निकिता और रिया का नंगापन

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मैं निकिता, जो अपने जीवन को पूरी तरह से जीने में विश्वास करती हूँ। मेरी जिंदगी में प्यार, दोस्ती और मजाक हमेशा रहते हैं। लेकिन कभी-कभी मेरे फैसले मेरे लिए मुश्किलें भी पैदा कर देते हैं।
मेरा फिगर 34-26-34 है, और मैं 5’6″ की हूँ। मेरे बाल का रंग काला है.

हाई दोस्तों, मैंने अपनी पिछली कहानी में बताया कैसे वैलेंटाइन्स वीक मैंने दो लड़कों के साथ मनाया और अंत में केशव को चुना और तुषार के सामने केशव से खूब चुदी।

तुषार को यह देखकर शॉक लगा कि मैंने केशव को चुना था। वह सोचने लगा कि मैंने उसे धोखा दिया है।

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लेकिन मैंने तुषार को समझाया कि मेरे दिल की सुनी, और मेरे दिल ने मुझे केशव के पास भेजा। आप यह कहानी इंडिया की नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

एक महीने बीत चुके थे और तुषार ने एक नई गर्लफ्रेंड बना ली थी। उसकी गर्लफ्रेंड का नाम रिया था, जो एक खूबसूरत और आकर्षक लड़की थी। रिया का फिगर 34-28-36 था, जो उसकी खूबसूरती को और भी बढ़ाता था। रिया की आँखें गहरी और चमकदार थीं, और उसके बाल लंबे और घने थे।

होली के अवसर पर रिया ने एक पार्टी रखी, जिसमें हम चारों – मैं, केशव, तुषार और रिया – मौजूद थे। रिया की रूममेट सविता और उसका बॉयफ्रेंड नकुल भी पार्टी में शामिल हुए।

पार्टी में सब लोग मजे कर रहे थे, लेकिन मुझे लगता था कि रिया की नज़रें मुझ पर थीं। वह मुझसे ईर्ष्या करती थी और सोचती थी कि तुषार मुझे अभी भी पसंद करता है।

तुषार भी मुझसे बात करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन मैंने उसे अनदेखा कर दिया। केशव मेरे साथ था, और मैं उसे खुश रखना चाहती थी।

होली की पार्टी में रिया ने मुझे नीचा दिखाना शुरू कर दिया। वह सोचती थी कि तुषार मुझे अभी भी पसंद करता है।

रिया ने मेरे सामने तुषार को अपनी बाहों में ले लिया और मुझसे कहा, “देखो, तुषार मुझे कितना प्यार करता है। तुम्हें तो उसने कभी नहीं चाहा।” आप यह कहानी इंडिया की नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

मुझे रिया की बातें बुरी लगीं, लेकिन मैंने शांति से जवाब दिया, “मुझे पता है कि तुषार मुझे पसंद करता था, लेकिन मैंने केशव को चुना है। तुम्हें तुषार के साथ खुश रहने की शुभकामनाएँ।”

लेकिन रिया को यह बातें पसंद नहीं आईं। उसने मुझसे प्रतिस्पर्धा करने का फैसला किया और मुझे हर क्षेत्र में नीचा दिखाने की कोशिश करने लगी।

रिया ने मेरे सामने अपनी उपलब्धियों के बारे में बताना शुरू कर दिया। “मैं पिछले साल की बेस्ट स्टूडेंट थी,” उसने कहा। “मेरे ग्रेड्स सभी विषयों में 90% से ऊपर थे।”

मैंने मुस्कराकर कहा, “बधाई हो रिया, यह बहुत अच्छी बात है।”

लेकिन रिया ने अभी तक नहीं रुकी। “और स्पोर्ट्स में भी मैं नंबर वन हूँ,” उसने कहा। “मैंने कॉलेज की बास्केटबॉल टीम में जगह बनाई है और हमने पिछले साल चैंपियनशिप जीती थी।”

मैंने सोचा कि यह तो बहुत अच्छा है, लेकिन रिया की बातें मुझे यह महसूस करा रही थीं कि मैं कुछ नहीं हूँ।

“तुम्हारी उपलब्धियाँ वास्तव में अद्भुत हैं रिया,” मैंने कहा। “लेकिन मुझे लगता है कि हर किसी की अपनी अलग योग्यताएँ होती हैं।”

रिया ने मुझे एक अजीब सी नज़र से देखा और कहा, “तुम्हारी क्या योग्यता है निकिता? तुमने क्या हासिल किया है?”

