मोनिका ने रिया की सील सूरज सर से तुड़वाई

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मोनिका और रिया की दोस्ती वैसे तो सामान्य थी, लेकिन हाल के दिनों में कुछ बदल गया था। रिया अब मोनिका से वो सवाल करने लगी थी, जो पहले उसने कभी नहीं पूछे थे।

कहानी का पिछला भाग: ठरकी टीचर और मोनिका की होटल में सुहागरात

“तुमने कभी सोचा है मोनिका, जब पहली बार ऐसा कुछ होगा, तो कैसा लगेगा?” रिया ने एक दिन झिझकते हुए पूछा।
मोनिका मुस्कुराई, उसकी नज़र में शरारत थी। “सोचा ही नहीं रिया, मैंने तो इसे महसूस भी कर लिया है,” उसने धीरे से जवाब दिया।
रिया चौंक गई। “क्या सच में? कब? और कैसा था?” उसकी उत्सुकता बढ़ गई थी।

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मोनिका ने उसे धीरे-धीरे बताया। “पहली बार डर लगता है, लेकिन जब सही इंसान हो और माहौल ठीक हो, तो मज़ा ही कुछ और है। दर्द थोड़ी देर का होता है, और फिर बस मज़ा ही मज़ा।”
रिया अब कुछ और ही सोचने लगी थी। वो चाहती थी कि वह भी इस पल को महसूस करे, पर उसे अभी भी थोड़ा डर था।

मोनिका की प्लानिंग – रिया की पहली चुदाई

मोनिका ने रिया के सवालों से समझ लिया था कि रिया अब इस अनुभव के लिए तैयार थी। उसने सूरज को सब बताया। “सूरज सर, मेरी दोस्त रिया, अब तैयार है। वो बहुत सारे सवाल पूछ रही है, और मैं चाहती हूँ कि उसकी पहली बार हो, लेकिन मैं भी वहां रहूंगी।”

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सूरज ने पहले तो सोचा, फिर मुस्कुराया, “तुमने उसे तैयार कर लिया है, तो सब कुछ सही होगा। हम इसे धीरे-धीरे करेंगे ताकि उसे मजा आए, डर नहीं लगे।”

अगले कुछ दिनों तक, मोनिका ने रिया को आराम से सब समझाया। उसने रिया को बताया कि पहली बार का अनुभव कैसा होता है और कैसे दर्द के बाद मज़ा आता है। रिया ने थोड़ी झिझकते हुए हामी भर दी।

पहला कदम – लेस्बियन अनुभव

एक दिन, जब क्लास खत्म हुई, मोनिका ने रिया को अकेले बुलाया। “तुम डर रही हो, लेकिन मुझे तुम पर भरोसा है। तुम खुद को मुझे सौंप दो।”
रिया थोड़ी घबराई हुई थी, लेकिन उसने मोनिका पर भरोसा किया। मोनिका ने रिया को धीरे-धीरे छूना शुरू किया, उसके चेहरे को, उसकी गर्दन को।
रिया की सांसें तेज़ हो रही थीं, उसे अच्छा लग रहा था, लेकिन साथ में एक हल्की घबराहट भी थी।

मोनिका ने धीरे से उसके होंठों पर किस किया। “तुम अब मेरी हो,” मोनिका ने फुसफुसाते हुए कहा। उसने रिया के कपड़े उतारने शुरू किए, उसकी शर्ट के बटन खोलने लगी।
रिया थोड़ी सिहर उठी, पर उसने कोई विरोध नहीं किया।

“तुम्हारी चूचियां तो कमाल की हैं,” मोनिका ने रिया के बूब्स को अपने हाथ में लेकर दबाया। रिया की सांसें और तेज़ हो गईं। “उह्ह… हाँ…,” रिया ने धीरे से कराहा।
मोनिका ने उसकी ब्रा उतारी और उसके निप्पल्स को चूसने लगी। रिया की मद्धम कराहें और तेज़ हो गईं।

