हाय दोस्तो मै आपकी सहेली निकिता फिर हाजिर हूँ अपनी नई कहानी के साथ ।
पिछली दोनों कहानियां यहां पढ़ें…
ठरकी टीचर सूरज, उसकी बीवी और हॉस्टल की होली
ठरकी टीचर सूरज, उसकी बीवी और हॉस्टल की होली – 2
पिछली कहानी में आपने पढ़ा कि हॉस्टल की लड़कियों ने मुझे सबके सामने नंगी कर दिया था जहां रिया भी मजे ले रही थी, और सुमन और नैना डिक बेल्ट पहने खड़ी थी … जिनसे मैं बिल्कुल भी चुदाना नहीं चाहती थी । अब आगे …
मैने तुरंत रिया से सॉरी बोला और मैने बोला प्लीज यार ये मत करो मेरे साथ ।
तो रिया बोली ये तो करना पड़ेगा ।
मै बोली,” प्लीज यार ऐसा मत करो, बदला ले रही हो क्या ।
रिया बोली,” अरे नहीं पगली हम तो बस तुझे डरा रहे थे ।
तेरे लिए कुछ और सरप्राइस है..
मैने पूछा ,” क्या ?
तो रिया बोली डर मत, जा कपड़े पहन ले आज रात लड़की लड़की मजे करेंगी चल अंकिता के फॉर्महाउस पर चलते है।
मुझे लगा चलो जो हो रहा था उससे तो अच्छा ही है , मै मान गई ।
मैने कपड़े पहने और रिया के साथ हॉस्टल के गेट पर पहुंची ।
वहां देखा तो सब लोग हमारा ही इन्तजार कर रहे थे. लेकिन ये सिर्फ लड़कियां नहीं थी बल्कि वहां रोहन और तुषार भी थे साथ में उनके दो दोस्त अमन और पुलकित भी थे ।
मैंने रिया की तरफ गुस्से से देखा तो रिया बोली, अरे चल न कब तक सती सावित्री बनी रहेगी ।
हम जाकर सबसे मिले तो रोहन ने मुझे कस कर गले लगा लिया.
यह देखकर रिया ने रोहन को बोला- साले थोड़ा तो इन्तजार कर ले या उसे यहीं पटककर चोदेगा?
मैंने हैरानी से रिया की ओर देखा तो सब हंसने लगे.
फिर हम सब तुषार के फार्म हाउस की तरफ जाने लगे, हां अंकिता का कोई फॉर्महाउस नहीं था, मुझे झूठ बोला गया था, बल्कि वह तो अपने बॉयफ्रेंड के साथ उसके घर जा रही थी ।
हम सब दो गाड़ियों से जा रहे थे.
एक में मैं और तुषार सुमन और पुलकित थे, दूसरी में नैना, अमन रिया और रोहन थे.
पूरे रास्ते तुषार कभी मेरी चूची तो कभी मेरी चूत सहलाता रहा.
मैंने देखा कि पुलकित भी आगे गाड़ी चलता हुआ सुमन के बूब्स दबा रहा था.
फिर उसने अपने पैन्ट की जिप खोल कर लंड बाहर निकाल लिया और सुमन को अपने लंड पर झुका लिया. अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया और लंड चुसवाने लगा.
उसकी देखा देखी तुषार ने भी अपनी पैन्ट उतार दी और मेरे मुँह में अपना लंड डाल लिया और मुझे लंड चुसवाने लगा.
पूरे रास्ते मैं और सुमन तुषार और पुलकित का लंड चूसती हुई आईं, फिर हम अब तुषार के फार्म हाउस पहुंच गए.
मैंने देखा उसका फार्म हाउस काफी बड़ा था. हम सब गाड़ी से उतर कर अन्दर जाने लगे, तो तुषार का हाथ मेरी गांड पर जम गया था.
अमन नैना से चिपका हुआ था, रोहन रिया के चूतड़ दबा रहा था और सुमन को पुलकित ने अपनी गोद में उठा रखा था.
