नंगी चूचियां दिखाकर भतीजे से चुदवा ली अपनी कसी चूत

5
(12989)

सभी लंड वाले भाइयों को मेरी चूत का सलाम और सभी चूत वाली रानियों को मेरे प्यार भरे चुम्मे। मेरा नाम राधिका गुलाटी है, उम्र 35 साल, और मैं नोएडा के एक गाँव में रहती हूँ। मैं एक विधवा हूँ, मेरे पति 12 साल पहले जंग में शहीद हो गए, और अपने पीछे दो बच्चे छोड़ गए। मेरे पास पैसों की कोई कमी नहीं है, घर है, गाड़ी है, सब कुछ है, बस एक चीज की कमी खलती है – एक मोटा, गर्म लंड जो मेरी चूत की प्यास बुझा सके। 12 साल से मेरी चूत ने कोई लंड नहीं देखा, और मैं दिन-रात चुदाई की आग में जलती रहती हूँ। मेरा बदन आज भी इतना सेक्सी है कि मर्दों की आँखें फट जाएँ। मेरा रंग इतना गोरा है कि दूध भी शरमा जाए, और मेरा फिगर 36-32-38 का है। मेरे चूचे भारी और रसीले हैं, और मेरी गाँड इतनी चौड़ी और गोल है कि सड़क पर चलते वक्त मर्दों की नजरें उस पर टिक जाती हैं।

मुझे सजना-संवरना बहुत पसंद है। हर हफ्ते मैं ब्यूटी पार्लर जाती हूँ, फेशियल, थ्रेडिंग, वैक्सिंग, सब करवाती हूँ। मैं हमेशा स्लीवलेस ब्लाउज और कसी हुई साड़ी पहनती हूँ, जो मेरे मांसल बाहों और गहरे गले से मेरे चूचों की झलक दिखाती है। पीछे से मेरा ब्लाउज इतना खुला होता है कि मेरी नंगी पीठ साफ दिखती है, और साड़ी को मैं इतना टाइट बाँधती हूँ कि मेरी गाँड का हर कर्व उभरकर सामने आता है। लेकिन दोस्तों, मेरी बदकिस्मती ये थी कि इतना सेक्सी बदन होने के बावजूद मुझे कोई मर्द नहीं मिला जो मेरी चूत की आग बुझा सके। फिर मेरी दोस्ती कमल से हुई, जो मेरे पड़ोस का 23 साल का जवान लड़का था। वो मुझे आंटी कहता था, और अभी कॉलेज में पढ़ रहा था। 5 फीट 8 इंच का कद, गोरा रंग, और स्मार्ट चेहरा – उसे देखकर मेरी चूत में खुजली होने लगती थी।

नए साल का दिन था। मैंने उस दिन पिंक रंग की साड़ी पहनी थी, जो मेरे बदन पर चिपकी हुई थी। ब्लाउज का गला इतना गहरा था कि मेरे चूचे आधे बाहर झाँक रहे थे। मैंने फेशियल करवाया था, हल्की पिंक लिपस्टिक और डार्क पिंक लिपलाइनर लगाया था, और मेरे बाल खुले हुए थे, जो मेरी कमर तक लहरा रहे थे। सुबह-सुबह कमल मेरे घर आया। “हैप्पी न्यू ईयर, आंटी जी!” उसने मुस्कुराते हुए कहा।

“हैप्पी न्यू ईयर, बेटा जी! आओ, अंदर बैठो। मैंने तुम्हारे लिए गाजर का हलवा बनाया है,” मैंने कहा और उसे लाइन देने की सोची। मैं रसोई में गई और काजू-बादाम डाला हुआ गाजर का हलवा ले आई।

“लो, बेटा, खाओ,” मैंने उसे प्लेट थमाते हुए कहा और सोफे पर उसके बगल में बैठ गई। मेरी साड़ी का पल्लू थोड़ा सरक गया, और मेरे चूचे ब्लाउज से और उभरकर दिखने लगे। कमल की नजरें मेरे चूचों पर टिक गईं, और मैंने देखा कि वो थोड़ा बेचैन हो रहा था।

“आंटी जी, आप हमेशा विधवा वाली बात क्यों करती हो? ऐसा मत बोलो,” उसने कहा।

“क्या करूँ, बेटा? नए साल में सब अपने-अपने दोस्तों के घर गए, लेकिन मेरे पास कोई नहीं आया। मेरी सहेलियाँ भी मुझे मनहूस समझती हैं,” मैंने उदास चेहरा बनाकर कहा और नकली आँसू बहाने लगी।

