला.

उसके बाद मैं भी अपने दोस्त से मिला और अपने रूम पर आ गया.

रूम पर आने के बाद भी मुझे उसकी याद बार बार आ रही थी.
उसकी उभरी हुई गोल गोल चूचियाँ, उसकी उभरी हुई गांड ने मेरे लंड को खड़ा कर दिया था.
उस रात उसको याद करके मैंने 2 बार मुट्ठ मारी.

अगले दिन मैं फिर वहीं गया.
मुझे लगा शायद आज भी वह मिल जाये!

और हुआ भी वही. . . छुट्टी होने के बाद वह बाहर निकली.
तो मैंने उसे देख लिया और उसने भी मुझे देख लिया.

वह एक स्माइल देकर आगे निकल गई.
मैंने भी उसे देख कर स्माइल दे दिया.

उसने थोड़ी आगे जाकर फिर से देखा मुझे मुड़ कर. . . और फिर से स्माइल दी और चली गई.
मैं भी चला गया.

घर जाकर मैंने सोचा कि कल उससे बात करूँगा.

अगले दिन मैं फिर से वहां गया.

अमिश्का स्कूल से निकली, मैंने स्माइल पास की, उसने भी मुस्कुरा कर उत्तर दिया.
तो मैंने उसे अपने पास बुलाया.
तो पहले उसने मना किया लेकिन मैंने दोबारा इशारा किया तो वह मेरी तरफ आ गयी.

वह मेरे पास आई तो मैंने उसका नाम पूछा और अपना नाम भी बताया.

फिर मैंने उसे कहा- तुम मुझे अच्छी लगी. क्या हम दोस्त हो सकते हैं?
मेरी बात सुन कर एक बार को वह घबरा गई, वह मना करके जाने लगी.

लेकिन मैंने उसे रुकने को कहा.
तब मैंने उसे कहा- मैं कल फिर इसी समय यहाँ आऊंगा. हम बात करने के लिए दस मिनट के लिए मॉल में चलेंगे.
उसने फिर मना किया.
लेकिन मैंने कहा- मैं कल यहीं मिलूंगा.
तब मैंने उसे जाने दिया.

अगले दिन मैं वहीं खड़ा हो गया था.
छुट्टी होने पर वह मेरे पास आई और बोली- चलो, मॉल में बात करेंगे.

उसने थोड़ी आगे जाकर मुझे बाइक रोकने को कहा कि वह वहीं जाकर बाइक पर बैठेगी.

मैं थोड़ा आगे जाकर उसका इन्तजार करने लगा.
3-4 मिनट में वह आकर मेरे बाइक पर बैठ गई और हम मॉल की तरफ चल पड़े.

मॉल में एक रेस्तरां में बैठ कर हमने बात की.
वह भी मुझे पसंद करती थी पर डर रही थी.

आखिरकार मैंने उसे अपना नम्बर दे दिया और फोन करने को कहा.
उसने फोन करने की हामी भर दी तो मैं खुश हो गया.
कॉफ़ी पीकर हम निकला आये क्योंकि उसे घर जाना था.

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उसी रात दस बजे उसका फोन आया.
उसने बताया कि यह फोन उसी का है.
मैंने नम्बर सेव कर लिया.

हम दोनों की बातचीत का निचोड़ यह था कि वह भी मुझसे मिलने के बाद मेरी ओर आकर्षित हो गयी थी.
उसका पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लग रहा था.
उसकी वासना उसे मेरे पास आने के लिए मजबूर कर रही थी.

आखिर अमिश्का ने मेरा प्रस्ताव स्वीकार कर लिया. वह मेरे साथ आने को तैयार हो गई.

अब हम फोन पर सेक्स की बातें करने लगे और जल्दी ही सेक्स का मजा लेना चाह रहे थे.

एक मैं मार्किट में गया और अमिश्का के लिए ला और गुलाबी रंग की दो जोड़ी सेक्सी ब्रा पैंटी ले ली.
अमिश्का फ़ोन पर मुझे अपने बदन का साइज पहले ही बता चुकी थी.

स्कूल की छुट्टी के समय पर मैंने उसे ब्रा पैंटी दे दी.

रात को हमने फोन पर बात की और अगले दिन मिलने का प्लान किया.
मैंने अमिश्का को बोल दिया पिंक ब्रा पैंटी पहनने के लिए. . . वह भी राजी हो गई.

अगले दिन वह स्कूल के बहाने घर से निकली और रास्ते में मुझे मिली.

अमिश्का अपने स्कूल ड्रेस में आई थी.
उसे देख कर मैं पागल हो गया क्योंकि आज मिलन की वेला जो थी.

मैंने उसे बाइक पर बैठाया और अपने रूम पर लेकर आ गया.