हम लोग अन्दर चले गए. अन्दर जाते ही महफ़िल जम गई और सबने दारू पीनी शुरू कर दी.
मैं और नैना भी दारू पी लेते थे तो हमने भी बहुत दारू पी ली.
फिर मैंने देखा रिया और रोहन ने वहीं सबके सामने किसिंग करनी शुरू कर दी.
अमन नैना के बूब्स दबा दबा कर उसके होंठ काटने लगा.
फिर तुषार ने मुझे अपनी गोद में बैठा लिया और किस करना शुरू कर दिया.
सुमन और पुलकित भी एक दूसरे को किस करने लगे.
तभी रोहन ने रिया के कपड़े उतार कर उसे सबके सामने नंगी कर दिया, तो जवाब में रिया ने भी रोहन को नंगा कर दिया.
उनके ऐसा करने से तुषार मुझ पर टूट पढ़ा और मुझे गोद में उठाकर अलग कमरे में ले गया.
मैंने भी उसका कोई विरोध नहीं किया.
तुषार मुझे लेकर दूसरे कमरे में आ गया. कमरे में आते ही वो मुझ पर ऐसे टूट पड़ा, जैसे अभी मुझे कच्चा चबा जाएगा.
उसने मुझे गोद से उतारा और मुझे किस करते हुए मेरी टी-शर्ट उतार दी.
अब वो ब्रा के ऊपर से ही मेरे बूब्स दबाने लगा. फिर उसने मेरी जींस भी मेरे जिस्म से अलग कर दी. अब मैं उसके सामने ब्रा-पैन्टी में थी.
फिर मैंने उसके कपड़े उतार दिए. वो अब बस चड्डी में था.
वो मुझे बिस्तर पर ले गया और मुझे जोरदार तरीके से किस करने लगा. वो किस करते हुए मेरे बूब्स दबा रहा था.
फिर उसने मुझे उल्टा लेटा दिया और मेरी पीठ चाटनी शुरू कर दी.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मैं मज़े में उसे गालियां देने लगी.
मैं- बस आंह चूस मादरचोद चाट मेरी बुर … आंह बहन के लौड़े … अआह्ह.
उसने मेरी ब्रा मेरे जिस्म से अलग कर दी और मेरी पैन्टी भी उतार कर मुझे मादरजात नंगी कर दिया.
फिर उसने मेरे चूतड़ फैला कर मेरी गांड के छेद में जीभ डाल दी और मेरी गांड चाटनी शुरू कर दी.
तुषार के ऐसे गांड चाटने से मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, तो मैंने हाथ पीछे ले जाकर उसका मुँह अपनी गांड में दबाना शुरू कर दिया.
कुछ देर बाद तुषार ने मुझे सीधा लेटा दिया और एक झटके में मेरे बूब्स पर कब्ज़ा जमा दिया.
वो मेरे बूब्स के निप्पलों को जोर जोर से मींजने और काटने लगा, इससे मुझे दर्द भी हो रहा था.
मैंने उससे कहा कि आंह साले मादरचोद आराम से कर ना … क्यों मेरे बूब्स की माँ चोद रहा है.
उसने कहा- साली रांड, बहन की लौड़ी आज तो तेरी माँ चोद दूंगा रंडी साली मेरी बहुत दिनों से नज़र थी तुझ पर … अगर पहले से तेरी आग के बारे में पता होता, तो कब का तुझे चोद चुका होता मेरी रांड … आह.
मैंने पलटकर उसके खुट्टे (टट्टे) पकड़ लिए और उन्हें दबाकर बोली- बहन के लंड अगर आज के बाद मुझे रांड या रंडी कहा न … तो तेरी गांड में गधे का लंड डलवा दूंगी … समझा मादरचोद.
वो बेचारा दर्द से बिलबिलाता हुआ बोला- सॉरी मेरी जान अब तुझे रंडी नहीं कहूँगा … अब तो छोड़ दे वर्ना चुदाई किस लंड से करवाएगी.
