लंड की दीवानी अर्चना

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हेलो दोस्तों, आप लोग तो मुझे जानते ही होंगे, मेरा नाम अर्चना कुशवाहा हैं मैं जयपुर की रहने वाली हूँ, आज आपका स्वागत हैं मेरी नयी कहानी “लंड की दीवानी अर्चना कुशवाहा”। आप यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।
मैं बहुत हॉट और सेक्सी लड़की हूँ। अभी 30 साल की हूँ पर 30 से भी जादा लंड खा चुकी हूँ। मुझे नये नये लड़कों को फंसाकर चुदवाने में बड़ा मजा मिलता है। लड़को को पटाने का बड़ा फायदा है। मैं उनसे पैसे भी झटक लेती हूँ। मेरे बॉयफ्रेंड्स मुझे मोबाइल, नये गैजेट्स, कपड़े, मेकअप का सामान, पर्स, जेवेलरी, सब कुछ दिलवा देते है।
मुझे बाइक पर बिठाकर ऑफिस और मार्किट छोड़ देते है। इसलिए मैं हर महीने एक नया लड़का पटा लेती हूँ। मुझे मोटे लंड से चूत और गांड मरवाने में बहुत मजा मिलता है। अभी कुछ दिन पहले अपनी सहेली दिव्या के दोस्त से चुदवा ली हूँ जिसको स्टोरी आप सभी दोस्तों तब पंहुचा रही हूँ।
दिव्या और मैं कॉलेज के दोस्त है और वो मेरी बेस्ट फ्रेंड है। उससे कोई बात नही छुपाती हूँ और रोज शाम को उसके घर चली जाती हूँ जहाँ हम दोनों बैठकर बियर पीते है। उस दिन भी ऐसा ही हुआ। मैं दिव्या के घर गयी हूँ थी। उसने मुझे फोन में अपने नये बॉयफ्रेंड की फोटो दिखाई जो बहुत स्मार्ट था। उसका नाम मनीष था। काफी स्मार्ट दिख रहा था फोटो में.
“ये तूने कब फंसाया??” मैंने पूछा. आप यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।
“अभी कुछ दिन हुए है” दिव्या बोली.
“पैसा वैसा खर्च करता है या कड़का है” मैंने पूछा.
“बैंक में नौकरी करता है। अगर 500 मांगती हूँ तो 1000 देता है” दिव्या हसंकर बोली फिर मुझे उसके लंड की फोटो दिखाने लगी।
“हाय री रांड!! अभी मिले 5 दिन भी नही हुए और तूने मनीष से चुदवा भी लिया???” मैंने अपने गालो पर हाथ रखकर बोला.
“तेरा भी मनीष से चुदने का मन है तो बोल” दिव्या आँखों में शरारत के साथ बोली.
“अरे चुदवा दे जान!! कितने दिन हो गये। कोई मोटा लंड नही मिला। मेरे सारे बॉयफ्रेंड बहन के टके 2 4 मिनट में आउट हो जाते है” मैंने मुंह बनाकर कहा.
दिव्या से उसी वक्त मनीष को फोन लगाया और उसे अपने घर पर बुला लिया। वैसे भी उसके घर पर कोई नही रहता था। कुछ देर में मनीष बुलेट लेकर आ गया और उसको देखकर मुझे बड़ा अच्छा लगा। वो काफी लम्बा था 6” के आसपास था। थोडा लम्बा चेहरा था और काफी सेक्सी मर्द था। रंग गोरा और आँखे बड़ी बड़ी।
“हलो जी!! मैं मनीष” वो बोला.