“तुम तैयार हो,” मोनिका ने उसकी आंखों में देखते हुए कहा। उसने रिया की पैंटी को धीरे-धीरे उतारा और अपनी उंगलियों से उसकी चूत को छुआ।
“उह्ह… हाँ…,” रिया ने कराहते हुए कहा। मोनिका की उंगलियों की हरकतें रिया को और उत्तेजित कर रही थीं। रिया का शरीर अब इस खेल में पूरी तरह डूब चुका था।

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असली चुदाई का खेल

अगले दिन, जब स्कूल खत्म हुआ, तो मोनिका और रिया चुपचाप स्कूल से बाहर निकल गईं। सूरज पहले से ही अपनी कार में उनका इंतजार कर रहा था।
रिया के दिल की धड़कन तेज़ हो गई थी, पर वो तैयार थी। मोनिका ने उसका हाथ पकड़ा और उसे भरोसा दिलाया, “सब ठीक होगा, तुम बस मेरे साथ रहो।”

होटल का सफर लंबा नहीं था, लेकिन रिया की घबराहट बढ़ रही थी। “क्या होगा मोनिका? मुझे डर लग रहा है।”
“डरने की कोई बात नहीं है रिया। मैं हूँ ना तेरे साथ,” मोनिका ने उसके हाथ को सहलाते हुए कहा।

होटल पहुँचते ही, सूरज ने दरवाजा बंद किया।

सूरज की नज़रें रिया पर जम गईं, उसकी आंखों में गहरी भूख थी। लेकिन मोनिका भी खेल में पीछे नहीं थी। उसने धीरे-धीरे रिया के पास जाकर कहा, “आज तुझे हर हद तक जाना है।” रिया थोड़ी घबराई हुई थी, लेकिन उसकी आंखों में उत्तेजना भी साफ झलक रही थी।

मोनिका ने रिया का हाथ पकड़ा और धीरे-धीरे उसे अपनी तरफ खींचा। “चल, सबसे पहले तू हम दोनों को नंगा कर,” मोनिका ने उसे गाइड किया। रिया ने हल्के हाथों से सूरज की शर्ट के बटन खोले और धीरे-धीरे उसके कपड़े उतारने लगी। सूरज मुस्कुरा रहा था। “बहुत अच्छा कर रही हो, रिया,” उसने शरारत भरी आवाज़ में कहा।

जैसे ही सूरज नंगा हुआ, रिया की नज़रें उसके लंड पर टिक गईं। यह देखकर रिया की सांसें तेज हो गईं। फिर मोनिका ने अपना दुपट्टा उतार दिया और बोली, “अब मुझे नंगा कर, आज तुझे सबकुछ सीखना है।” रिया ने मोनिका के कपड़े भी उतार दिए और अब तीनों नंगे थे।

मोनिका ने रिया को बिस्तर पर बैठाया और बोली, “अब सूरज सर का लंड चूस, और अच्छे से चूस, ताकि वो तुझे चोदने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाए।” रिया ने हिचकिचाते हुए सूरज का लंड अपने हाथ में लिया और धीरे-धीरे उसे अपने मुंह में डाला। सूरज के होंठों से हल्की सिसकारी निकली, “आह… हाँ… और गहराई से, रिया।”

रिया ने अपनी जीभ से सूरज के लंड के चारों ओर चाटना शुरू किया, और फिर उसे धीरे-धीरे चूसने लगी। सूरज की आंखें बंद हो गईं और उसने मोनिका की ओर देखा। “मोनिका, तुम भी अपनी चूत से खेलने लगो,” सूरज ने कहा। मोनिका ने अपनी चूत पर उंगलियां फेरनी शुरू कीं और अपनी कराहें कमरे में गूंजने लगीं।

मोनिका रिया को गाइड कर रही थी, “हाँ, ऐसे ही… अब और गहराई से।” रिया की जीभ सूरज के लंड के चारों ओर घूम रही थी, और सूरज पूरी तरह से उस पल में डूब चुका था।

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फिर मोनिका ने रिया को रोका और उसे बिस्तर पर लेटा दिया। “अब तेरी बारी है,” उसने रिया की पैंटी उतारते हुए कहा। “तुझे पहली बार का असली मजा लेना है।” मोनिका ने अपनी जीभ से रिया की चूत को चाटना शुरू किया। रिया की सिसकारियां तेज़ हो गईं। “उफ्फ… हाँ… मोनिका… और…” रिया अब खुद को रोक नहीं पा रही थी।