मैंने हंसते हुए उसके खुट्टे छोड़ दिए.
तो वो बोला- साली तू तो आज मेरी माँ चोद देती, मगर मेरी जान मुझे तुझ जैसे लड़की के साथ ही सेक्स करने का मन था, जो खुल कर चुदाई करवाती हो.
फिर उसने मुझे बाल से पकड़कर उठाया और अपना लंड मेरे मुँह में दे दिया.
मैंने भी बिना झिझक के लंड चूसना शुरू कर दिया.
फिर तुषार ने थोड़ी देर बाद मेरे मुँह को अपने लंड में दबाना शुरू कर दिया.
अब तुषार की झांटें मेरी नाक के नथुनों में लगने लगीं, मुझे सांस लेना भी भारी हो रहा था. मगर तुषार पर कोई असर नहीं था. वो बस अपनी ही मस्ती में अपने लंड को मेरे मुँह में पेले जा रहा था.
मैं समझ गयी कि वो झड़ने वाला है, तो मैंने भी झांटों की परवाह किए बिना जोर जोर से उसका लंड चूसना शुरू कर दिया.
तीस सेकंड बाद ही तुषार ने अपना पानी मेरे मुँह में निकाल दिया, तब कहीं जाकर उस भैन के लंड ने मेरे मुँह छोड़ा.
मैंने मुँह साफ़ करते हुए कहा कि मादरचोद मुझे सांस तो ले लेने देता, अगर मर जाती तो किसकी गांड में लंड डालता?
वो हंसता हुआ बोला कि मेरी जान ऐसे कैसे तुझे मरने देता? तू तो मेरी जान है.
अब वो मेरे पास आकर लेट गया और बकचोदी करने लगा.
मैंने उससे कहा कि चल देखते हैं कि बाक़ी लोग क्या कर रहे हैं.
वो मेरे साथ चलने लगा.
मैंने बराबर वाले कमरे में देखा तो रिया और रोहन चुदाई में लगे हुए थे. रोहन ने रिया की टांगें अपने कंधे पर रखी हुई थीं और उसकी गांड मार रहा था.
यह देखकर तुषार ने मेरी गांड में उंगली करनी शुरू कर दी,
तो मैंने पलटकर उसे देखा और इशारे से उसे ऐसा ना करने को कहा.
फिर हम दूसरे रूम में गए, तो वहां नैना घोड़ी बनी हुई थी और अमन पीछे से उसकी चूत में लंड डालकर चुदाई करने में लगा हुआ था.
ये देखकर तुषार से रहा ना गया और उसने मुझे वहीं घोड़ी बना दिया. मैं कुछ समझ पाती तब तक कमीने ने मेरी चूत में लंड डाल दिया और मेरी चुदाई करनी शुरू कर दी.
उसने मेरी चूत में इतनी तेजी से लंड डाला कि मुझे कुछ समझ ही नहीं आया. खैर अब मुझे चुदाई में मज़ा आने लगा था, तो मैंने कोई विरोध नहीं दिया बल्कि मैं हल्की हल्की सिस्कारियां निकाल कर उसका जोश बढ़ा रही थी.हालांकि उसका लण्ङ काफी छोटा था पर मैं सिर्फ सिचुएशन को एंजॉय कर रही थी ।
तुषार मेरे दूध पकड़कर मुझे चोद रहा था, तभी मेरे मुँह से जोर की आवाज निकली.
इससे अमन और नैना एकदम से चौकन्ने हो गए और दरवाजे की तरफ देखने आने लगे.
इतने में हम दोनों भाग कर अपने रूम में आ गए.
रूम में आते ही तुषार ने मुझे बिस्तर पर गिरा दिया और मेरी टांगों को अपने कंधों पर रखकर मेरी चुदाई शुरू कर दी.