मैंने उससे हाथ मिलाया और हम तीनो बात करने लगे। धीरे धीरे हमारी हंसी ठिठोली बढ़ने लगी और तीनो मस्ती में आ गये। मनीष ने फिर मेरे सामने ही दिव्या के होठो पर होठ लगाकर लिप लॉक किस किया। “i missed you बेबी!!” मनीष ने दिव्या से कहा। फिर हम तीनो का चुदाई का मौसम बनने लगा।
“मनीष!! आज मेरी सहेली भी तेरा मोटा लंड खाना चाहती है। पिक देख देखकर पागल हो रही है” दिव्या अपने बालो की लटकती जुल्फे घुमाती हुई बोली. आप यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।
“कोई टेंसन नही। आज इसे भी अपना मोटा लौड़ा खिला दूंगा” मनीष बोला.
आज इस रण्डी को भी मेरे लंड का स्वाद चखा देता हूँ।
नाम क्या है इस राँड का ” मनीष बोला।”
दिव्य ने बोला- ये मेरी चुदक्कड़ दोस्त अर्चना है।
ये तो साली नाम से हूँ पक्की राँड लगती है “मनीष बोला”
फिर हम दोनों लड़कियाँ सोफे पर ही चालू हो गयी। दिव्या ने मनीष की जींस की चेन खोली और अंडरवियर से उसके लौड़े को बाहर निकाला। फिर हाथ लगाकर मुठ देने लगी। माँ कसम दोस्तों!! कितना सुंदर, कितना क्यूट लौड़ा था उसका। मनीष काफी गोरा था इस वजह से लंड भी काफी गोरा था। आप यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।
8” का बड़ा सा पहलवान लौड़ा था। जिसे दिव्या मस्ती से फेटने लगी। फिर मुंह में लेकर चूसने लगी। फिर मैं भी चालु हो गयी। हम दोनों सेक्सी बिच (रंडियां) बारी बारी से मनीष के गबरू जवान लंड महाराज को फेटने लगी। वो “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” करने लगा।
उस वक्त हम दोनों सहेलियों से गुलाबी रंग की हाफ और बोडी फिटिंग वाली टी शर्ट और जींस पहनी थी। मनीष भी सेक्सी होने लगा और अपने हाथो से मेरी और दिव्या की पिंक कलर वाली टी शर्ट उपर उठा दी। हम दोनों से ब्रा पहनी हुई थी। मनीष भी चुदक्कड मर्द बनकर अपने हाथो से हम दोनों के बूब्स दबाने लगा। उधर हम दोनों लंड चूसने और चूसने में बिजी थी।
“यस बेब्स!! अच्छे से चूसो मेरे लंड को!!! अगर भरपूर मजा लेना है तो इसे अच्छे से खड़ा करो और बिलकुल लोहा बना डालो अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” मनीष कहने लगा। आप यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

वो हम दोनों लड़कियों के दूध दबाए जा रहा था। ब्रा के उपर से दबा रहा था। उसकी जींस की बेल्ट को मैंने ही खोल दिया और उसकी पेंट नीचे की। फिर मैं सेक्सी बिच बनकर जल्दी जल्दी मनीष के लौड़े को मुंह में लेकर चूसने लगी। हाथ से उपर नीचे जल्दी जल्दी चूस रही थी। मुठ पर मुठ दे रही थी। अब मनीष का 8” हथियार खड़ा हो गया था और काफी सख्त हो गया था। फिर दिव्या उसकी गोलियों को हाथ से दबा दबाकर चूसने लगी। फिर मैंने चूस डाला।
“चलो गर्ल्स!! अब अपने अपने बूब्स दिखाई और मेरे सामने कैटवाक करो” मनीष बोला.
उसके बाद मैंने और दिव्या ने अपनी अपनी ब्रा हँसते हुए उतार दी। हम दोनों की चूचियां किसी मॉडल की तरह 36” की थी और ब्रा खोलते ही वो रबर की गेंद की तरह उछलने लगी। हम दोनों को अब मनीष को खुश करना था।
इसलिए दोनों ने अपने अपने बूब्स हाथ में लेकर मनीष को दिखाया। फिर हम दोनों मटकने और इतराने लगी और उसके सामने रूम में मॉडल की तरह हाई हील्स पहनकर चलने लगी। अपनी अपनी जींस हम दोनों से उतार दी थी। अब सिर्फ हमारे सेक्सी बदन पर छोटी छोटी पेंटी थी। आप यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