मुझे रिया की यह बात बहुत बुरी लगी। मैंने सोचा कि मैं क्या जवाब दूँ।

क्योंकि मैं भी स्पोर्ट्स में भाग लेती हूं और डांस क्लासेज में भी पार्ट लेती हूं मैंने कहा मैं तुमसे ज्यादा ठुमके लगा सकती हूं.

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तभी सविता बोल पड़ी ये भी ठीक है जो ज्यादा ठुमके लगाएगी वो ज्यादा एक्टिव लड़की मानी जाएगी

हम सबने मिलकर यह तय किया कि जो सबसे ज्यादा ठुमके लगाएगा वही जीतेगा, क्योंकि मुझे खुद पर पूरा भरोसा था इसलिए मैंने यह मन बना लिया था और मैं रिया को उसे खेल में हराना चाहती थी

रिया ने बोला जब खेल निकिता की पसंद का है तो जितने वाले को इनाम उसके मन का मिलना चाहिए.. सविता बोली ठीक है जो हारेगा उसे जीतने वाली की बात मननी पड़ेगी

हम दोनों ही इस बात पर राजी हो गईं. इसके बाद हम दोनों ने ठुमके लगाना शुरू कर दिया, शुरुआत में तो हम दोनों ही काफी अच्छा कर रही थीं, लेकिन 40 के बाद तो बस मेरी कमर ही दुख गई चुदाई के वक्त भी मेरी कमर इतनी नहीं दुखी थी, मैं यही सोच रही थी कि रिया हार मन जाए.

हालांकि वो भी थक चुकी थी पर फिर भी रुक नहीं रही थी.

जैसे तैसे हम दोनों ही 40 तक पहुँचीं, उसके बाद 41, 42, 43, 44 और फिर 45, यहाँ 45 पर मेरी हिम्मत जवाब दे गई और मैं रुक गई. आप यह कहानी इंडिया की नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

रिया ने 50 ठुमके मारे और जीत गई, मुझे यकीन नहीं हो रहा था मैं डांस में भी रिया से हार सकती हूं.

रिया ख़ुशी से नाच रही थी और मैं सोच रही थी कि अब आगे क्या होगा, पता नहीं मुझे क्या करना होगा.

रिया तुरंत  बोली देखा तुषार तुम्हें ये लूजर लड़की पसंद थी.. मैं तुरंट बोली ठीक है मैं हार गई हूं और मैं शर्त निभाने को तैयार हूं

खैर इसके बाद सविता ने मुझसे कहा- क्यों निकिता मैडम? अब क्या कहती हो, चलो अब रिया जो भी कहेगी, तुम्हें करना पड़ेगा.

मैंने कहा- ठीक है, मुझे बताओ क्या करना है?
इस पर रिया बोली- निकिता जी, पहले तो आप माफ़ी मांगोगी!
मैंने रिया से कहा- रिया, मुझे माफ़ कर दो, तुम बहुत अच्छी डांसर हो!
सोनिया ने मेरी तरफ देखा और कहा- माफ़ी मांगने का एक तरीका होता है.

मैंने चुप खड़ी थी, फिर मैंने सबके सामने अपने कान पकड़ कर कहा- रिया, मुझे माफ़ कर दो!

रिया बोली- वो सब तो ठीक है पर निकिता, तेरे चेहरे पर हार की शर्म ठीक से नहीं दिख रही! मैंने खुद से कहा कि मैं इस पर बहुत शर्मिंदा हूं तो मैं ही चिंतित हूं, मैंने फिर से कहा- रिया, मुझे माफ कर दो, मैं बहुत शर्मिंदा हूं!

रिया मेरी तरफ देख कर बोली- निकिता, अपनी स्कर्ट निकालो! इस कमरे में मौजूद हर व्यक्ति एकदम से चौंक गया और उसकी तरफ देखकर मैं चौंक गई, बाकी लोग जो मजे से हंस रहे थे, वो भी चौंक गए।

रिया ने फिर से कहा- क्या हुआ निकिता? तुझे सुनाई नहीं दिया क्या? मैंने कहा, अभी इसी वक्त अपनी स्कर्ट उतारो!
मैंने कहा- रिया, ये क्या कह रही हो? वो बोली- क्या बहरी हो गयी है तू? अपनी स्कर्ट निकल अभी!
मैंने कहा- लेकिन!
इतने पर सविता बोल पड़ी- निकिता, तुम शर्त हार चुकी हो, इसलिए जो भी रिया कहेगी, तुम्हें करना होगा, चल अब जल्दी से अपनी स्कर्ट उतार दे.