जैसे ही हम रूम के अंदर आये, रूम को लॉक करके मैंने अमिश्का को अपनी बांहोंमें कस लिया.
उसकी उभरी हुई चूचियाँ मेरी छाती से टकरा गई.

उसको बांहों में भरते हुए मैं उसके गोरे गोरे गालों को चूमने लगा.
और चूमते हुए उसके गुलाबी होठों को अपने होठों में ले लिया.
उसके गुलाबी होठों को चूमने के बाद ऐसा लगा जैसे मैं जन्नत में हूं.

अमिश्का की सांसें भी तेज़ हो गई थी और मेरी छुअन से और तेज़ हो रही थी जो इस बात की गवाह थी कि उसके लिए ये सब पहली बार हो रहा था.

अब अमिश्का को अपनी गोद में उठा कर बेड पर लाया और बैठा दिया.

मैंने अमिश्का की आँखों में देखा, वह शर्म से पूरी लाल हो गई थी.
स्कूल ड्रेस में बहुत क़यामत लग रही थी अमिश्का!

उसकी स्कर्ट उसकी जांघों से थोड़ी ही नीचे तक आ रही थी.
अगर उसके स्कर्ट थोड़ा भी ऊपर उठा दूँ तो उसकी जांघों के बीच में फंसी उसकी पैंटी दिख जाये.

उसके शर्ट के ऊपर से उसकी चूचियाँ इतनी सख्त हो गई थी कि ऐसा लग रहा था शर्ट फाड़ कर बाहर आ जायेंगी.

शर्ट के ऊपर से उसके निप्पल के उभार साफ साफ देखने को मिल रहे थे जो काफ़ी टाइट हो कर खड़े थे.

अब मैंने देर ना करते हुए पुनः अमिश्का को अपनी बाहों में भर लिया और उसे चूमने लगा.
अमिश्का भी मेरा साथ दे रही थी.

उसको चूमते हुए मैंने उसे बेड पर लेटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया.

मैं अमिश्का को अपनी बांहों में लेकर उसे चूमता रहा, उसके गालों को, उसके होठों को चूमते चूमते जैसे ही उसके कान के पास गया, उसके कान के लोब को अपने मुँह में लेकर जैसे ही चूसा, वह आअह्ह करके मचल उठी.

उसके कान को चूसते हुए जैसे ही मैं उसके कान में फुसफुसाया- आह अमिश्का, क्या मदमस्त जवानी है तेरी!
सुनते ही अमिश्का और मचलने लगी, उसकी सांसें और तेज़ हो गई, उसके दोनों पैर आपस में रगड़ खाने लगे.

अब मैं अमिश्का को चूमते हुए धीरे धीरे नीचे की ओर आने लगा.
मैंने शर्ट के ऊपर से ही उसकी टाइट चूचियों को दबाया और उसके निप्पल को मुँह में ले लिया.

अमिश्का के मुँह से एक तेज़ सिसकारी निकली- आअह्ह्ह!

फिर एक एक करके शर्ट के ऊपर से ही दोनों चूचियों को मसल कर चूसने लगा.

उसकी सिसकारियाँ और तेज़ हो गई. उसकी सिसकारियों के साथ पूरा कमरा वासनामय हो गया.

फिर मैं थोड़ा और नीचे आया और शर्ट के ऊपर से उसके पेट को चूम लिया.

जैसे ही उसके पेट को चूमा उसकी चूचियाँ ऊपर उठ गई.
मेरी चुसाई के कारण उसके शर्ट के ऊपर से ही उसके निप्पल का उभार दिखने लगा जो बहुत ही मादक लग रहा था.

फिर मैं थोड़ा और नीचे आया और उसकी स्कर्ट के ऊपर से उसकी जाँघों से होते हुए उसके पैरों तक गया.

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उसकी टांगें बहुत गोरी और चिकनी दिख रही थी. उसके गोरी गोरी टांगों पर मैंने जैसे ही हाथ फिराया, वह मचल उठी.
उसके मुँह से एक तेज़ सिसकारी निकली- उउफ्फ.

जैसे ही मैंने उसके पैरों को सहलाते हुए उसकी गोरी टांगों को चूमना शुरु किया, उसकी सिसकारी और तेज़ हो गई.
वह ‘आह्ह ह्ह … उउ उफ़्फ़ … उईई मा…’ करके सिसकारने लगी.

वह अपने हाथों से चादर को भींच रही थी.
अमिश्का इतनी मादक हो गई थी कि शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता.

अब मैंने अमिश्का की टांगों को थोड़ा ऊपर उठा कर घुटनों से मोड़ दिया और उसकी पैर के तलवे बेड पर थे.

