दीपिका, एक 26 साल की हॉट और सेक्सी सरकारी स्कूल टीचर, अपनी तलाकशुदा ज़िंदगी में वासना की आग में जल रही थी। उसकी उम्र जवानी के चरम पर थी, और उसकी चूत की खुजली मिटाने वाला कोई मर्द नहीं था। उसका पति उसे चुदाई में खुश नहीं कर पाता था, उसका लंड जल्दी ढीला पड़ जाता, और दीपिका की आग कभी बुझती ही नहीं थी। वो अपने गोरे बदन, लंबे बाल, चौड़ी गोल गांड और 34 साइज की चूचियों के साथ हर मर्द की नजरों का केंद्र थी। साड़ी को नाभि से ऊपर बांधकर, कट वाला ब्लाउज पहनकर वो स्कूल में ऐसी चलती कि हर कोई उसे मुड़कर देखता। उसकी गोल नाभि और टाइट बूब्स के उभार देखकर लड़के और टीचर तक पागल हो जाते। उसे ये सब देखकर मज़ा आता था, वो जानबूझकर ऐसे कपड़े पहनती कि उसका जिस्म साफ दिखे, और हर नजर उसकी जवानी पर अटक जाए।
स्कूल में किशन नाम का एक स्टूडेंट था, जिम जाने वाला, गठीला बदन, स्टाइलिश बाल, और सेक्सी कपड़ों वाला लड़का। वो लड़कियों का हीरो था, बाइक से स्कूल आता और दीपिका की आँखों में देखकर प्यार से बात करता। उसकी बातें और नजरे दीपिका को गर्म कर देती थी। वो सोचती, “इस जवान लंड से चुदवाने का मज़ा ही अलग होगा।” उसने ठान लिया कि किशन को पटाकर अपनी चूत की प्यास बुझाएगी। उसने फेसबुक पर एक फेक प्रोफाइल बनाई, हॉट लड़की की फोटो लगाई, और किशन को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी। किशन ने तुरंत रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली।
रातों की चैट शुरू हुई, दीपिका अपने फेक नाम से उससे घंटों बात करती। किशन की बातें उसे और गर्म करतीं, वो उसकी तारीफों में खो जाती। दस दिन बाद, उसने किशन को बता दिया कि वो उसी शहर में है, और एक दिन मिलने का प्लान बनाया। दीपिका ने ओयो होटल में कमरा बुक किया, स्कूल की छुट्टी ली, और सुबह 9 बजे होटल पहुंच गई। उसने किशन को 10 बजे का टाइम दिया और कमरा नंबर 412 का मैसेज भेजा, “सीधे अंदर आ जाना, गेट खुला है।” उसने पहले से प्लान बना लिया था कि वो नंगी होकर बाथरूम में रहेगी, ताकि किशन को कोई चांस न मिले मना करने का।
उसने अपनी साड़ी, ब्लाउज, ब्रा, और पैंटी उतार दी, और बाथरूम में इंतज़ार करने लगी। उसकी चूत पहले से गीली थी, धड़कनें तेज थीं, और डर भी लग रहा था कि अगर किशन ने बात फैलाई तो उसकी नौकरी खतरे में पड़ सकती थी। पर उसकी वासना की आग इतनी तेज थी कि वो बस लंड के बारे में सोच रही थी। “चुदाई करवानी है, चाहे जो हो जाए,” उसने मन में ठान लिया।
10 बजे से पहले किशन का मैसेज आया, और वो कमरे में दाखिल हुआ। दरवाजा बंद करते हुए उसने कहा, “हेलो!” दीपिका ने आवाज़ बदलकर जवाब दिया, “आती हूँ, रुको!” उसकी धड़कनें बेकाबू थीं। वो बाथरूम से नंगी बाहर आई, उसका गोरा बदन चांदनी में चमक रहा था, गोल चूचियां और गीली चूत किशन की आँखों के सामने थी। किशन उसे देखकर डर गया, “मैडम आप?!”
दीपिका ने गर्म नजरों से कहा, “हाँ मैं! मैं ही फेसबुक पर थी, तूने मुझे पागल कर दिया, अब मेरी आग बुझा दे।” किशन घबराया, “नहीं मैडम, आप मेरी टीचर हैं, ये गलत है।” दीपिका ने उसकी बात अनसुनी कर दी और पास जाकर अपनी नंगी चूचियों को उससे सटाया। “आ लग जा मेरे सीने से, मुझे शांत कर दे,” उसने कहा। किशन ने फिर मना किया, “मैं ऐसा नहीं कर सकता।”
पर दीपिका की गदराई जवानी और टाइट बूब्स ने उसे पिघला दिया। उसने कहा, “ठीक है मैडम, पर ये बात कोई नहीं जानना चाहिए, नहीं तो मुझे स्कूल से निकाल देंगे।” दीपिका ने मुस्कुराते हुए कहा, “मुझे भी यही डर है, ये राज़ सिर्फ हम दोनों का रहेगा।”
बस फिर क्या था, किशन दीपिका पर टूट पड़ा। उसने दीपिका की चूचियों को दोनों हाथों से जोर-जोर से मसला, निप्पल्स को उंगलियों से दबाया। दीपिका के जिस्म में करंट दौड़ गया, वो सिसकारियां लेने लगी। किशन ने उसके होंठों को चूमना शुरू किया, जैसे भूखा शेर अपने शिकार को चबा रहा हो। उसकी जीभ दीपिका के मुँह में थी, और दीपिका पागल हो रही थी। किशन का एक हाथ उसकी चौड़ी गांड पर गया, उसने जोर से चूतड़ों को दबाया, और दीपिका की सिसकी निकल गई, “आह्ह्ह!”