मैंने उसे रोककर कंडोम पहनने को कहा, तो थोड़ी न नुकुर के बाद उसने कंडोम पहन लिया.
फिर वो मेरे बूब्स दबा दबाकर मुझे चोद रहा था. कोई 5 मिनट ऐसे ही चोदने के बाद तुषार थक गया, तो वो लेट गया और उसने मुझे अपने लंड पर बैठा दिया.
अब मैं ऊपर नीचे होकर उसे चोद रही थी.
फिर तुषार ने मुझे अपने ऊपर पूरा लेटा लिया और नीचे से धक्के देकर मेरी चुदाई करने लगा.
मैं बस गालियां दे दे कर उसका जोश बढ़ा रही थी.
मेरे मुँह से बस आह आ आआआ मेरी जान चोद मुझे साले हरामी की औलाद … चोद आपनी जान को अआह्ह्हा बहुत मज़ा आ रहा है जानू … जोर जोर से चोद मुझे … डाल दे भोसड़ी के अपना पूरा लंड मेरी चूत में.
ये सुनकर तुषार का जोश और ज्यादा बढ़ जाता, तो वो मुझे और ज्यादा जोर से चोदने लगता.
लगभग 5 मिनट ऐसे चोदने के बाद वो कंडोम में मेरी चूत में झड़ गया. इस बीच मैं 2 बार झड़ चुकी थी तो मैं उसके बगल में लेट गयी हम दोनों चिपक कर लेट गए थे.
फिर थोड़ी देर बाद मुझे एक आईडिया आया तो मैंने कपड़े पहनने को बोला.
उसने प्रश्नवाचक मुद्रा में मेरी तरफ देखा तो मैंने कहा- चुपचाप कपड़े पहनो. मैं आज की रात जन्नत बना दूंगी.
यह कहकर मैंने आंख मारी और अपने सारे कपड़े पहन लिए. मतलब मैंने ब्रा पैंटी भी पहन ली.
हम दोनों कमरे से बाहर निकले और सबसे पहले हम अमन और नैना के रूम में गए तो देखा कि वो दोनों नंगे एक दूसरे से जुड़े थे.
हमें देखते ही वो चादर से अपना जिस्म छुपाने लगे.
नैना ने कहा- यार निकिता, ये क्या बकचोदी है? नोक करके आना चाहिए था ना!
तो मैंने कहा- अब कुछ नहीं, जल्दी से कपड़े पहनो और बाहर आ जाओ. और हां याद रखना कि सारे कपड़े पहनकर आने हैं.
यह कहकर मैं वहां से चली आयी, रिया और रोहन के रूम में गयी.
तो वो लोग अभी भी चुदाई में लगे हुए थे.
हम देखकर भी रोहन ने रिया को चोदना जारी रखा.
मैंने उन्हें भी बाहर आने को कहा.
तो रोहन बोला- हां मेरी जान, बस अपनी इस रंडी को अपने लंड का पानी पिलाकर बस भी आया!
फिर मैंने सुमन और पुलकित के रूम में जाकर देखा तो वो दोनों सो रहे थे.
मैंने उन्हें उठाया और बाहर आने को कहा.
फिर तुषार और मैं जाकर बाहर बैठ गए.
अब हम दोनों अकेले थे.
मैं जाकर तुषार की गोद में बैठ गयी और उसे किस करने लगी.
सबसे पहले सुमन और पुलकित आए.
फिर धीरे धीरे सब आ गए.
रोहन बोला- क्या हुआ है, सबको यहां क्यों बुलाया है?
मैंने कहा- एक बात बताओ … हम लोग यहां करने क्या आए हैं?
तो सभी एक साथ बोले- सेक्स करने आए हैं.
मैंने कहा- वो तो मुझे भी पता है मगर ऐसा सेक्स तो सब रोज ही करते होंगे. आज कुछ अलग करते हैं ना?
इस पर सुमन ने कहा- तेरे दिमाग में क्या चल रहा है कुतिया साफ़ साफ़ बोल?