जैसे ही मैं अमिश्का को इस पोजीशन में लाया, उसकी स्कर्ट के नीचे से उसकी गांड वाला भाग दिखने लगा जो गुलाबी पैंटी में कसा हुआ था.

मस्त गोरी गोरी गोल गोल गांड थी अमिश्का की!
समझने वाले समझ गए होंगे कि मैंने अमिश्का को किस पोजीशन में किया है.

अब मैं अपने हाथों को अमिश्का के घुटनों तक ले गया.
जैसे ही मेरे हाथ उसके घुटनों तक गए, मैंने उसके घुटने पकड़ कर उसकी जांघें खोल दी.
उउ उफ़!

जैसे ही अमिश्का की जांघें खुली, उसकी जाँघों के बीच में उसकी कसी हुई पैंटी दिखने लगी.
बता नहीं सकता कितना मादक दृश्य था.
उसकी दोनों जाँघों के बीच में उसकी कसी हुई पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत देख कर पागल हो गया.

पैंटी के ऊपर से ही उसकी फूली हुई चूत की पूरी आकृति नजर आ रही थी.
उसकी चूत की फांकें उसकी पैंटी के ऊपर से साफ साफ दिख रही थीं.

पैंटी उसकी चूत की मादक रस से पूरी भीग चुकी थी जो मुझे और पागल बना रही थी.

इधर मेरी हरकतों से अमिश्का का बुरा हाल था.
अमिश्का पूरी तरह वासना के गिरफ्त में आ चुकी थीं.

अब मैं अमिश्का के ऊपर आ गया और उसकी शर्ट के बटन खोलने लगा.

शर्म आते हुए भी अमिश्का मेरा पूरा साथ दे रही थीं.

जैसे ही शर्ट के बटन खुले, अमिश्का को पिंक ब्रा में देख कर मैं पागल हो गया.

उसकी चूचियाँ वासना के कारण पूरी टाइट हो चुकी थीं.
ऐसा लग रहा था कि उसकी चूचियां ब्रा को फाड़ कर बाहर निकल जायेंगी.

शर्ट निकालने के बाद मैंने जब अमिश्का को निहारा, तो उसका बदन इतना गोरा, इतना सेक्सी दिख रहा था कि लंड को काबू कर पाना मुश्किल हो गया.

उसकी गोरे बदन पे पेट के बीच में गहरी नाभि कहर ढा रही थी.

मैं अमिश्का की चूचियों को अपने हाथों में लेकर मसलने लगा.

मेरे हाथ का स्पर्श पाते ही अमिश्का की वासना और बढ़ गई.

मैंने भी देर ना करते हुए उसकी पीठ पर हाथ फेरते हुये उसकी ब्रा का हुक खोल दिया.

जैसे ही ब्रा का हुक खुला, उसकी चूचियाँ उछल कर बाहर आ गई.

ऐसा लग रहा है जैसे, बरसो बाद किसी ने उन्हें आजाद कर दिया हो. बाहर आते ही दोनों चूचियाँ उछलने लगी.

चूचियों के ऊपर से ब्राउन कलर का निप्पल ऐसा दिख रहा था मानो कोई चॉकलेट लगा हो.

मैंने अमिश्का की, दोनों चूचियों को हाथ में लेकर मसलने लगा. अमिश्का की सिसकारी और बढ़ गई.

जैसे ही उसके निप्पल को मुँह में लिया, अमिश्का की सिसकारी निकल गई- आह्ह उफ्फ!
उसके मुँह से मादक आवाजें आने लगी- उम्म्म आआह्ह ओह्ह्ह!

वह सिसकारने लगी और अपने पैरों को रगड़ने लगी.

मैं उसकी चूचियों को चूसते हुये धीरे धीरे उसके पेट पर आ गया.
उसकी पेट पर हाथ फेरते हुये, उसके पेट को चूम लिया.

अमिश्का अचानक से उछल पड़ी, उसकी सिसकारियां और तेज़ हो गई.

मैं उसके पेट को चूमते हुये, उसकी गहरी नाभि के पास आ गया जो काफ़ी मादक दिख रही थी.
जैसे ही मेरे होंठ उसकी नाभि को छुआ उसकी मुँह से जोर की सिसकारी निकली ‘आअह्ह्ह’.

उसकी सिसकारी के साथ उसकी सांसें और तेज़ हो गई, उसकी सांसों के साथ उसकी मस्त टाइट चूचियाँ भी ऊपर नीचे हो रही थीं.

चूचियों के ऊपर उसकी निप्पल भी और टाइट हो गई थीं जो उसकी सांसों के साथ ऊपर नीचे हो रही थीं.