किशन ने उसे बेड पर लिटाया, उसके पैरों को सहलाते हुए उसकी चूत पर उंगलियां फेरीं। दीपिका की चूत पहले से गीली थी, उसने अंगड़ाइयां लेते हुए अपने होंठ दांतों से काटे। उसकी आँखें बंद हो गईं, और सिसकारियां तेज हो गईं, “उफ्फ्फ, किशन, और कर!” किशन ने अपनी जीभ उसकी चूत पर रख दी, और दीपिका की चीख निकल गई। उसकी चूत से गरम पानी बहने लगा, सफ़ेद क्रीम जैसा रस टपक रहा था। किशन ने उसे चाटना शुरू किया, उसकी जीभ दीपिका की चूत के अंदर तक जा रही थी। दीपिका पागल हो रही थी, “ओह्ह्ह, किशन, ये क्या मज़ा है, आह्ह्ह!”
उसने किशन के कपड़े फाड़ दिए, और उसका मोटा, लंबा लंड बाहर निकाला। किशन का गठीला बदन और फनफनाता लंड देखकर दीपिका पानी-पानी हो गई। “इतना बड़ा लंड, उफ्फ्फ, आज तो चूत फट जाएगी,” उसने सोचा। उसने किशन के लंड को मुँह में लिया, जीभ से चाटा, और गले तक अंदर लिया। किशन ने उसकी चूचियों को दबाते हुए कहा, “मैडम, आपकी चूत का स्वाद गज़ब है!” दोनों 69 की पोजीशन में आ गए। किशन उसकी चूत और गांड के छेद को चाट रहा था, और दीपिका उसके लंड को चूस रही थी। उसकी गांड का छेद चाटते हुए किशन ने उंगली डाली, और दीपिका चीख पड़ी, “आह्ह्ह, रुक मत, और कर!”
दीपिका की वासना चरम पर थी। उसने कहा, “अब बस, लंड डाल दे मेरी चूत में, चोद दे मुझे!” किशन ने उसके पैर चौड़े किए, अपने लंड को सहलाया, और चूत के छेद पर रखकर एक जोरदार धक्का मारा। पूरा लंड एक बार में अंदर चला गया। दीपिका की चीख निकली, “उफ्फ्फ, कितना बड़ा है तेरा लंड!” किशन ने जोर-जोर से धक्के शुरू किए, उसकी चूचियां फुटबॉल की तरह उछल रही थीं। हर धक्के के साथ दीपिका 10 इंच आगे-पीछे हिल रही थी। वो चिल्ला रही थी, “आह्ह्ह, चोद, और जोर से चोद!”
किशन ने उसकी चूचियों को दबोच लिया, निप्पल्स को मुँह में लेकर चूसा। दीपिका नीचे से भी धक्के दे रही थी, “हाँ, किशन, फाड़ दे मेरी चूत!” दोनों के जिस्मों में बिजली दौड़ रही थी। किशन ने उसे कुतिया बनाया, उसकी चौड़ी गांड को थप्पड़ मारे, और पीछे से लंड पेल दिया। हर थप्पड़ के साथ दीपिका की सिसकारी निकलती, “आह्ह्ह, मार और, चोद और!” वो पीछे से धक्के दे रही थी, “ओह्ह्ह, उफ्फ्फ, आआआ!” किशन का लंड उसकी चूत को रगड़ रहा था, और दोनों पसीने से तर थे।
फिर किशन नीचे लेट गया, और दीपिका उसके लंड पर बैठ गई। उसने लंड को चूत के छेद पर सेट किया और गोल-गोल गांड घुमाने लगी। किशन उसकी चूचियों को मसल रहा था, उसकी आँखों में देखते हुए कहा, “मैडम, आपकी चूत कितनी टाइट है!” दीपिका मजे में चिल्ला रही थी, “चोद दे, किशन, पूरा मज़ा दे!” एक घंटे तक चुदाई चली, दीपिका तीन बार झड़ चुकी थी, उसकी चूत से रस टपक रहा था। किशन का वीर्य अभी बाकी था। दीपिका ने उसके लंड को मुँह में लिया, तेजी से आगे-पीछे किया, और आखिरकार किशन का गरम माल उसकी चूचियों पर गिरा। इतना वीर्य था कि उसकी चूचियां पूरी गीली हो गईं।
दोनों बाथरूम में साथ नहाए, एक-दूसरे को सहलाते रहे। नहाने के बाद खाना मंगवाया, और बेड पर एक-दूसरे की बाहों में सो गए। दो घंटे बाद फिर वासना जागी। दीपिका ने किशन के लंड को सहलाया, और दूसरा राउंड शुरू हुआ। इस बार किशन ने उसकी गांड की तरफ ध्यान दिया, उंगली डालकर उसे गर्म किया। दीपिका चिल्लाई, “उफ्फ्फ, मेरी गांड भी चोद दे!” किशन ने धीरे-धीरे अपनी उंगली से उसकी गांड को ढीला किया, और फिर लंड डालकर चोदना शुरू किया। दीपिका दर्द और मजे में सिसकारियां ले रही थी, “आह्ह्ह, किशन, ये तो जन्नत है!”
उनका रिश्ता अब गहरा हो गया। स्कूल में वो चुपके से नजरे मिलाते, और हर हफ्ते ओयो में मिलकर चुदाई का मज़ा लेते। दीपिका की चूत की प्यास अब किशन का जवान लंड बुझाता था। वो कहती, “किशन, तू मेरा असली मर्द है, चोदता रहियो मुझे ऐसे ही।” और किशन हंसकर कहता, “मैडम, आपकी चूत के लिए मेरा लंड हमेशा तैयार है।”