“पीछे मुड़ो लड़कियाँ!! मुझे अपना पिछवाडा और बम(चूतड़) दिखाओ!!” मनीष का अगला आदेश था.
हम दोनों पीछे घूम गयी। फिर मनीष अपने सोफे से उठ गया और हम दोनों के मस्त मस्त फूले फूले चूतड़ पर हाथ लगाकर सहलाने लगा। “ओहह्ह्ह…ओह्ह्ह्ह…अह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” हम दोनों सिसकारी लेने लगी। मनीष किसी चोदू मर्द की तरह हम दोनों के मस्त मस्त चूतड़ में मुंह लगाकर कसके दबाने लगा।
जिससे हम दोनों को गुदगुदी होने लगी। फिर मनीष तरह तरह से हम दोनों को प्यार करने लगा। हाथ से दबा दबाकर हम दोनों के पुट्ठे चेक कर रहा था। फिर ओंठ लगाकर किस करने लगा। फिर दांत से काटने लगा। इस तरह बड़ा एन्जॉय हम तीनो करने लगे।
फिर बिस्तर पर आकर मैं और दिव्या लेट गयी। मनीष भी हम दोनों के साथ आ गया और चूत की दरार पेंटी से दिख रही थी। ज्योही मनीष ने चूत में ऊँगली करनी शुरू की हम दोनों “आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्….अई. .अई..अई…..अई..मम्मी….” करने लगी। “करो!! और उगली करो मनीष!! हम दोनों की आज प्यास बुझा दो!!” दोनों बोलने लगी। आप यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

मनीष भी पागल होकर एक हाथ मेरी चूत पर और दूसरा हाथ दिव्या की चूत पर रखकर घिसने लगा और रगड़ने लगा। ऐसा करने से हम दोनों सहेलियाँ गर्म होकर सिसियाने लगी। बहन के लौड़े मनीष ने 15 मिनट तक हाथ लगा लगाकर हम दोनों की चुद्दी को पेंटी के चिकने कपड़े के उपर से इतना घिसा और रगड़ा की हम दोनों ही अपनी अपनी चूत में… सी सी सी सी.. हा हा हा बोलते हुए झड़ गयी।
फिर मनीष ने हम दोनों की पेंटी उतार दी और मुंह लगा लगाकर रस ऐसे चाटने लगा जैसे मीठा शहद चाट रहा हो। “उंह उंह … हा हा हा.. ओ हो हो…कितनी मीठी चूत है तुम दोनों की!! इसके आगे तो चीनी भी फेल है” वो कहने लगा.
“तो चाट लो बेबी!!” हम दोनों एक साथ बोली। फिर एक दूसरे की तरह देखकर जोर से हंसने लगी. मनीष अपने चुसाई वाले काम पर जुट गया और मुंह लगा लगाकर दांत से चूत के दाने को काट काटकर ऐसे मजे लेने लगा की हम दोनों की चूत और अधिक रस छोड़ने लगी।
इस तरह से मनीष से 1 घंटा मनोरंजन किया। फिर मेरे उपर आ गया। मेरे पैर को खोल अपना लंड मेरी चूत में डालने लगा। मैं आह्ह्ह्ह आऊ करने लगी। दोस्तों, उसका 8” लंड 2 इंच मोटा तो आराम से होगा। मनीष ने 4” अंदर मेरी चुद्दी में घुसा दिया। फिर एक मीठा प्यार भरा धक्का दिया और 8” लौड़ा मेरी गुफा की गहराई नापने लगा।
“….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी मनीष!! आराम से चोदो यार!!” मैं बोली. आप यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