मैंने थोड़ा सा सख्त होते हुए कहा- ठीक है मैं शर्त हार चुकी हूँ पर इसका मतलब यह नहीं है कि मैं सरेआम सबके सामने अपने कपड़े उतार दूँ, शर्म नाम की भी चीज होती है कुछ, मैं अपनी स्कर्ट नहीं उतारूँगी.

तभी रिया बोली- साली कुतिया, अब तुझे शर्म आ रही है, पहले तो बहुत बड़ी बड़ी बातें कर रही थी?
मैंने कहा- देख रिया !
और रिया ने मुझे चुप कराते हुए कहा- अगर तुझे अपनी मनमानी करनी है तो अभी मेरे रूम से निकल जा!

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मैं जानती थी कि अगर मैं चली गई तो ये लोग मेरा कॉलेज में जीना मुश्किल कर देंगे. मैंने सोचा कि मेरे पास और कोई चारा भी तो नहीं है सिवाय रिया की बात मान कर सबके सामने अपनी स्कर्ट उतारने के अलावा.

मैंने सोचा कि टॉप के नीचे तो मैंने अच्छी खासी ब्रा पहनी है टॉप तो शायद मैं उतार सकती हूँ , पर स्कर्ट… नहीं सब मुझे पैंटी में देख लेंगे.. और तुषार तो वैसे ही मुझे गंदी नजर से देखता है.. मैं ऐसा नहीं करूंगी। अगर मैंने ऐसा किया तो सब मेरे बारे में क्या सोचेंगे हालांकी तुषार ने मुझे नंगी देखा है पर नकुल भी तो यहीं पर है।

खैर मैंने नजर घुमाई तो मैंने देखा मेरा बॉयफ्रेंड तो मुझे चोदता ही है, और तुषार के सामने भी मैं चुदी ही हूं और लड़कियों से क्या शरमाना हिम्मत कर के मैंने अपनी स्कर्ट को खोलना चालू किया

मेरे कैम्पटे हुए हाथ नीचे गए.. मुझे समझ नहीं आया ये मैंने क्यू किया पर मैंने आख़िरकार सब के सामने अपनी स्कर्ट उतार दी.. जैसे ही उसको ऊपर से खोला वो तुरेंट ज़मीन पर गिर गई थी आप यह कहानी इंडिया की नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

सभी लोग बड़ी एकाग्रता से देख रहे थे मेरे जवां जिस्म को नंगा होते हुए.

जैसी ही मेरी स्कर्ट आला गिरी मेरी लाल रंग की पैंटी सबको दिखने लगी.. तुषार तुरंट पहचान गया ये वही पैंटी थी जो उसने मुझे गिफ्ट की थी..इसके बाद मैंने अपनी स्कर्ट को उठाने लगी..उठते वक्त मेरी पैंटी में से मेरे अधनंगे चूतड सब को दिख रहे थे, मुझे बहुत शर्म आ रही थी.. मेरी गोरी जंघे नकुल और तुषार आराम से देख रहे थे.. शर्म के मारे मैंने स्कर्ट उठाई ही नहीं और वही छोड़ दी

अब मैं कमरे में सबके सामने बिना अधनंगी खड़ी थी, मेरी दोनों टांगें पूरी नंगी थी, मेरी छोटी सी लाल कच्छी मेरे चूतड़ भी ठीक से छुपा नहीं पा रही थी.

यह सोच कर कि मुझे इतने लोग इस हालत में देख रहे हैं जिनमें दो लड़के भी हैं, मैं उत्तेजित होने लगी, मुझे अन्दर ही अन्दर इस खेल में मजा आने लगा था.

ऐसा ही कुछ नज़ारा मेरी टांगों के बीच के त्रिकोण का था बहुत ही मुश्किल से मेरी चूत नंगी होने से बची हुई थी, दोनों हाथों से अपनी चूत छुपाने की कोशिश करते हुए मैं आँखें झुकाए रिया के सामने खड़ी थी. वो सभी मेरी नंगी शर्म के मज़े ले रहे थे.

तभी रिया बोली.. निकिता अभी तक केशव से कितनी बार चुद चुकी है और किस पोजीशन में चुद चुकी है… बोल या फिर उसके अलावा भी किसी से चुदी है

और सभी लोग हँसने लगे!