मोनिका ने रिया के चूत के चारों ओर अपनी जीभ फिराई और उसकी चूत को पूरी तरह गीला कर दिया। “अब तू तैयार है,” मोनिका ने उसे फुसफुसाते हुए कहा।

लेकिन खेल यहीं नहीं रुका। मोनिका ने रिया से पूछा, “तुझे चुदना है?” रिया की सांसें तेज हो गईं, “हाँ… प्लीज़… अब और सहन नहीं हो रहा।” मोनिका ने फिर पूछा, “क्यों चुदना चाहती है? तुझे किस चीज़ की सबसे ज्यादा चाहत है?” रिया अब पूरी तरह से बेकाबू हो चुकी थी, “बस चुदना है… प्लीज़… और इंतजार नहीं कर सकती।”

सूरज ने ये सब देखा और उसकी मुस्कान और गहरी हो गई। वह जानता था कि रिया अब बुरी तरह से उसकी लंड के लिए बेकाबू हो चुकी थी। उसने धीरे से रिया के पास जाकर अपना लंड उसकी चूत के पास रखा और फिर हल्के से रगड़ना शुरू किया। “प्लीज़… और नहीं… अंदर डालो… प्लीज़…,” रिया अब गिड़गिड़ा रही थी।

सूरज ने रिया को गिड़गिड़ाते हुए देखा और मुस्कुराते हुए कहा, “इतनी जल्दी क्या है, रिया? तुझे और तड़पना चाहिए।” उसने अपना लंड रिया की चूत के पास रखकर फिर से हल्का-हल्का रगड़ना शुरू किया, लेकिन अंदर नहीं डाला। रिया की आंखों में बेचैनी साफ नजर आ रही थी, और वो बार-बार कह रही थी, “प्लीज़, सूरज सर… और मत तड़पाओ… प्लीज़… अंदर डालो।”

मोनिका ने इस दृश्य को देखते हुए शरारत से मुस्कुराया। वह रिया के ऊपर चढ़ गई और उसके चेहरे के पास अपनी चूत ले आई। “अगर इतनी ही जल्दी है, तो पहले मेरी चूत को चाट,” मोनिका ने रिया से कहा। “अगर तुझे असली मजा चाहिए तो पहले मुझे तृप्त कर,” मोनिका ने हल्की हंसी के साथ कहा। रिया की सांसें तेज हो गईं, लेकिन उसने कोई विरोध नहीं किया।

रिया ने धीरे-धीरे अपनी जीभ से मोनिका की चूत को चाटना शुरू किया। “आह… हाँ… ऐसे ही, और तेज़,” मोनिका ने अपने होंठों से सिसकारी निकालते हुए कहा। रिया की जीभ अब मोनिका की चूत के अंदर-बाहर घूम रही थी, और मोनिका उसकी हरकतों का पूरा मजा ले रही थी।

सूरज ने रिया के शरीर की हलचल को देखा और उसकी चूत के पास जाकर फिर से उसे छेड़ने लगा। “तू पहले एक बार झड़ जा, ताकि तुझे पहली चुदाई का दर्द ज्यादा ना हो,” उसने धीरे से कहा। सूरज ने अपना लंड रिया की चूत के चारों ओर घुमाना शुरू किया, लेकिन अभी भी अंदर नहीं डाला।

रिया अब पूरी तरह बेकाबू हो रही थी। उसकी जीभ लगातार मोनिका की चूत पर चल रही थी, और उसकी चूत सूरज के लंड के स्पर्श से और भी गीली हो चुकी थी। “प्लीज़… और मत तड़पाओ,” रिया अब बुरी तरह गिड़गिड़ा रही थी। लेकिन सूरज अभी भी उसे छेड़ रहा था।

“तुझे चुदने का इतना ही शौक है?” मोनिका ने रिया के चेहरे की ओर देखते हुए शरारत से पूछा। “क्यों चुदना चाहती है?”