उसने धक्के देना शुरू किया। हाय रे कितने मोटा लंड खा रही थी। मेरी चूत में उसका मोटा लंड अच्छे से फिट हो गया था। इतना मोटा लंड तो मेरे पुराने बॉयफ्रेंड्स का नही था। जैसे जैसे मनीष मुझे ठोकने लगा, उसके मोटे हथियार की खाल मेरी चूत की अंदरूनी खाल पर रगड़ खाने लगी और मुझे मीठा मीठा अहसास होने लगा। फिर तो मनीष लम्बे लम्बे धक्के देकर मुझे जर्बदस्त यौन सुख देने लगा। ये सब देखकर दिव्या मेरे करीब आ गयी और मेरी चूत के दाने को अपने हाथ से जल्दी जल्दी हिलाने लगी।
“बेबी!! अर्चना को आज अच्छे से चोदना!! बेचारी कबसे प्यासी है” दिव्या बोली.
मनीष अपनी कमर उठा उठाकर मेरी चूत को स्वाहा करने लगा। सट सट जो मस्त धक्के उसके मारे की आपको क्या बताऊं।
“ओह्ह ओह्ह ओह सी सी सी fuck me hard मनीष!!” मैं कहने लगी.
मेरी आवाज सुनकर वो और तेज तेज अपने पुट्ठे उठा उठाकर मेरी चूत को स्वाहा करने लगा और उसने तो मेरी बुर का हार्मोनिअम, तबला, गिटार , बैंजो सब बजा दिया। फिर बड़े जोश के साथ लौड़ा सट से बाहर निकाल लिया जैसे कोई तलवारबाज म्यान से तलवार निकाल लेता है।
मैं “ हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा.. ओ हो हो….” करने लगी। आप यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

“चल दिव्या अब तेरी बारी!!” मनीष आँखों में शबाब भरकर नशीली आँखे बनाकर बोला
दिव्या की दोनों टांग फैलाकर किसी रंडी की तरह बेड पर लेट गयी। उसका बेड काफी मोटा और महंगा होने की वजह से बहुत नर्म था और इस पर चुदने में कुछ जादा ही आनन्द आ रहा था। दिव्या ने अपने हाथ को मुंह में लगाकर गीला किया और चूत के दाने पर हाथ लगाकर रगड़ने लगी।
“आहहहहहहहहह राज!! अब देर मत करो। डाल दो अपना लंड मेरे चूत में और कसके चोद दो मुझे!!” दिव्या किसी बजारू रंडी की तरह बोली.
मनीष ने भी ऐसा ही किया। अपने हाथ में जरा सा थूक लगाया मुंह से और अपने लंड के टोपे पर लगा लिया और आहिस्ता आहिस्ता दिव्या के भोसड़े में घुसा दिया। फिर उसकी दाई टांग उठाकर अपने बाये कंधे पर रख ली और चोदने लगा।
अब दिव्या भी मेरी तरह “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ…ऊँ…ऊँ….” करने लगी। मनीष उसकी बुर की तरह ही देख रहा था और ठोक रहा था। अब उसका लंड फिर से जल्दी जल्दी ठुकाई करने लगा और बड़ा मजा देने लगा। मनीष हूँ हूँ हूँ बोलकर दिव्या की चूत का तबला बजाने लगा।
और अब मैं अपने हाथ से उसकी चूत के दाने को जल्दी जल्दी सहलाने लगी। फिर मैं दिव्या के होठो पर किस करने लगी। इस तरह से हम दोनों लेस्बियन वाला खेल खेल रहे थे। मनीष किसी जानवर की तरह धका धक दिव्या की चूत चोद रहा था। कुछ देर बाद हो फिर झड़ गया। और दिव्या की मलाईदार चूत को अपने माल से भर लिया। आप यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