मैंने कहा- चलो एक गेम खेलते हैं.
रिया ने उत्सुकतावश पूछा- कौन सा गेम?
मैंने कहा- ट्रुथ या डेयर खेलते हैं.
ये सुनते ही सब एक दूसरे को देखने लगे.
सुमन ने कहा- यार मज़ा तो बहुत आएगा चल खेलते हैं.
सब इस गेम के लिए मान गए.
फिर हम सब एक सर्किल में बैठ गए और एक दारू की बोतल ले ली.
अमन ने बोतल घुमाई तो बोतल रोहन की तरफ जाकर रुकी.
मैंने पूछा- ट्रुथ या डेयर?
तो रोहन ने कहा- डेयर!
इस पर पुलकित ने कहा- नैना की टी-शर्ट उतार.
ये सुनते ही नैना थोड़ा शर्मा गयी मगर वो डरी नहीं.
रोहन उसके पास गया और नैना की टी-शर्ट उसके जिस्म से अलग कर दी.
अब नीली ब्रा में नैना के बूब्स अलग ही चमक रहे थे.
बोतल फिर से घुमाई गयी.
इस बार रिया की तरफ बोतल थी तो मैंने उससे पूछा- ट्रुथ या डेयर?
वो बोली- डेयर!
सुमन ने कहा कि अच्छा चल तू तुषार की पैंट उतारकर उसके लंड को किस कर.
ये सुनकर सबने की तरफ देखा.
तो रिया ने कहा- यार मैं पहले भी तुषार से चुद चुकी हूँ, तो अब शर्म कैसी.
मैंने कहा- हां यार, यही तो गेम का मज़ा है.
रिया ने कुछ नहीं कहा और जाकर तुषार के सारे कपड़े उतार कर उसे नंगा कर दिया.
तुषार का छोटा लंड सामने लटकने लगा.
तुषार का लंड रिया और मैंने तो देखा था मगर सुमन ने तुषार का लंड पहली बार देखा था.
रिया ने तुषार के लंड को मुँह में ले लिया और चूसने लगी तो सुमन ने कहा- लंड पर किस करने को बोला था साली, चूसने को नहीं.
ये सुनकर सब हंसने लगे.
तब रिया ने तुषार का लंड छोड़ा और जाकर अपनी जगह बैठ गयी.
फिर से बोतल घुमाई गयी.
इस बार बोतल मेरी तरफ आई तो रिया ने मुझे पूछा- ट्रुथ या डेयर?
मैंने कहा कि डेयर.
तो रिया ने कहा- रोहन से अपने बूब्स चुसवा.
मैंने बिना देर किए अपनी टी-शर्ट उतार दी और ब्रा भी उतार दी.
मेरे बूब्स देखकर सबके मुँह में पानी आने लगा.
तो पुलकित ने कहा- यार रिया, तूने रोहन का ही नाम क्यूं लिया … मेरा नहीं ले सकती थी?
ये सुनकर मुझे भी हंसी आ गयी तो मैंने कहा- कोई बात नहीं जानू तेरा नंबर भी आएगा.
फिर रोहन मेरे पास आया और मुझे किस करने को हुआ तो मैंने उसे रोककर कहा- डेयर सिर्फ बूब्स चूसने का हुआ है, किस करने का नहीं.
रोहन ने रिया की तरफ देखकर कहा- साली रंडी किस करने को नहीं कह सकती थी.
इस पर रिया और सब जने हंसने लगे.
फिर रोहन ने मेरे एक निप्पल को मुँह में ले लिया और चूसने लगा.
सब अपनी जगह जाकर बैठ गए, फिर से बोतल घुमाई गयी.
इस बार बोतल अमन की तरफ थी, तो मैंने पूछा- ट्रुथ या डेयर?
तो वो बोला- डेयर!