मैंने बोला नहीं रिया मैं सिर्फ अपने बॉयफ्रेंड से ही चुदती हूं तुम्हारी तरह… ये सुन कर रिया भड़क गई शायद वो नकुल से भी चुदती थी

उसका चेहरा लाल हो गया था तभी सविता ने मेरी पैंटी से बाहर आते बाल नोटिस किया और बोली चुत पर तो इसके जंगल उग रखा है पता नहीं, केशव से भी चुदती है या नहीं.

निकिता को केशव ने कितना चोदा है अभी पता चल जायेगा! रिया ने मेरी तरफ देखते हुए बोला.. निकिता चल अपनी चड्ढी उतार

यह सुनकर मेरे तो पैरों तले ज़मीन ही खिसक गई, मैंने कहा- तुम पागल हो गई हो, अब मैं तुम्हारी कोई बात नहीं मानूँगी, मैं यहाँ से जा रही हूँ! आप यह कहानी इंडिया की नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

जैसे ही मैं अपनी स्कर्ट उठाने लगी तुषार ने उठा कर रिया को दे दी…केशव तुषार को मारने के लिए बढ़ा ही था कि रिया ने मेरी स्कर्ट को हलका सा फाड़ दिया.. और बोली ज्यादा गुस्सा दिखाया तो अभी पूरी फाड़ दूंगी !

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रिया बोली देख तुझे जाना है तो जा लेकिन इसी तरह सब को अपनी चूत दिखती है जा… वरना जो बोल रही हूं वो कर..

मैंने देखा केशव को भी नकुल और तुषार ने घेर रखा है मैं मजबूर थी..

मेरे समझ में कुछ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ, न तो मैं इस तरह से बिना जींस के अधनंगी होकर घर जा सकती थी और न ही वहाँ सबके सामने अपनी कच्छी उतार कर अपनी जवां चूत की नंगी नुमाइश कर सकती थी. बाद में मैंने सोचा कि ज़लील तो हर तरह से ही होना है पर सारी दुनिया के सामने होने से अच्छा है कि यहाँ मौजूद लोगों के लिए नंगी हो जाती हूँ.

मैंने अपने एक हाथ से अपनी चूत को ढकने का प्रयास किया और दूसरे हाथ को अपनी को अपनी पैंटी के अंदर डाला और धीरे धीरे नीचे करने लगी.. मैं नकुल और तुषार के सामने नंगी होने लगी थी

तभी सविता बोली ये झांट किस छुपा रही है.. हाथ हटा और सबको देखने दे तूरंत तुषार ने मुझे एक चांटा मारा और मेरी पैंटी फाड़ डाली मेरा हाथ अब मेरे गाल पर था.. और सबकी नज़र मेरी बालों वाली चूत पर.

इसी बीच ना जाने केशव को क्या हुआ उसने तुषार के सर पर कांच का जग दे मारा उसका खून बह रहा था.. और सब तुषार की तरफ बढ़ रहे थे तभी केशव ने रिया को पीछे से पकड़ लिया और तुरंट उसका टॉप और फिर ब्रा फाड़ डाली..

अब मजबूरन ना तो डॉक्टर को बुलाया जा सकता था ना ही पुलिस को, केशव ने इसका फायदा उठाया और रिया के बुब्स मसलने लगा

अब मैं उन सब लोगो के सामने अलग से नंगी खड़ी थी.. वही रिया ऊपर से नंगी खड़ी थी

तुषार केशव से मदद मांग रहा था..पर केशव का गुस्सा शांत नहीं हुआ.. और रिया को जींस और पैंटी उतारने को बोला

केशव ने रिया की पैंटी और जींस मुझे पहना दी.. मैं बहुत खुश थी.. पर अब रिया पूरी नंगी खड़ी थी और उसके बदन पर एक भी कपड़ा नहीं बचा था आप यह कहानी इंडिया की नम्बर 1 सेक्स कहानी वेबसाइट दी इंडियन सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

मेरी नज़र रिया की चूत पर थी.. उसकी चूत एकदुम चिकनी थी.. तभी दरवाजे पर दस्तक हुई.. शायद केशव ने डॉक्टर को बुला लिया था…केशव रिया की गांड पर चांटा मार कर बोला जा कुतिया तेरे यार को बचा ले …जा दरवाजा खोल..

कहानी का अगला भाग:-  तुषार की गर्लफ्रेंड उसके सामने ही केशव से चुदवाने लगी।

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