कमल मेरे करीब आया और मेरे कंधे पर हाथ रखकर बोला, “आंटी, ऐसा मत कहो। आप इतनी खूबसूरत हो, कोई मनहूस नहीं समझता आपको।” उसका हाथ मेरे कंधे पर गर्म था, और मेरी चूत में सिहरन होने लगी। मैंने मौका देखकर और रोने का नाटक किया और उसे अपने सीने से चिपका लिया। मेरे चूचे उसके सीने से दब गए, और मेरे परफ्यूम की खुशबू ने उसे और बेचैन कर दिया।

इसे भी पढ़ें:  ठरकी टीचर सूरज, उसकी बीवी और हॉस्टल की होली - 2

“बेटा, सच बताओ, मैं कैसी लग रही हूँ?” मैंने उसकी आँखों में देखते हुए पूछा।

वो हँसा और बोला, “आंटी, आप तो बिल्कुल मस्त माल लग रही हो। कोई भी मर्द आपको देखकर पागल हो जाए।”

“अरे, बेटा, विधवाओं को कौन पूछता है? आजकल तो सबको कुंवारी चूत चाहिए,” मैंने मुंह फुलाकर कहा।

“नहीं, आंटी, ऐसा मत बोलो,” उसने कहा और मेरी तरफ देखने लगा। उसकी आँखों में हवस साफ दिख रही थी। मैंने मौका देखा और सोफे पर थोड़ा झुककर अपने चूचों को ब्लाउज से और बाहर निकाला। मेरे 36 इंच के रसीले चूचे उसके सामने चमक रहे थे। कमल की जींस में उसका लंड खड़ा हो गया, और मैंने देखा कि वो अब कसमसाने लगा था। मेरी चूत में आग लग चुकी थी। मैंने बिना वक्त गँवाए उसकी जींस के ऊपर से उसके लंड को पकड़ लिया और धीरे-धीरे सहलाने लगी।

“उ उ उ… आआआ… आंटी, ये क्या कर रही हो?” कमल ने सिसकारते हुए कहा।

“बेटा, 12 साल से मेरी चूत सूखी पड़ी है। नया साल है, आज तू मेरी प्यास बुझा दे,” मैंने बेशर्मी से कहा और उसका लंड और तेजी से सहलाने लगी।

“ओके, आंटी, ठीक है!” उसने हाँफते हुए कहा।

मैं उठी और जल्दी से घर का मुख्य दरवाजा बंद कर आई। फिर वापस आकर कमल के सामने घुटनों पर बैठ गई। उसकी जींस की बटन खोली और अंडरवियर समेत नीचे सरका दी। उसका 8 इंच का मोटा, गोरा लंड लप्प से बाहर निकला। दोस्तों, इतना शानदार लंड मैंने अपनी जिंदगी में नहीं देखा था। उसका टोपा गुलाबी और चमकदार था, और टोपे का छल्ला इतना उभरा हुआ था कि मेरी चूत में पानी आ गया। मैंने उसे हाथ में लिया और तेजी से मुठ मारने लगी। कमल “ओह्ह… आआआ… उ उ उ… आंटी, क्या कर रही हो!” की सिसकारियाँ लेने लगा।

मैंने उसका लंड अपने मुँह में लिया और चूसना शुरू कर दिया। मेरे लिपस्टिक लगे होंठ उसके लंड की चमकदार खाल पर फिसल रहे थे। मैंने उसका टोपा चूसा, फिर उसकी गोलियों को मुँह में लिया और धीरे-धीरे चाटा। कमल की हालत खराब हो रही थी। “आआआ… आंटी, तुम तो जन्नत दिखा रही हो… उ उ उ… सी सी सी…” वो सिसकार रहा था। मैंने उसका लंड और गहराई से चूसा, मेरी जीभ उसके टोपे के चारों ओर घूम रही थी। उसकी गोलियाँ मेरे मुँह में थीं, और मैं उन्हें चूसकर उसे और पागल कर रही थी।

“चूसो, आंटी, मेरे लंड को चूसो!” कमल ने हाँफते हुए कहा।

मैंने और जोश में आकर उसका लंड चूसा। मेरे होंठ उसके लंड पर ऐसे चल रहे थे जैसे कोई मशीन। उसका लंड लोहे की तरह सख्त हो गया था। मैंने एक हाथ से उसकी गोलियाँ सहलाईं और दूसरे से लंड को मुठ मारती रही। कमल की सिसकारियाँ तेज हो गईं, “आआआ… उ उ उ… आंटी, बस करो, नहीं तो माल निकल जाएगा!”