नैना ने उससे कहा- सुमन को पूरी नंगी करो … और हां एक बात याद रहे, अगर सुमन को नंगी करने में तेरा लंड जरा सा भी खड़ा हुआ तो तेरी सजा ये होगी कि आज तुझे किसी की चूत में लंड डालने को नहीं मिलेगा.
ये सुनकर अमन की गांड फट गयी.
मगर रिया ने कहा- यार नैना, तूने तो इस बेचारे के बिना तेल के गांड मार दी.
ये सुनकर सब हंसने लगे मगर सुमन तो जैसे इसके लिए तैयार बैठी थी.
वो झट से उठी और अमन के पास चली गयी और अमन से बोली- मेरी जान सोच ले, अगर मुझे नंगी करने में तेरा लंड खड़ा हुआ तो आज रात हाथ से ही काम चलाना पड़ेगा.
यह सुनकर अमन गुस्से में बोला- चुप कर बहन की लौड़ी.
फिर अमन को एक आईडिया आया.
उसने अपनी आंखें बंद कर लीं और सुमन की टी-शर्ट उतार दी.
फिर उसका पजामा भी उतार दिया और उसके बाद ब्रा और पैंटी भी उतार दी मगर हैरानी की बात ये थी कि अमन का लंड में जरा सा भी उभार नहीं आया.
सुमन को नंगी करते ही अमन भाग कर अपनी जगह पर बैठ गया.
तभी उसने आंख खोली.
फिर जब उसने सुमन को नंगी देखा, तब उसके लंड में उभार आ गया.
सुमन ने उसको जाकर किस किया और बोली- तू सच में हरामी है साले!
फिर सुमन जाकर नंगी ही बैठ गयी.
अब फिर से बोतल घुमाई गयी तो इस बार मेरी तरफ आई.
मुझसे पूछा गया- ट्रुथ या डेयर?
तो मैंने इस बार कहा- ट्रुथ!
ये सुनकर रिया ने कहा- सोच ले मेरी जान अगर सच चुना है, तो सच बोलना भी पड़ेगा.
मैंने उससे कहा- यहां सबके सामने मुझे सच बोलने में कोई परेशानी नहीं है.
नैना ने कहा कि अच्छा चल तो बता तुझे कब और किसके साथ चुदाई में सबसे ज्यादा मजा आया ।
ये सुनकर सब लोग हैरानी से मेरी तरफ देखने लगे, जैसे सब मेरे जवाब का बेसब्री से इन्तजार कर रहे थे.
मैंने कहा- देख, मैने जब तुषार के सामने केशव से चुदी थी तब सबसे ज्यादा मजा आया था, और तुषार को भी देखने में मजा आया था तभी उसने अपनी गर्लफ्रेंड रिया को भी केशव से चुदने दिया
मेरा जवाब सुनकर सब मेरी तरफ हैरानी से देखने लगे.
मगर रिया मेरा जवाब सुनकर हंसने लगी क्यूंकि वो जानती थी कि मैं सच बोल रही हूँ.
रोहन ने रिया को देखा और बोला साली तू तो बहुत बड़ी रण्डी निकली अपने बॉयफ़्रेंड के सामने ही चूड़ गई, पर तुषार आखिर आज तो निकिता मिल ही गई चोदने को
ये सुन कर सब हंसने लगे और तुषार भी मुस्कुराने लगा ।
फिर सब दोबारा खेलने लगे.
इस बार बोतल तुषार की तरफ आई.
तुषार ने डेयर चुना तो रोहित ने कहा- निकिता को नंगी करो, हम भी तो देखे तूने कैसे माल को चोदा है.
ये सुनकर मैं खड़ी हो गयी.
मेरी टी-शर्ट तो उतर ही चुकी थी.
तुषार ने मेरी शॉर्ट्स भी उतार दी.
अब मैं सबके सामने ब्रा पैंटी में थी.
तुषार ने हाथ पीछे ले जाकर मेरी ब्रा भी उतार दी, फिर मेरी पैंटी भी मेरे जिस्म से अलग कर दी.