रिया अब कुछ भी कहने की हालत में नहीं थी। “प्लीज़… बस अब और नहीं सहन हो रहा,” उसने बमुश्किल कहा। उसकी जीभ अभी भी मोनिका की चूत के अंदर-बाहर चल रही थी। मोनिका भी अब अपने चरम पर पहुंच रही थी। “आह… हाँ… ऐसे ही… और अंदर तक चाट,” मोनिका की आवाज में अब तृप्ति साफ सुनाई दे रही थी।

सूरज ने महसूस किया कि रिया अब एकदम झड़ने के कगार पर थी। उसने रिया की चूत को और भी उत्तेजित करना शुरू कर दिया, ताकि वह पहली बार झड़ जाए।

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“बस थोड़ी देर और,” सूरज ने कहा और रिया की चूत को हल्के-हल्के रगड़ता रहा। रिया अब पूरी तरह झड़ने के कगार पर थी। उसकी जीभ की गति धीमी हो रही थी, और उसकी सांसें अनियंत्रित थीं। “प्लीज़… अब और नहीं…,” रिया ने पूरी तरह से गिड़गिड़ाते हुए कहा।

अगले ही पल, रिया का शरीर एकदम से अकड़ गया। उसकी चूत से गीला पानी निकलने लगा, और वह ज़ोर से सिसकारी लेने लगी। सूरज और मोनिका दोनों ने महसूस किया कि रिया अब झड़ चुकी थी।

सूरज ने अब धीरे-धीरे अपना लंड रिया की चूत में डालने की तैयारी की, क्योंकि वह जानता था कि अब उसका सील तोडना आसान होगा।

सूरज ने अब पूरी तैयारी कर ली थी कि रिया की सील तोड़ी जाए। उसने रिया की चूत के पास अपना लंड रखा, जो अब गीला हो चुका था और रिया की सिसकारियों से गर्म हो रहा था। मोनिका ने इसे देखते हुए शरारत भरी मुस्कान के साथ कहा, “रिया, अब वो पल आ गया है।”

रिया की आंखों में हल्की घबराहट थी, लेकिन उसके शरीर ने अब खुद को इस पल के लिए पूरी तरह से तैयार कर लिया था। सूरज ने धीरे-धीरे अपना लंड रिया की चूत में धकेलना शुरू किया, रिया की हल्की कराह कमरे में गूंजने लगी। “ओह्ह… हाँ… थोड़ा दर्द हो रहा है,” रिया ने कराहते हुए कहा।

लेकिन सूरज ने धीरे से आगे बढ़ते हुए और गहराई में धकेला। रिया की चूत तंग थी, और उसकी सील अब टूटने वाली थी। “तुझे थोड़ा और दर्द सहना पड़ेगा,” मोनिका ने कहा, और रिया के चेहरे पर बैठ गई। “जब दर्द ज्यादा हो तो चिल्ला मत, मेरे चूत को चाटने से तेरा दर्द थोड़ा कम होगा,” मोनिका ने मज़ाक में कहा, लेकिन उसकी बात में शरारत छिपी थी।

सूरज ने अब एक जोरदार धक्का मारा, और रिया की सील टूट गई। रिया की चीख कमरे में गूंजने ही वाली थी कि मोनिका ने अपने चूत को उसके मुंह पर दबा दिया, ताकि उसकी चीख बाहर न निकल सके। रिया के चूत से खून निकलने लगा, और उसकी आंखों से आंसू बहने लगे।

“बस, अब दर्द थोड़ी देर के लिए होगा, फिर तुझे सारा मजा महसूस होगा,” सूरज ने हल्की आवाज़ में कहा, और उसके निप्पल्स पर अपना हाथ रख दिया, उसे धीरे-धीरे सहलाते हुए।

रिया का पूरा शरीर एक पल के लिए अकड़ गया था, लेकिन मोनिका की चूत उसके मुंह पर थी, जिससे उसकी चीखें दब गईं। उसने अपने मुंह से मोनिका की चूत को चूसना शुरू कर दिया, ताकि अपने दर्द को थोड़ी देर के लिए भूल सके। सूरज ने अब धीरे-धीरे उसकी चूत में अपनी पूरी लंड धकेल दी, और उसकी दीवारें सूरज के लंड को कसकर पकड़ रही थीं।