लेकिन मैं रुकी नहीं। मैंने और तेजी से चूसा, और आखिरकार कमल ने मेरे चेहरे पर अपनी पिचकारी छोड़ दी। उसका गर्म माल मेरे गालों, नाक, और होंठों पर गिरा। मैंने उसका लंड पकड़कर आखिरी बूंद तक निचोड़ लिया और फिर अपनी उँगली से माल उठाकर चाट लिया। “बेटा, तेरा माल तो बड़ा मजेदार है,” मैंने हँसते हुए कहा।

“आंटी, तुम तो मेरी जान ले लोगी,” कमल ने हाँफते हुए कहा।

“अरे, बेटा, अभी तो शुरुआत है,” मैंने बेशर्मी से कहा।

इसे भी पढ़ें:  Girlfriend ko School Mein Choda

हम दोनों बेडरूम में चले गए। मैंने फ्रिज से दो ठंडी बियर की बोतलें निकालीं। हमने बियर पी और बिस्तर पर आ गए। कमल ने मेरे ब्लाउज के ऊपर से मेरे चूचों को दबाना शुरू किया। उसने धीरे-धीरे मेरे ब्लाउज की बटन खोली और उसे उतार दिया। मेरी ब्रा भी उसने निकाल दी। मेरे 36 इंच के चूचे उसके सामने नंगे थे, गोल और रसीले, जैसे दो बड़े आम। कमल की आँखें फट गईं। “आंटी, ये क्या माल है!” उसने हैरानी से कहा।

“देख क्या रहा है, बेटा? चूस इन्हें!” मैंने रंडी की तरह कहा।

कमल मेरे ऊपर चढ़ गया और मेरे चूचों को मुँह में लेकर चूसने लगा। उसने मेरे निप्पल्स को दाँतों से हल्का सा काटा, जिससे मेरी चूत में करंट दौड़ गया। “आआआ… सी सी सी… उ उ उ… कमल, और चूस, मेरे कबूतरों को खा जा!” मैं सिसकार रही थी। उसने मेरे चूचों को इतना मसला कि मेरे निप्पल्स लाल हो गए। मेरी चूत गीली हो चुकी थी, और मेरी साड़ी में गीला धब्बा बन गया था।

कमल ने मेरी साड़ी खींचकर उतार दी, फिर मेरा पेटीकोट और पैंटी भी निकाल दी। मैं अब पूरी नंगी थी। मेरा गोरा, मांसल बदन उसके सामने चमक रहा था। मेरी चूत साफ और चिकनी थी, जैसे कोई गुलाबी फूल। कमल ने मेरी जाँघों को सहलाया और मेरे पेट पर चूमने लगा। उसका हर चुम्बन मेरे बदन में आग लगा रहा था। “हूँ हूँ हूँ… बेटा, ऐसे ही प्यार कर, अपनी आंटी को तड़पा दे!” मैंने कहा।

उसने मेरे पैर फैलाए और मेरी चूत को देखने लगा। मेरी चूत फूली हुई थी, और उसका गुलाबी दाना चमक रहा था। “कमल, चाट इसे, देख क्या रहा है?” मैंने बेताबी से कहा।

कमल ने अपना मुँह मेरी चूत पर रखा और चाटना शुरू कर दिया। उसकी जीभ मेरे चूत के दाने पर घूम रही थी, और मैं सिसकार रही थी, “आआआ… उ उ उ… सी सी सी… कमल, और चाट, मेरी चूत को खा जा!” उसने मेरे चूत के दाने को दाँतों से हल्का सा काटा, और मैं जोर से चिल्लाई, “आआआ… हाय मम्मी!” उसकी जीभ मेरी चूत के अंदर तक जा रही थी, और मैं अपने कूल्हे हिलाकर उससे और चटवाने लगी। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और कमल उसे चाट-चाटकर पी रहा था।

“बेटा, अब चोद दे मुझे, और मत तड़पा!” मैंने हवस भरी आवाज में कहा।

कमल ने अपना 8 इंच का लंड मेरी चूत के मुँह पर रखा और एक जोरदार धक्का मारा। “फचाक!” की आवाज के साथ उसका लंड मेरी चूत में घुस गया। मैंने लंबी साँस ली, “आआआ… हाय रे… कितना मोटा लंड है तेरा!” कमल ने धीरे-धीरे धक्के मारना शुरू किया। उसका लंड मेरी चूत की दीवारों को रगड़ रहा था, और मैं सिसकार रही थी, “उ उ उ… आआआ… और जोर से, बेटा, अपनी आंटी की चूत फाड़ दे!”