अब मैं सबके सामने नंगी थी.
मेरा नंगा जिस्म देखकर सुमन ने कहा- यार लग नहीं रहा है कि तू चुदी हुई माल है.
मैंने उससे कहा- मैंने खुद को मेंटेन करके रखा है.
तुषार का टास्क अब पूरा हुआ तो वो जगह पर बैठ गया.
अब मैं थोड़ा आगे बढ़ती हूँ क्यूंकि अगर सारे खेल के बारे में बताने लगूंगी तो कहानी बहुत लम्बी हो जाएगी.
इस तरह धीरे धीरे करके सब नंगे हो चुके थे.
मैंने पूछा- कौन किसके साथ सेक्स करना चाहता है?
रोहन ने नैना की तरफ इशारा किया और पुलकित और अमन ने मेरी तरफ इशारा किया.
फिर वो दोनों आपस में बहस करने लगे कि कौन मेरे साथ पहले चुदाई करेगा.
मैंने उन्हें रोका और कहा- चलो एक काम करते हैं. देखो अब यहां सब एक दूसरे से चुदाई करेंगे मगर पहले कौन करेगा इसका फैसला लकी ड्रा से करते हैं.
इस पर रिया ने कहा- वाह, आज यहां निकिता की बोली लगेगी.
ये सुनकर सब हंसने लगे.
मैंने हम सबके नाम की पर्ची बनाई और बोला- ये चार नाम लड़कियों के हैं और ये चार नाम लड़कों के. सबको दोनों में से एक एक पर्ची उठानी है.
रिया सबसे पहले आई, उसने दोनों में से एक एक पर्ची उठाई.
तो उसमें सुमन और अमन का नाम था.
ये देखकर अमन सुमन के पास चला गया.
फिर नेहा ने पर्ची उठाई तो उसमें मेरा और रोहन का नाम था.
तो मैं भी जाकर रोहन की गोद में बैठ गयी.
फिर मैंने पर्ची उठाई तो उसमें नैना और तुषार का नाम था.
अंत में रिया और पुलकित की जोड़ी एक साथ बनी तो तुषार नैना को उठाकर अन्दर ले जाने लगा.
मैंने कहा कि इसे लेकर कहां जा रहा है?
उसने कहा कि अन्दर चुदाई करने.
मैंने कहा- क्यूं हम सबसे शर्म आ रही है क्या यहां चुदाई करने में?
वो ये सुनकर वहीं बैठ गया.
फिर मैंने कहा- जिसको जो करना है, यहीं सबके सामने करो. हम लड़कियां भी लड़के बदल बदल कर चुदाई करवाना चाहती हैं.
मेरी बात पर रिया ने सहमति जताई और कहा- निकिता ठीक कह रही है. अब सब यहीं सबकी चुदाई करेंगे.
यह सुनकर रोहन ने मेरे बूब्स दबाने शुरू कर दिया और बोला- हां मेरी जान, लगता है तेरी चूत में ज्यादा आग है, तो आज तेरी चूत की आग शांत करता हूँ.
यह कहकर वो मेरा मुँह पकड़कर मुझे किस करने लगा.
वो अपनी पूरी जीभ मेरे मुँह में डाल रहा था.
मैं भी किस में उसका पूरा साथ दे रही थी.
उधर सब आपस में एक दूसरे को चाटने में लगे हुए थे.
उस समय पूरा गैंग-बैंग वाला माहौल बना हुआ था.
सब एक दूसरे को रगड़ रगड़ कर चूमने में लगे हुए थे.
इतने में मैंने देखा कि पुलकित ने रिया की चूत में लंड डालकर चुदाई करनी शुरू कर दी थी.
उसने रिया की टांगें अपने कंधों पर रखी हुई थीं और रिया के बूब्स दबाते हुए उसे चोद रहा था.
उधर सुमन औंधी लेटी हुई थी और अमन उसकी गांड का छेद चाट रहा था.