“अब असली मजा शुरू होगा,” मोनिका ने शरारत से कहा, और रिया के चेहरे पर अपनी चूत को और जोर से दबा दिया।

सूरज ने धीरे-धीरे अपनी गति बढ़ानी शुरू कर दी, हर धक्का रिया की चूत को और गहराई से चीर रहा था। खून अभी भी उसकी चूत से बह रहा था, लेकिन दर्द और आनंद के मिश्रण ने रिया को बेकाबू कर दिया था। “उफ्फ… हाँ… और…” रिया की मद्धम सिसकारियों के बीच उसकी आवाज घुटी हुई थी, लेकिन उसकी चूत के अंदर सूरज का लंड जोर-जोर से धक्के मार रहा था।

“तुझे दर्द हो रहा है ना?” सूरज ने पूछा, लेकिन उसकी आवाज में एक शरारत थी। “तुझे मजा भी आ रहा होगा… अब तू पूरी तरह से मेरी हो चुकी है।”

मोनिका ने रिया के सिर के ऊपर से देखा और उसकी आंखों में एक अलग ही उत्तेजना थी। “क्यों रिया, मजा आ रहा है ना? तुझे चुदना अच्छा लग रहा है?” मोनिका ने मजाक में कहा, और फिर अपनी चूत को और जोर से रिया के चेहरे पर दबा दिया।

रिया ने अपनी जीभ से मोनिका की चूत को और तेजी से चाटना शुरू किया, उसकी हरकतें उसकी बेकाबू स्थिति का साफ़ इशारा कर रही थीं। “और तेज़ कर, रिया… मुझे तेरा दर्द और तड़पना देखकर और भी मजा आ रहा है,” मोनिका ने रिया के बालों को पकड़ते हुए कहा।

सूरज ने अब अपनी गति और बढ़ा दी। हर धक्का अब और तेज़ था, और रिया की चूत से फचक-फचक की आवाजें कमरे में गूंजने लगीं। सूरज ने अपनी लंड को रिया की चूत से पूरी तरह बाहर निकाला, फिर जोर से अंदर धकेला। “ओह्ह… हाँ… और…” रिया की आवाज घुटी हुई थी, लेकिन उसकी हालत देखकर साफ था कि वह अब पूरी तरह बेकाबू हो चुकी थी।

“तुझे चुदने में मजा आ रहा है ना?” सूरज ने फिर से उसे छेड़ा, और रिया ने अपनी आंखें बंद करते हुए हल्की सिसकारी ली। उसकी चूत अब पूरी तरह गीली हो चुकी थी, और सूरज ने महसूस किया कि अब वह अपने चरम पर पहुंचने वाली थी।

मोनिका ने देखा कि रिया के शरीर में कंपकंपी हो रही है। “अब तू झड़ने वाली है, है ना? जल्दी से झड़ जा, ताकि सूरज सर तुझे और भी बुरी तरह से चोद सकें,” मोनिका ने हंसते हुए कहा। रिया की जीभ अब और तेजी से चलने लगी, मोनिका की चूत को चाटते हुए उसने अपने दर्द को भूलने की कोशिश की।

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सूरज ने एक आखिरी जोरदार धक्का मारा, और रिया की चूत के अंदर उसका लंड पूरी तरह से घुस गया। “ओह्ह… हाँ… बस… और…” रिया की सांसें अब तेज हो गई थीं। उसके पूरे शरीर में झुनझुनी हो रही थी, और अगले ही पल, वह जोर से झड़ गई। उसकी चूत से पानी फूटकर निकला, और सूरज ने अपनी मर्दानगी को पूरी तरह महसूस किया।

“अब तेरी सील पूरी तरह से टूट चुकी है,” सूरज ने हंसते हुए कहा, और उसने एक आखिरी जोरदार धक्का मारा, जिससे रिया की चूत में गहरी तृप्ति की लहर दौड़ गई।

