website banner-not ads-just-self-branding

सेक्सी भाभी की सेक्सी ब्रा और पैंटी उतारी

5
(7896)

हैलो दोस्तों, मेरा नाम शाहिद है। मेरी हाइट 5 फुट 10 इंच है और मेरा लंड 7 इंच लंबा और मोटा है, जो किसी भी चूत को गरम कर दे। मैं आज आपको अपनी भाभी रितु की चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ। रितु भाभी मेरे सपनों की रानी थी, जिनकी चूत और गांड को चोदने के ख्यालों में मैं रात-रात भर मुठ मारता था। आखिरकार एक दिन मेरा वो सपना सच हो गया, और मैंने उनकी चुदाई की, वो भी इतनी बेरहमी से कि आज भी वो मेरा लंड मांगती हैं।

हमारा गांव छोटा सा है, जहां गलियों में मिट्टी की सौंधी खुशबू और खेतों की हरियाली बसी रहती है। भाभी का घर मेरे घर से बस दो गलियां दूर था। रितु भाभी, यार, क्या बताऊं, एकदम माल थी। उनकी उम्र 30 के आसपास, लेकिन जिस्म ऐसा कि 20 साल की लड़की भी फेल। उनकी गांड 34 इंच की, गोल-मटोल, चलते वक्त लचकती थी कि मेरा लंड पैंट में तंबू बना देता। उनके बूब्स 34 के, एकदम टाइट और रसीले, और कमर 24 इंच की, इतनी पतली कि बस पकड़कर चोदने का मन करता था। भाभी की चाल, उनकी हंसी, और वो शरारती नजरें, सब कुछ मेरे लंड को बेकाबू कर देता था।

मैं शुरू से ही चूत का दीवाना रहा हूँ। अब तक मैंने कई लड़कियों की चुदाई की, उनकी सील तोड़ी, लेकिन भाभी जैसी औरत कोई नहीं थी। मैं हमेशा उन्हें हवस भरी नजरों से देखता, उनके जिस्म को चोदने के ख्यालों में डूबकर मुठ मारता। सोचता था, एक बार उनकी चूत को चूस लूं, उनका रस पी लूं, उनकी गांड पर लंड रगड़ लूं, तो जिंदगी बन जाए। और जब वो दिन आया, यार, मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी।

बात उस दिन की है जब गांव में बारिश का मौसम था। आसमान में काले बादल, हल्की-हल्की फुहारें, और घर में सन्नाटा। भैया अपने ऑफिस के काम से शहर गए थे, और घर पर सिर्फ मैं और भाभी थे। मैं उनके घर कुछ सामान देने गया था। घर में घुसते ही देखा, भाभी ने कपड़े धोकर बाहर सुखाए थे। उनमें उनकी जालीदार ब्रा और पैंटी देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया। नीली जालीदार ब्रा, लाल रंग की पैंटी, और कुछ चुदम-चुदाई वाली डिजाइन की ब्रा-पैंटी, जिन्हें देखकर लगता था कि भाभी की चूत हर वक्त गरम रहती है। मैंने चुपके से उनकी पैंटी उठाई, उसे सूंघा, चाटा। उसकी खुशबू में भाभी की चूत की महक थी, जो मेरे लंड को पागल कर रही थी।

इसे भी पढ़ें:  Kaamwali jawan ladki ki chudai

इतने में भाभी ने मुझे देख लिया। उनकी आंखों में शरारत थी, होंठों पर मुस्कान। वो मेरे पास आईं और बोलीं, “क्यों शाहिद, इतनी गर्मी है तुझमें? थोड़ी गर्मी मुझे भी दे दे।” उनकी बात सुनकर मेरा लंड और तन गया। वो मेरे करीब आईं, मेरा लंड पकड़ लिया, और मेरे होंठों पर अपने रसीले होंठ रख दिए। हम दोनों पागलों की तरह चूमने लगे। मैं उनके बूब्स को ब्रा के ऊपर से दबा रहा था, उनकी गांड पर हाथ फेर रहा था। उनकी सांसें गरम थीं, और वो मेरे लंड को पैंट के ऊपर से सहला रही थीं।

भाभी ने कहा, “शाहिद, अभी सब घर पर हैं, थोड़ा रुक जा। बाद में तुझे वो सब दूंगी जो तू चाहता है।” उनकी बात सुनकर मैं बाथरूम में गया और उनकी पैंटी की खुशबू याद करके मुठ मारी। उस दिन के बाद हम दोनों की हवस और बढ़ गई। जब भी मौका मिलता, मैं उनके घर जाता, बाथरूम में ले जाकर उनके बूब्स दबाता, उनकी चूत को पैंटी के ऊपर से सहलाता। वो मेरे लंड को मुंह में लेतीं, चूसतीं, और मेरा सारा माल पी जातीं। उनकी जीभ जब मेरे लंड पर चलती, तो लगता जैसे जन्नत मिल गई। लेकिन वो अपनी चूत नहीं चुदवाती थीं। बस स्मूच, बूब्स दबवाना, चूत चटवाना, और लंड चूसना। मैं सोचता, साली, इतनी गर्मी है, फिर चूत क्यों नहीं देती?