नैना और तुषार खड़े खड़े ही एक दूसरे को खा जाने की नियत से चूस रहे थे.
इधर रोहन मुझे ऐसे चूस रहा था, जैसे आज ही वो मेरे होंठों को मेरे जिस्म से काट कर अलग कर देगा.
मगर मैंने महसूस किया कि आज तक मैंने जितने लोगों के साथ भी सेक्स किया है, उनमें रोहन का किस करने का तरीका सबसे हवसी और सबसे शानदार था.
उसका बस चलता तो वो मेरे पूरा मुँह अपने मुँह में ले लेता.
वो मेरे चेहरे की अच्छे से माँ चोद रहा था.
फिर रोहन ने मेरे मम्मों पर कब्ज़ा जमा लिया और मेरे बूब्स चूसने लगा.
वो कभी मेरे दायीं ओर की चूची को चूसता, तो कभी बायीं ओर का.
फिर उसने मुझे उठाया और बिस्तर के नीचे खड़ा कर दिया.
मुझे घुमा कर ऐसे नीचे झुका दिया जैसे मैं कोई कुतिया थी.
उसने मेरी गांड पर जोर जोर से 4 थप्पड़ मारे जिससे मुझे दर्द तो हुआ मगर मुझे मज़ा भी बहुत आया.
फिर उसने मेरे बाल पकड़कर मेरा मुँह अपनी तरफ किया और मेरी गांड पर थप्पड़ मारता हुआ मुझे किस करने लगा.
रोहन को मुझे दर्द देने में बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर रोहा ने मुझे घुमा कर अपनी तरफ कर लिया और धीरे धीरे मुझे नीचे बैठ दिया.
मैं समझ गयी कि रोहन मुझसे अपना लंड चुसवाना चाहता है तो मैंने उसका लंड पकड़कर हिलाना शुरू कर दिया.
उसने मेरे बाल पकड़कर कहा- साली हिलाना नहीं है … लंड मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दे.
मैंने उसकी तरफ देखा और स्माइल करती हुई उसका लंड मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया.
मैं सच में उस दिन किसी पोर्न स्टार की तरह उसका लंड चूस रही थी.
मेरे मुँह से बस घोंघों की आवाज आ रही थी.
रोहन का लंड मेरे थूक से पूरी तरह नहा चुका था. मोहित का लंड 7 इंच के करीब का होगा मगर उसका लंड ठीक-ठाक मोटा था.
वो मेरे बाल पकड़कर मेरे मुँह में लंड डालकर जोर जोर से धक्के दे रहा था जैसे वो मेरे मुँह ना होकर मेरी चूत या गांड थी.
थोड़ी देर लंड चुसवाने के बाद रोहन ने मुझे खड़ा किया और मुझे किस करने लगा.
फिर उसने खुद नीचे जाकर मेरी चूत सहलानी शुरू कर दी, फिर उसने मेरी चूत में अपना मुँह लगा दिया और मेरी चूत चाटनी शुरू कर दी.
रोहन ये सब मुझे खड़ी करके कर रहा था पर मुझे अब खड़ा हुआ नहीं जा रहा था. मैं बस बिस्तर पर लेटना चाहती थी क्यूंकि उसके चूत चाटने से मेरी टांगें कांपने लगी थीं.
मगर उसने बिस्तर पर जाने से मना कर दिया.
वो तो बस मुझे तड़पाना चाहता था.
खैर जब मुझे ज्यादा बर्दाश्त नहीं हुआ तो मैंने अपनी चूत जोर जोर से उसके मुँह पर मारनी शुरू कर दी और 30 सेकंड बाद ही मैंने सारा पानी उसके मुँह में छोड़ दिया जिसे रोहन ने अपने मुँह में भर लिया और ऊपर आकर मुझे किस करते हुए सारा पानी मेरे मुँह में डाल दिया.
मैं अपनी चुत के रस का स्वाद लेने लगी….
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