मोनिका धीरे-धीरे रिया के चेहरे से उठी, उसकी चूत से रिया की जीभ अब आज़ाद हो चुकी थी, लेकिन रिया की हालत और भी बेकाबू हो चुकी थी। उसके चेहरे पर पसीने की बूंदें चमक रही थीं, और उसकी सांसें इतनी तेज़ हो गई थीं कि उसके सीने की हरकतें भी साफ दिखाई दे रही थीं।

रिया ने बिना एक पल की देरी किए सूरज की तरफ देखा, उसकी आंखों में अब सिर्फ एक ही चीज़ की चाहत थी—और चुदाई। “सूरज सर… प्लीज़… और… मुझे और चोदो…” उसकी आवाज़ में अब वो तड़प साफ झलक रही थी जो उसे अभी तक महसूस हो रही थी।

“आपकी लंड ने मुझे पागल कर दिया है,” रिया ने हल्की आवाज़ में कहा। “मैंने कभी सोचा नहीं था कि चुदाई इतनी मजेदार होगी… प्लीज़… मुझे और चाहिए… आप जैसे मर्द से चुदने का मौका तो किस्मत वालों को मिलता है…”

सूरज की आंखों में शरारत फिर से चमक उठी। उसने रिया को एक पल के लिए और तड़पने दिया, फिर उसने धीरे-धीरे अपना लंड उसकी चूत के पास लाकर फिर से अंदर धकेला।

“तू बहुत चोदने लायक है रिया… मुझे भी मजा आ रहा है तुझे इस हालत में देखकर,” सूरज ने कहा, और उसने धीरे-धीरे अपने धक्कों को और तेज़ करना शुरू कर दिया।

मोनिका अब रिया के बगल में बैठ गई थी, उसकी आंखों में भी वही शरारत थी। “क्यों रिया… मजा आ रहा है ना? सूरज सर से चुदना कितनी बड़ी बात है,” मोनिका ने मुस्कुराते हुए कहा।

मोनिका ने अपना एक हाथ अपनी चूत पर रखा और उसे उंगलियों से सहलाने लगी। उसकी उंगलियां धीरे-धीरे उसकी चूत के अंदर-बाहर होने लगीं, और उसकी हल्की सिसकारियां रिया के कानों में गूंजने लगीं।

रिया ने मोनिका की ओर देखा और फिर से सूरज की ओर मुड़कर कहा, “सर, आप जो कर रहे हैं… उससे मैं खुद को रोक नहीं पा रही हूँ। आप मुझे जितनी बार चाहें चोद सकते हैं… प्लीज़… रुकना मत… मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैं आपके बिना अधूरी हूँ।”

सूरज ने रिया की इस बात पर जोर से धक्का मारा, और रिया की चूत फिर से उसकी मर्दानगी से भर गई। “तू सच में चुदने के लिए ही बनी है,” सूरज ने जोर से कहा, और उसकी गति अब और भी तेज़ हो गई। हर धक्का रिया के शरीर को हिला रहा था, और उसकी चूत से गीली आवाजें निकल रही थीं।

मोनिका अब खुद को और उत्तेजित करने के लिए अपनी चूत में तेजी से उंगलियां डाल रही थी। उसकी सिसकारियां और भी तेज़ हो गई थीं, “आह… हाँ… ये बहुत अच्छा लग रहा है… तुम दोनों को ऐसे देखना मुझे और पागल कर रहा है,” मोनिका ने कराहते हुए कहा।

रिया अब पूरी तरह से बेकाबू हो चुकी थी। “सर… मुझे और चाहिए… मैं आपकी गुलाम हूँ… बस चोदते रहो,” उसकी आवाज में अब पूरी तरह से तृप्ति और चाहत थी। “आपने मेरी सील तोड़ दी, अब मेरी पूरी चूत आपकी है,” उसने और भी गहरे अन्दाज़ में कहा।

सूरज ने रिया की बातें सुनते ही उसकी तरफ और भी शरारत से देखा, उसके चेहरे पर हल्की मुस्कान आ गई। “तेरी चूत मेरी है?” उसने रिया की चूत में फिर से जोरदार धक्का मारते हुए कहा।

“हाँ, सर… प्लीज़… अब ये सिर्फ आपकी है,” रिया की आवाज अब पूरी तरह से टूट चुकी थी। उसकी सांसें तेज़ हो गई थीं, और हर धक्के के साथ उसकी सिसकारियां और भी जोरदार हो रही थीं।

“तुझे और चुदाई चाहिए, रिया?” सूरज ने उसकी गांड पर जोर से थप्पड़ मारते हुए पूछा। “क्यों चाहिए तुझे ये चुदाई?”