मैंने जैसे ही अपने जीभ को उसकी नाभि में घुसाया उसने कस के चादर मुट्ठियों में भींच ली और जोर से सिसकारने लगी- आअह्ह्ह … उफ्फ फ्फ्फ़!

मैं उसकी नाभि में जीभ और तेज़ फिराने लगा, वह पूरी तरह से मचलने लगी.

आखिर थी भी वह कमसिन कुंवारी कली!
पहली बार उसके साथ ये सब हो रहा था इसलिए वह ज्यादा मचल रही थी.

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मैंने उसकी नाभि को चूसते हुये एक झटके में उसकी स्कर्ट को खोल दिया.

जैसे ही अमिश्का की स्कर्ट खुली, उफ्फ्फ्फ़ अमिश्का की गोरी मांसल जांघें मेरी आँखों के सामने आ गई.

उसकी गोरी मांसल जांघें देख कर मेरा लंड बेकाबू होने लगा.
उसकी मांसल जाँघों के बीच में उसकी गुलाबी पैंटी फंसी हुई थीं, उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी फूली हुई साफ साफ दिख रही थीं जो पूरी तरह से उसकी चूत रस में भीग गई थी.

पैंटी गीली होने के कारण उसकी चूत की दरार उसकी पैंटी के ऊपर से साफ साफ दिखी रही थी.
जिसे देख कर किसी बुड्ढे का भी लंड खड़ा हो जाये.

मैंने भी अब अपने पूरे कपड़े उतार दिए, सिर्फ अंडरवियर में आ गया.
मेरे अंडरवियर के ऊपर से मेरा लंड साफ साफ दिख रहा था जो काफी टाइट हो चुका था.

अमिश्का मुझे अंडरवियर में देख कर मुस्कुरा दी पर लंड देख कर थोड़ी सहम भी गई.

अब मैं उसकी गोरी गोरी टांगों को धीरे धीरे चूमने लगा, वह और ज्यादा मचलने लगी.

मैं भी अब धीरे धीरे उसकी टांगों को चूमते हुये ऊपर को आने लगा और उसकी गोरी मांसल जाँघों पर हाथ फेरने लगा.
मेरी इस छुअन से वह और मचलने लगी.

मैंने जैसे ही उसकी गोरी जाँघों पर अपने गर्म होंटों से चूमा, अमिश्का जोर से सिसकारने लगी, उसके मुख से ‘आअह्ह उफ्फ उईई मा’ जैसी मादक आवाजें आने लगी.

तभी मैं उसकी जाँघों को खोल कर उसकी जाँघों के बीच में आ गया और उसकी टांगों को घुटनों से लेकर अपने कंधे पर रख दिया.

इससे मेरा सर उसकी दोनों जाँघों के बीच में आ गया और उसकी पैंटी बिल्कुल मेरे आँखों के सामने आ गई.

Xxx वर्जिन गर्ल की जांघें खुली होने के कारण उसकी चूत की फांकें साफ साफ दिख रही थी जो पूरी पैंटी को भीगा रही रही थी.

मैंने उसकी जाँघों को चूमते हुये जैसे ही अपने होंठों से उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को चूमा, अमिश्का पूरी तरह सिहर उठी.
उसके मुँह से एक जोर की सिसकारी निकली- उफ आह्ह हम्म!

अब मैं अपनी जीभ उसकी पैंटी के ऊपर से दिख रही चूत की दरार पर फेरने लगा.
जैसे जैसे मेरी जीभ उसकी चूत की फांकों में ऊपर नीचे हो रही थी, उसकी चूत और गीली होने लगी.
अमिश्का मेरे सर को पकड़ कर अपने चूत पर रगड़ने को कोशिश करने लगी.

मैं अमिश्का की चूत पर जीभ फिराते हुये अपने हाथों को उसकी कमर पर ले गया और उसकी कमर को सहलाते हुये जीभ उसकी चूत पर ऊपर नीचे फेरने लगा.
वह पूरा मचल उठी.

मैंने अपने हाथों की उंगलियां उसकी पैंटी में फंसा दी और उसकी चूत की फांकों में जैसे ही जीभ घुसाई, अमिश्का मदहोशी में उछल गई.

जैसे ही अमिश्का की कमर ऊपर उठी, मेरी उंगलियों में फंसी उसकी पैंटी सरक कर, उसकी जाँघों के नीचे तक आ गई.
उसकी पैंटी एक झटके में पूरी उसकी टांगों से बाहर निकाल दी मैंने … और पैंटी को चूमते हुये अमिश्का की चेहरे पर फेंक दिया.

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कहानी में लेखक का इमेल नहीं है.

Xxx वर्जिन गर्ल हॉट स्टोरी का अगला भाग: स्कूल गर्ल की कुंवारी चूत की चुदाई- 2

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