“चलो अर्चना बेबी!! इस माल को चाट जाओ!!” मनीष बोला और दूर हट गया.
मैं भी पूरी तरह से चुदक्कड बन चुकी थी। अपनी सहेली दिव्या के भोसड़े पर जीभ लगा लगाकर मनीष का माल चाटने लगी और फिर सब पी गयी। हम तीनो से काफी इंटरटेनमेंट किया। फिर दिव्या फ्रिज से तीन हावर्ड 5000 की बोतल ले आई और तीनो चिअर्स करके बियर पीने लगे। हल्का हल्का सी खुमारी हम तीनो को चढ़ गयी।
“चलो लड़कियों दोनों मेरी गांड चाटो!!” वो बोला और कुत्ता बन गया.
मैं अब मनीष की गांड को चाटने लगी। फिर दिव्या भी आ गयी। वो भी मनीष की गांड को जीभ लगाकर चाटने लगी। फिर हम दोनों गर्ल्स कुतिया बन गयी।
“अब तुम दोनों सेक्सी बेब्स के साथ मैं anal sex करूंगा” मनीष बोला.
उसने बेड साइड की अलमारी को खोलकर बड़ा सा पिंक कलर का डिलडो निकाला। मेरी सहेली दिव्या अक्सर इस डिलडो को अपनी चूत में डालकर मजे लेती थी। मनीष अब हम दोनों की गांड के भूरे छेद को चाट रहा था। जल्दी जल्दी चाट रहा था। 2 मिनट मेरे छेद को चाटता था, फिर 2 मिनट दिव्या के छेद को।
धीरे धीरे उसने डिलडो गांड में घुसाना शुरू किया। मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। मनीष से हाथ में डिलडो लेकर मेरी कसी और कुवारी गांड में घुसाना शुरू किया तो मैं “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” करने लगी।
डिलडो 2 इंच से भी जादा मोटा और 6” से भी जादा लम्बा था। अब मनीष बेरहमी से मेरी गांड को डिलडो घुसाकर चोदने लगा और मेरी नीचे की साइड फटी चूत को जीभ लगाकर जल्दी जल्दी डौगी की तरह चाटने लगा जिसमे मुझे बहुत मजा मिला। मनीष तो डबल डबल मजा मुझे दे रहा था। मेरी गांड के कसे छेद को उस हरामी ने डिलडो डाल डालकर ढीला कर दिया और चूत को चाट चाटकर और अधिक गुलाबी कर दिया। आप यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

“करो जान!! और करो!! मेरे दोनों छेदों को आज मजा दे दो मनीष!!” मैंने बोली.
उसने 15 मिनट मेरे साथ रति क्रीडा की। फिर दिव्या के साथ भी वही सब करने लगा। अब फिर से मेरे पीछे आ गया। हम दोनों सेक्सी गर्ल्स अच्छे से कुतिया बनी हुई थी जिससे हम दोनों को anal sex का भरपूर मजा मिल सके। अब मनीष अपने 8” लौड़े को मेरी गांड में घुसाने लगा। फिर 4” अंदर लंड को डाल दिया। “अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा..” मैं दर्द के साथ चिल्लाई। फिर मनीष ने दूसरा जोर का धक्का मारा और 8” लम्बा लंड अंदर घुसा दिया। मैं हम्म्म्म आ करने लगी।

मनीष अब लंड को अंदर बाहर सरकाने लगा। मेरी गांड चुदने लगी। फिर मनीष के धक्के बढ़ने लगे। जल्दी जल्दी मेरे साथ गुदा मैथुन (anal sex) करने लगा और भरपूर आनन्द दिया मुझे। “अर्चना बेबी!! तेरी गांड तो बहुत कसी है!!” मनीष बोला. मैं दर्द की वजह से कुछ न बोल सकी और मनीष से भरपूर गांड चोदन किया मेरा। फिर अपना लाल लाल खूबसूरत लंड निकालकर मेरी सहेली दिव्या का गांड चोदन करने लगा। काफ़ी देर तक दिव्या की गाँड़ चोदने के बाद मनीष ने अपना मोटा लंड मेरे मुँह में घुसा दिया और ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगा, उसका मोटा लंड मेरे मुँह में होने से मैं कुछ बोल भी नहीं पा रही थी इतने में मनीष ने अपने लंड का सारा पानी मेरे मुँह में ही छोड़ दिया, और जब तक मैंने वो सारी मलाई पी नहीं तब तक उसने मेरे मुँह से अपना लंड बाहर नहीं निकाला। आप यह कहानी दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

मनीष बोला- अर्चना आज से तू भी मेरी रखैल बन कर रहेगी।
मैं बोली – जैसा आप कहो मैं तो वैसे भी आपके लंड की दीवानी हो गई हूँ।
तो कैसी लगी आपको मेरी कहानी दोस्तों।
मैं आपकी चुदक्कड़ अर्चना कुशवाहा फिर आऊँगी मेरी अगली कहानी के साथ। तब तक के लिए गुड बाई।

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