“क्योंकि सर… आप जैसा लंड किसी और का नहीं हो सकता,” रिया ने हल्की हंसी के साथ कहा। “आपकी चुदाई ने मुझे पागल कर दिया है… प्लीज़… मुझे कभी मत रोको,” उसकी आवाज में अब बेशर्मी थी।

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सूरज ने रिया की चूत में और तेज धक्के मारने शुरू कर दिए। उसकी चूत से गीलेपन की आवाजें कमरे में गूंजने लगी थीं। “तू सही कह रही है… तुझे मेरी चुदाई का मज़ा हर बार मिलेगा,” सूरज ने जोर से कहा।

मोनिका अब रिया के बगल में बैठकर अपनी चूत में उंगलियां तेजी से डाल रही थी। उसकी हर उंगली की हरकत उसके शरीर को और भी उत्तेजित कर रही थी। “आह… हाँ… ऐसे ही… तुम दोनों को देखना मुझे और पागल कर रहा है,” मोनिका कराहते हुए बोली।

रिया की हालत अब पूरी तरह से बेकाबू हो चुकी थी। उसके पूरे शरीर में एक अजीब सी गर्मी दौड़ रही थी। “प्लीज़… सूरज सर… और… मुझे और चाहिए,” रिया ने बुरी तरह गिड़गिड़ाते हुए कहा। उसकी चूत अब पूरी तरह से सूरज के लंड से भरी हुई थी, और हर धक्के के साथ वो और भी ज्यादा गीली हो रही थी।

“तुझे और चाहिए?” सूरज ने शरारत भरी आवाज में कहा। “तू मेरी गंदी छोटी रंडी है… मुझे तुझे और भी बुरी तरह चोदने का मन कर रहा है।”

“हाँ, सर… आपकी रंडी हूँ… प्लीज़… मुझे कभी मत छोड़ो,” रिया ने बेझिझक कहा। उसकी आंखों में अब सिर्फ एक ही चाहत थी—और चुदाई।

सूरज ने अब और तेज़ धक्के मारने शुरू कर दिए। उसकी हरकतों से रिया की चूत और भी ज्यादा गीली हो रही थी, और उसकी चीखें अब बेबस होकर बाहर आ रही थीं। मोनिका एक तरफ बैठी हुई अपने उंगलियों से अपनी चूत के साथ खेल रही थी, उसकी सिसकारियां भी कमरे में गूंजने लगी थीं।

“प्लीज़… सर… रुकना मत… मुझे और चोदिए… प्लीज़…” रिया ने अपनी आंखें बंद करते हुए कहा।

सूरज ने एक आखिरी जोरदार धक्का मारा, और उसके लंड ने रिया की चूत के अंदर अपना सारा लावा छोड़ दिया। रिया की चीखें कमरे में गूंज उठीं, और उसकी चूत से पानी फूटने लगा।

मोनिका ने भी अपनी उंगलियों से खुद को और तेज़ी से रगड़ा, और अगले ही पल वो भी जोर से झड़ गई। उसकी सिसकारी कमरे में गूंज उठी, और उसके चेहरे पर संतोष का भाव था।

रिया अब बिस्तर पर निढाल होकर लेटी हुई थी, उसकी सांसें तेज़ थीं, लेकिन उसकी आंखों में संतुष्टि की चमक थी। “आपने मुझे पूरी तरह पागल कर दिया, सर… ये मजेदार चुदाई थी,” रिया ने थकी हुई आवाज में कहा।

सूरज ने उसकी ओर देखा और हंसते हुए कहा, “अब ये बस शुरुआत है… अगली बार और भी मजा आएगा।”

कहानी का अगला भाग:  ठरकी टीचर नयी चुत के शिकार पर

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