एक रात भाभी का फोन आया। बोलीं, “शाहिद, तेरे भैया बिजनेस ट्रिप के लिए हांगकांग जा रहे हैं। उन्हें एयरपोर्ट छोड़ दे।” मैं समझ गया कि भाभी की चूत लंड मांग रही है। मैंने भैया को एयरपोर्ट छोड़ा और रात को उनके घर पहुंचा। दरवाजा खुला था। अंदर गया तो देखा, भाभी उसी नीली जालीदार ब्रा और पैंटी में बिस्तर पर लेटी थीं, जिसे मैंने चाटा था। उनकी गोरी जांघें, वो रसीली गांड, और बूब्स की उभरी हुई निप्पल्स देखकर मेरा लंड पैंट फाड़ने को तैयार था।

इसे भी पढ़ें:  सुहागरात में ससुर से चुदी

मैं उनके पीछे गया, उनकी गांड पर लंड रगड़ने लगा। भाभी की नींद खुली, और वो मुस्कुराकर बोलीं, “साले, इतनी जल्दी आ गया? आज तुझे अपनी भाभी की चूत का मजा दूंगी।” मैंने उनकी ब्रा खींचकर फाड़ दी, उनके निप्पल्स को मुंह में लिया। उनके बूब्स इतने मुलायम थे कि मैं पागल हो गया। मैंने उनकी पैंटी उतारी, उनकी चूत देखी – गीली, गुलाबी, और गरम। मैंने 69 पोजीशन में उन्हें अपने ऊपर लिया। वो मेरे लंड को लॉलीपॉप की तरह चूस रही थीं, और मैं उनकी चूत को जीभ से चोद रहा था। उनकी सिसकियां, “आहह… उहह… शाहिद, चूस साले…”, मेरे लंड को और सख्त कर रही थीं।

मैंने कहा, “भाभी, तुम्हारी चूत तो रस से भरी है, आज इसे चोदकर सूखा दूंगा।” वो बोलीं, “साले, मादरचोद, चोद दे अपनी भाभी को, फाड़ दे मेरी चूत।” मैंने उनकी चूत में उंगली डाली, वो इतनी टाइट थी कि मेरा लंड फटने को तैयार था। मैंने उनका कृत्रिम लंड देखा, जो बगल में पड़ा था। मैंने पूछा, “भाभी, ये क्या?” वो हंसकर बोलीं, “जब तेरा भैया नहीं होता, ये मेरी चूत की गर्मी शांत करता है।”

मैंने उनकी चूत में लंड डाला। पहला धक्का लगाते ही भाभी चीखीं, “आहह… माँ… धीरे साले… मेरी चूत फट जाएगी।” लेकिन उनकी गालियां सुनकर मैं और जोश में आ गया। मैंने उनकी चूत को जोर-जोर से ठोका, उनकी गांड को थप्पड़ मारे। वो चिल्ला रही थीं, “हाँ… और जोर से… मादरचोद… चोद साले… मेरी चूत को रगड़ दे।” उनकी चूत इतनी टाइट थी कि मेरा लंड हर धक्के में उनकी बच्चेदानी को टक्कर मार रहा था। मैंने उन्हें घोड़ी बनाया, उनकी गांड को चाटा, और फिर से लंड डाला। उनकी सिसकियां पूरे कमरे में गूंज रही थीं।

करीब 45 मिनट तक मैंने भाभी को अलग-अलग पोजीशन में चोदा – घोड़ी, मिशनरी, और फिर उनके बूब्स के बीच लंड रगड़ा। जब मेरा माल निकलने वाला था, मैंने लंड उनके मुंह में डाला। वो मेरा सारा वीर्य पी गईं, और अपनी जीभ से लंड को चाटकर साफ किया। लेकिन भाभी की गर्मी अभी बाकी थी। मैंने उनका कृत्रिम लंड लिया, उनकी चूत में डाला, और उन्हें चोदता रहा। उनकी चूत का रस मेरे मुंह में आया, और मैंने उसे चाट-चाटकर पिया।

इसे भी पढ़ें:  Desi Girl Chudai :मॉडल बनने के चक्कर में मेरी बहिन चुदवा बैठी

चुदाई के बाद भाभी बोलीं, “शाहिद, अगर तू हर हफ्ते मुझे नहीं चोदा, तो मैं तेरे भैया को बता दूंगी कि तूने मेरी चूत को कैसे रगड़ा।” मैं हंसकर बोला, “साली रांड, अब जब तू बुलाएगी, मैं तेरी चूत और गांड दोनों फाड़ दूंगा।”

दोस्तों, आज भी मैं हर शनिवार भाभी के घर जाता हूँ। उनकी चूत को चूसता हूँ, चोदता हूँ, और उनकी गर्मी शांत करता हूँ। वो मेरी रांड बन गई हैं, और मैं उनका लंड। ये चुदाई का सिलसिला अभी भी चल रहा है, और हर बार पहले से ज्यादा मजा आता है।

Related Posts

आपको यह कहानी कैसी लगी?

स्टार्स को क्लिक करके आप वोट कर सकते है।

Average rating 5 / 5. Vote count: 7896

अभी तक कोई वोट नहीं मिला, आप पहला वोट करें

We are sorry that this post was not useful for you!

Let us improve this post!

Tell us how we can improve this post?

Leave a Comment