कमल ने अपनी स्पीड बढ़ा दी। उसका लंड मेरी चूत में गहराई तक जा रहा था, और हर धक्के के साथ मेरे चूचे उछल रहे थे। “फच फच फच…” की आवाज कमरे में गूँज रही थी। मैंने अपने चूचों को खुद दबाना शुरू किया, मेरे नाखून मेरे चूचों में चुभ रहे थे। “आआआ… सी सी सी… कमल, चोद, और कसके चोद!” मैं चिल्ला रही थी।

कमल ने मेरी आँखों में आँखें डालकर मेरे गालों पर हाथ रखा और और तेज धक्के मारने लगा। “आंटी, तू तो मस्त चुदक्कड़ है… उ उ उ… तेरी चूत तो जन्नत है!” उसने कहा। मैं बादलों में उड़ रही थी। मेरी चूत ने 12 साल बाद लंड का स्वाद चखा था, और मैं हर धक्के का मजा ले रही थी। कमल ने मेरी चूत में 200-300 धक्के मारे, और फिर उसका लंड मेरी चूत में और गहराई तक गया। “आआआ… उ उ उ… मैं झड़ने वाला हूँ, आंटी!” उसने कहा।

इसे भी पढ़ें:  मामी की चूत में लंड डाल दिया

“झड़ जा, बेटा, मेरी चूत में झड़ जा!” मैंने चिल्लाकर कहा। कमल ने एक जोरदार धक्का मारा और मेरी चूत में अपना माल छोड़ दिया। उसका गर्म माल मेरी चूत में भर गया, और मैंने सुकून की साँस ली। “आह… बेटा, तूने मेरी जान निकाल दी,” मैंने हँसते हुए कहा।

कमल मेरे बगल में लेट गया, हाँफते हुए। मैंने अपनी चूत देखी, उसमें कमल का माल भरा हुआ था। मैंने उँगली डालकर माल निकाला और चाट लिया। “बेटा, तेरा माल तो अमृत है,” मैंने कहा।

15 मिनट बाद कमल फिर से तैयार था। “बोल, आंटी, दूसरा राउंड कैसे चाहिए?” उसने पूछा।

“मुझे अपने लंड पर बिठाकर चोद, बेटा!” मैंने कहा।

कमल बिस्तर पर सीधा लेट गया। मैंने उसका लंड पकड़ा और मुठ मारकर फिर से खड़ा किया। फिर मैंने उसे मुँह में लिया और 5 मिनट तक चूसा। उसका लंड फिर से लोहे की तरह सख्त हो गया। मैं उसके ऊपर चढ़ी और उसका लंड अपनी चूत में डालकर धीरे-धीरे बैठने लगी। मेरा 65 किलो का वजन उस पर पड़ते ही उसका लंड मेरी चूत में चाकू की तरह घुस गया। “आआआ… हाय रे… कितना गहरा गया!” मैंने सिसकारी ली।

मैं उछल-उछलकर चुदवाने लगी। कमल मेरे चूतड़ों को पकड़कर नीचे से धक्के मार रहा था। “फच फच फच…” की आवाज फिर से कमरे में गूँज रही थी। मेरे चूचे उछल रहे थे, और कमल उन्हें देखकर और जोश में आ रहा था। “आंटी, तेरी चूत तो लंड निगल रही है… उ उ उ… आआआ…” उसने कहा। मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी, मेरी चूत उसके लंड को कसकर जकड़ रही थी। कमल ने मेरे चूतड़ों को जोर से दबाया और नीचे से तेज धक्के मारे। “आआआ… सी सी सी… कमल, फाड़ दे मेरी चूत!” मैं चिल्ला रही थी।

कमल ने 200-300 धक्के और मारे, और फिर मेरी चूत में दोबारा झड़ गया। उसका माल मेरी चूत में गहराई तक गया, और मैं सुकून से लेट गई। “बेटा, तूने मेरा नया साल बना दिया,” मैंने हाँफते हुए कहा।

कमल मेरे बगल में लेटकर हँसा और बोला, “आंटी, तुम तो कमाल हो।”

दोस्तों, ये थी मेरी कहानी। आपको कैसी लगी, जरूर बताना।

Related Posts

आपको यह कहानी कैसी लगी?

स्टार्स को क्लिक करके आप वोट कर सकते है।

Average rating 5 / 5. Vote count: 12989

अभी तक कोई वोट नहीं मिला, आप पहला वोट करें

We are sorry that this post was not useful for you!

Let us improve this post!

Tell us how we can improve this post?

Leave a Comment